Communist Party of India (CPI) के नेता कन्हैया कुमार ने BJP के नेतृत्व वाले NDA यानी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन पर बड़ा जुबानी हमला बोला है।
उन्होंने कहा है कि एनडीए एक राष्ट्रीय घोर-विपदा गठबंधन है। यह बात कन्हैया ने गुरुवार को माइक्रो ब्लॉगिंग साइट टि्वटर के जरिए कही। उन्होंने ट्वीट किया, “एनडीए एक नेशनल डिस्जास्टर अलाइंस है। बस यही ट्वीट है।” जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष ने इस कड़ी टिप्पणी के साथ कुछ और नहीं लिखा। न ही संदर्भ को स्पष्ट किया। पर उन्होंने यह वार ऐसे वक्त पर किया, जब देश वैश्विक महामारी कोरोना की दूसरी लहर से जूझ रहा है। अस्पताल में बेड व ऑक्सीजन और टीका केंद्रों पर वैक्सीन की कमी से लेकर श्मशान में लाशें जलाने के लिए फिलहाल जगह कम पड़ रही है। ऐसे में संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए देश के विभिन्न हिस्सों में कोरोना के मद्देनजर पाबंदियां (लॉकडाउन और कर्फ्यू आदि) लागू हैं, जबकि इसी दौर में बंगाल के साथ पांच जगहों (चार राज्य और एक केंद्र शासित प्रदेश) के विधानसभा चुनाव संपन्न हुए हैं। समझा जा सकता है कि कन्हैया की यह टिप्पणी इन्हीं मुद्दों को लेकर की गई।
NDA is National Disaster Alliance.
That’s the tweet.
— Kanhaiya Kumar (@kanhaiyakumar) April 29, 2021
‘From Bihar to Tihar’ नाम की किताब लिख चुके युवा नेता के इस ट्वीट पर उनके फैंस, फॉलोअर्स और अन्य लोगों ने तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दीं। हालांकि, इस दौरान कुछ लोगों ने कन्हैया के मजे लेने के साथ उन्हें ट्रोल करने की कोशिश भी की। @sonalika_kumar ने कहा, “और आप भी महाविपदा हैं, क्योंकि आप जनता के टैक्स के पैसे पर बने रहने वाले छात्र हैं।” @SinceOttomans के हैंडल से पूछा गया, “युवा नेता, जेल कब जाओगे?” @Nimki911 ने सीपीआई नेता के ट्वीट के अंदाज में लिखा और तंज कसा- कन्हैया एक राष्ट्रीय ‘लतखोरजीवी’ है। बस यही ट्वीट है।
@Muniram42678612 ने कहा, “देश में बेलगाम कोरोना की जिम्मेदार सिर्फ मोदी सरकार है।” @The_Real_Radha ने लिखा, “कन्हैया नाम बदल दो आप अपना।” @unicivil ने अपनी राय जाहिर की और लिखा, “आरक्षण राष्ट्रीय महाविपदा है। यही ट्वीट है।” इसी बीच, @MohammadKuddu12 ने पूछा- कन्हैया जी, कहां थे? @NainaRaathore के अकाउंट से भी कुछ ऐसा ही सवाल दागा गया- अरे, तुम जिंदा हो…कहां गायब थे? मौसा के पास कौन सी फाइल है तुम्हारी जो खामोश बैठे हो, इतने दिनों से?
