पिछले दिनों पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा में चूक को लेकर कहा था कि मैंने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से इस मामले को लेकर बातचीत की और उन्हें घटना की पूरी जानकारी दी। प्रियंका गांधी को रिपोर्ट देने को लेकर भाजपा नेताओं ने सीएम चन्नी पर हमला बोला था। अब इस मामले को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने सफाई दी है।

समाचार चैनल इंडिया टुडे से बात करते हुए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि मेरे पास संवैधानिक पोस्ट नहीं है। लेकिन जब मैंने टीवी देखी तो मुझे पीएम मोदी की चिंता हुई। इसके बाद मैंने ये जानने के लिए कि सब कुछ ठीक है, मैंने सीएम चन्नी को फोन किया। साथ ही उन्होंने कहा कि इस मामले पर राजनीति नहीं होनी चाहिए।

दरअसल पिछले दिनों पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी के 1 किमी के दायरे में कोई प्रदर्शनकारी नहीं थे। पीएम मोदी की सुरक्षा में 6000 सुरक्षाकर्मी, आईबी और एसपीजी के जवान तैनात थे। वह पूरी तरह से सुरक्षित थे। साथ ही उन्होंने कहा था कि मैंने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से इसको लेकर बातचीत की और उन्हें पूरी जानकारी दी।

पंजाब के मुख्यमंत्री के ऐसा कहने पर भाजपा नेता संबित पात्रा ने सीएम चन्नी और प्रियंका गांधी पर निशाना साधा था। भाजपा नेता संबित पात्रा ने कहा था कि एक मुख्यमंत्री पीएम की सुरक्षा को लेकर प्रियंका गांधी को ब्रीफ कर रहा है। उनके पास कौन सा संवैधानिक पद है और उन्हें पीएम की सुरक्षा के संबंध वाले लूप में क्यों रखा गया। गांधी परिवार को इस मामले में आकर सफाई देनी चाहिए।

बता दें कि पांच जनवरी को पंजाब के दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करीब 11 बजे हुसैनीवाला बॉर्डर की तरफ जा रहे थे। इसी दौरान किसानों के प्रदर्शन के कारण पीएम मोदी का काफिला करीब 15-20 मिनट तक सड़क पर फंसा रहा। जिसके बाद प्रधानमंत्री मोदी बिना किसी कार्यक्रम में शामिल हुए वापस दिल्ली लौट आए। एयरपोर्ट पहुंचकर पीएम मोदी ने नाराजगी जाहिर की और एयरपोर्ट के अधिकारियों से कहा कि अपने सीएम का शुक्रिया कहना कि मैं जिंदा बचकर आ गया। 

हालांकि पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने सुरक्षा में चूक की बात से साफ़ इनकार किया। मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने घटना के तुरंत बाद ही कहा था कि अगर पीएम मोदी की सुरक्षा में कोई चूक हुई है तो हम उसकी जांच करेंगे, लेकिन मैं इतना कह सकता हूं कि उनको कोई खतरा नहीं था। इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा था कि पीएम की इस जानलेवा नौटंकी का उद्देश्य पंजाब की लोकतांत्रिक सरकार को गिराना है।