पंजाब में BJP विधायक अरुण नारंग की कथित तौर पर निर्वस्त्र कर पिटाई का मामला शनिवार को सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक गर्माया रहा। सूबे के भाजपा नेताओं ने एक ओर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफे की मांग उठाई, जबकि सोशल मीडिया पर भी इसे लोगों ने मुद्दा बनाया। आम से लेकर खास तक ने पंजाब में कानून और न्याय व्यवस्था को लेकर पूछा कि आखिर कांग्रेस शासित राज्य में हो क्या रहा है? कुछ लोगों ने तो सरासर खालिस्तानी हमला करार दिया।
क्या है पूरी घटना?: दरअसल, पंजाब में BJP के एक विधायक की शनिवार को मुक्तसर जिले के मलोट में किसानों के एक समूह द्वारा कथित रूप से पिटाई कर दी गई। आक्रोशित भीड़ ने उस दौरान उनके कपड़े तक फाड़ दिए थे। अधिकारियों के अनुसार, जब अबोहर के विधायक अरुण नारंग स्थानीय नेताओं के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करने के लिए मलोट पहुंचे तो प्रदर्शनकारी किसानों के एक समूह ने उन्हें घेर लिया और उन पर और उनके वाहनों पर काली स्याही फेंकी गई। पुलिस ने बताया कि कुछ पुलिसकर्मी विधायक और स्थानीय नेताओं को एक दुकान में ले गए लेकिन बाद में जब वे इससे बाहर आए, तो प्रदर्शनकारियों ने कथित तौर पर उनकी पिटाई की और नारंग के कपड़े फाड़ दिए। अधिकारियों ने बताया कि नारंग के साथ मौजूद पुलिसकर्मियों को उन्हें प्रदर्शनकारियों से बचाने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। उन्होंने बताया कि विधायक को बाद में पुलिस ने सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। पुलिस उपाधीक्षक (मलोट) जसपाल सिंह ने कहा कि प्रदर्शनकारी इस बात पर अड़े थे कि वे भाजपा विधायकों को संवाददाता सम्मेलन नहीं करने देंगे। उन्होंने बताया कि इस घटना में एक पुलिस अधिकारी को मामूली चोट लगी है।
‘मुझे मारे गए लात-घूंसे’, MLA का आरोप: सोशल मीडिया पर मामले से जुड़ा एक वीडियो भी सामने आया, जिसमें कथित तौर पर विधायक को फटे कपड़ों में पुलिस सुरक्षित जगह ले गई। नारंग ने बाद में समाचार एजेंसी ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि कुछ लोगों द्वारा उन्हें ‘‘घूसे मारे’’ गए। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे बहुत घूंसे मारे गए और मेरे कपड़े भी फाड़ दिए गए।’’ यह पूछे जाने पर कि क्या उन्होंने इस मामले में कोई शिकायत दर्ज कराई है, नारंग ने कहा था कि वह इस मुद्दे पर पार्टी नेतृत्व से बात करेंगे। हालांकि, इस मसले पर रविवार को मलोत पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज कर ली गई।
बोले CM- PM किसानों की समस्या हल करेंः हालांकि, पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने नारंग पर कथित हमले की कड़ी निंदा की और साथ ही राज्य में शांति भंग करने की कोशिश करने वाले के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी। उन्होंने किसानों से हिंसा के ऐसे कृत्यों में शामिल नहीं होने का आग्रह किया और स्थिति को बढ़ने से रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की कि वे पिछले साल संसद में कृषि कानूनों के पारित होने से उत्पन्न संकट का तुरंत समाधान करें। मुख्यमंत्री ने पुलिस प्रमुख को घटना के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया, जो विधायक को बचाने की कोशिश कर रहे पुलिस कर्मियों से भी भिड़ गए।
सोशल मीडिया क्या कुछ बोले लोग?: लेखिका शेफाली वैद्य (@ShefVaidya) ने घटना का वीडियो शेयर करते हुए पूछा- पंजाब में आखिरकार हो क्या रहा है? सीएम अमरिंदर, बीजेपी के विधायक की पिटाई हुई और ‘तथाकथित’ किसानों द्वारा उनके कपड़े फाड़ दिए गए, जबकि पुलिस इस दौरान तमाशा देखती रही? अगर यह किसी बीजेपी शासित सूबे में हुआ होता, तब सोचिए कि मीडिया में कितना हो-हल्ला होता! पर यह कांग्रेस शासित प्रदेश है, इसलिए सब ठीक है।
What the hell is happening in Punjab? @capt_amarinder, a @BJP4India MLA was beaten n stripped by so-called ‘farmers’ while police looked on? If this happened in a @BJP4India state, imagine d uproar in media! But this is @INCIndia state, so all is quiet. pic.twitter.com/EmD3h7cJpo
— Shefali Vaidya. (@ShefVaidya) March 27, 2021
@MrDoron1 के हैंडल से दावा किया गया, “यह साफ तौर पर खालिस्तानियों द्वारा हिंदुओं पर किया गया हमला है।” @V1KALP
के अकाउंट से कहा गया, खालिस्तानी अपने असली रंग दिखा रहे हैं। अमरिंदर सरकार ने अगर सख्ती न बरती तो सूबे में हिंसा और विवाद का दौर लौटने वाला है। @Bhanu0Singh ने कहा, “इन खालिस्तानी गुंडों और पंजाब पुलिस को शर्म आनी चाहिए।” पत्रकार @fgautier26 के मुताबिक, “पंजाब में फिर से ‘खालिस्तान हो रहा है’। मैं इसे 20 साल से देख रहा हूं। पर नेता (कांग्रेस और बीजेपी दोनों) सो रहे हैं। यह कनाडा और यूएसए में प्रवासी सिखों से शुरू हुआ था और फिर भारत में फैला।” वहीं, @RAJANSHARMA____ ने कहा- ये खालिस्तानी नहीं पंजाबी हैं। ये 1984 को दोहराना चाहते हैं, जबकि हजारों हिंदू मारे गए थे। भाषा के नाम पर मंदिर क्षतिग्रस्त किए गए थे।
BJP का आरोप- कानून व्यवस्था पंजाब में ध्वस्तः भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने इस घटना पर अमरिंदर की अगुवाई वाली सरकार पर निशाना साधा और दावा किया कि इससे ‘‘यह उजागर हो गया है कि राज्य में कानून और व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है।’’ उन्होंने इस घटना को नारंग पर ‘‘जानलेवा हमला’’ करार देते हुए सत्तारूढ़ कांग्रेस पर इसका षड्यंत्र रचने का आरोप लगाया। उन्होंने आरोप लगाया कि अमरिंदर सिंह ‘‘भाजपा की आवाज़ को दबाने के लिए इस तरह के हमलों को भड़का रहे हैं।’’ चुघ ने मुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग की। बता दें कि हरियाणा और उत्तर प्रदेश के साथ लगती दिल्ली की सीमाओं पर गत नवंबर से हजारों किसान कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। वे कृषि कानूनों का वापस लिये जाने की मांग कर रहे हैं। (भाषा इनपुट्स के साथ)