दुनिया के ऑलटाइम ग्रेट बल्लेबाजों में से एक सचिन तेंदुलकर ने 2004 में सिडनी टेस्ट में 241 रनों की नाबाद पारी खेली थी। यह ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज बल्लेबाज स्टीव वॉ का आखिरी मैच था। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में खेली गई इस पारी को टेस्ट क्रिकेट की बेहतरीन पारियों में गिना जाता है। तेंदुलकर के दोहरे शतक की मदद से टीम इंडिया ने मैच को ड्रॉ कराया और सीरीज 1-1 से बराबर करने में सफल रही। उन्होंने उस मैच को लेकर अपने यूट्यूब चैनल पर एक रोचक खुलासा किया।

सचिन ने कहा, ‘‘सिडनी टेस्ट में मैंने 241 रन बनाए थे। उन पांच दिनों में मैं केवल एक ही गाना सुना था। वह ब्रायन एडम्स का Summer of 69 था। मैंने उस गाने को लूप पर रखा। चाहे हम मैदान में, ड्रेसिंग रूम में, मैच से पहले बल्लेबाजी करने, लंच टाइम, चाय के समय के लिए बाहर जा रहे थे, मैच के बाद वापस होटल जा रहे थे … पांच दिन केवल Summer of 69 था और कुछ नहीं।’’ सीरीज का पहला टेस्ट ब्रिस्बेन में ड्रॉ हो गया था। इसके बाद दूसरा टेस्ट एडिलेड में भारत 4 विकेट से जीता था। तीसरा टेस्ट मेलबर्न में ऑस्ट्रेलिया 9 विकेट से जीता और चौथा टेस्ट सिडनी में ड्रॉ रहा था।

तेंदुलकर ने ब्रिस्बेन में 0 रन बनाए थे। इसके बाद एडिलेड में 1 और 37 रन की पारी खेली थी। मेलबर्न में वो फिर से शून्य पर आउट हुए। दूसरी पारी में 44 रन बनाए थे। तीन टेस्ट में फेल होने के बाद सचिन ने सिडनी में पूरा हिसाब चुकता कर लिया। इससे पहले तेंदुलकर कई बार ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों की जमकर कुटाई की थी। तीन टेस्ट में फ्लॉप होने पर वे आलोचकों के निशाने पर थे। उन्होंने सबको करारा जवाब दिया और स्टीव वॉ के आखिरी टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया को जीतने से रोक दिया।

इससे पहले तेंदुलकर ने 2003 वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा 673 रन बनाए थे। दक्षिण अफ्रीका में खेले गए उस टूर्नामेंट में टीम इंडिया फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से हारी थी। तेंदुलकर ने खुलासा किया कि वर्ल्ड कप के दौरान उनका एक फेवरेट एल्बम था। वह भारतीय सिंगर लकी अली का था। तेंदुलकर ने कहा, ‘‘मुझे याद है कि दक्षिण अफ्रीका में वर्ल्ड कप 2003 के दौरान मैं लकी अली के सुर एल्बम के गाने सुन रहा था। मुझे लग रहा था कि वह शानदार है और मुझे लगातार आगे बढ़ा रहा है।’’