आईपीएल 2024 में विराट कोहली ने शनिवार को राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ इस सीजन की पहली सेंचुरी लगाई। यह ना सिर्फ कोहली का इस सीजन में पहला शतक था बल्कि किसी भी खिलाड़ी के द्वारा इस सीजन में लगाया गया पहला शतक था। हालांकि कोहली इस सेंचुरी के बाद सोशल मीडिया पर ट्रोल हो रहे हैं। दरअसल, विराट का यह शतक आईपीएल इतिहास का सबसे स्लो शतक था। उन्होंने 67 गेंद में सेंचुरी पूरी की थी। इसके बाद से विराट को सोशल मीडिया पर ट्रोल किया जा रहा है और ट्रोल करने वालों में अधिकतर पाकिस्तानी फैंस हैं।
विराट के शतक पर बटलर ने फेरा पानी
राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ विराट कोहली ने 72 गेंद में नाबाद 113 रन की पारी खेली। उन्होंने अपनी पारी में 12 चौके और 4 छक्के लगाए। हालांकि उनकी इस पारी पर राजस्थान रॉयल्स के ओपनर जोस बटलर ने पानी फेर दिया। बटलर ने भी जवाब में शतक लगाया और अपनी टीम को 6 विकेट से जीत दिला दी। बटलर 58 गेंद में 100 रन की पारी खेलकर नाबाद रहे। राजस्थान रॉयल्स ने 19.1 ओवर में 183 रन का लक्ष्य हासिल करके मैच जीत लिया।
कोहली से पहले स्लो सेंचुरी लगाने वाले प्लेयर
विराट कोहली की 67 गेंद में सेंचुरी आईपीएल इतिहास की संयुक्त रूप से सबसे स्लो सेंचुरी थी। उनसे पहले आरसीबी की ओर से ही मनीष पांडे ने 2009 में दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ 67 गेंद में शतक लगाया था। कोहली के अलावा सचिन तेंदुलकर ने 2011 में कोच्चि टस्कर्स के खिलाफ 66 गेंद में सेंचुरी लगाई थी। डेविड वार्नर 2010 में केकेआर के खिलाफ 66 गेंद में शतक लगा चुके हैं जबकि विस्फोटक बल्लेबाज जोस बटलर का भी नाम इस लिस्ट में है। उन्होंने 2022 में मुंबई के खिलाफ 66 गेंद में शतक लगाया था।
पाकिस्तानी फैन का ट्वीट
आईपीएल इतिहास की सबसे स्लो सेंचुरी लगाने के बाद एक पाकिस्तानी फैन जुनैद खान ने ट्वीट किया है और कहा है कि विराट कोहली को आईपीएल इतिहास का सबसे धीमा शतक लगाने की बधाई। विराट को ट्रोल करने वालों में कई विदेशी और भारतीय खिलाड़ी भी हैं। कोहली की पारी को लेकर टॉम मूडी ने कहा है कि कोहली के स्ट्राइक रेट पर सवाल उठाए जाने चाहिए, क्योंकि वह पूरी टीम को नहीं संभाल सकते। उन्होंने शतक जरूर लगाया है, लेकिन दूसरे छोर पर निराशा मिली।
अंबाती रायुडू ने की तारीफ
विराट कोहली के शतक पर अंबाती रायुडू ने भी प्रतिक्रिया दी है। अंबाती ने कहा है, “विराट कोहली की कल की पारी उनकी सबसे निस्वार्थ पारी है। उन्होंने अपनी टीम के लिए खेला। वह अपने स्ट्राइक रेट के लिए तेजी से बाउंड्री लगा सकते थे जिससे कि वह विकेट भी गंवा सकते थे, लेकिन उन्होंने वहीं किया जो टीम के लिए सही थी और उस वक्त टीम की जरूरत थी।