विराट कोहली ने इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टेस्ट मैच में अर्धशतक लगाया। उन्होंने लीड्स टेस्ट की दूसरी पारी में भी अर्धशतक लगाया था। विराट कोहली ने दो साल बाद टेस्ट क्रिकेट में लगातार दो 50+ रन की पारियां खेली हैं। इससे पहले उन्होंने अगस्त 2019 में नॉर्थ साउंड और किंग्सटन में क्रमशः 51 और 76 रन की पारियां खेली थीं।
चौथे टेस्ट में विराट कोहली की पारी के अलावा एक और चीज के लिए उनकी काफी तारीफ हुई। दरअसल, इंग्लैंड की ओर से 32वां ओवर क्रिस वोक्स लेकर आए। उनके ओवर की आखिरी गेंद पर अजिंक्य रहाणे के पैड पर लगी और अंपायर ने उन्हें तुरंत एलबीडब्ल्यू आउट दे दिया। रहाणे पवेलियन की ओर चलने लगे। तभी कोहली ने उन्हें रोका और रिव्यू लेने को कहा।
कोहली के समझाने पर रहाणे को भी लगा कि वह शायद आउट नहीं हैं। इसके बाद रहाणे ने रिव्यू लिया। रिव्यू में पता चला कि गेंद ऑफ स्टंप की लाइन और गुड लेंथ पर पड़ने के बाद हल्का सा अंदर की ओर आई और फ्रंटफुट पर लगी।
हालांकि गेंद ने अतिरिक्त उछाल लिया था, इसलिए रहाणे बच गए और भारत का रिव्यू सफल रहा। इसके बाद सोशल मीडिया पर विराट कोहली के DRS को लेकर लिए गए फैसले की काफी तारीफ हुई।
खास यह है कि लीड्स में खेले गए तीसरे टेस्ट में अजिंक्य रहाणे ने विराट कोहली को रिव्यू लेने के लिए कहा था। तब विराट बच गए थे। चौथे टेस्ट में विराट कोहली ने अजिंक्य रहाणे को रिव्यू के लिए कहा। इस बार रहाणे बच गए। सोशल मीडिया पर लोगों ने इस बात का भी जिक्र किया। कुछ लोगों ने लिखा कि कोहली ने रहाणे का कर्ज उतार दिया।
रहाणे के खाते में उस समय सिर्फ एक रन ही जुड़ा था। हालांकि, रहाणे इस जीवनदान का बहुत फायदा नहीं उठा पाए। वह 14 रन बनाकर क्रेग ओवर्टन की गेंद पर मोईन अली के हाथों कैच आउट हो गए।
शार्दुल ठाकुर और उमेश यादव ने सही साबित किया कप्तान का फैसला
यही नहीं, टॉस के बाद प्लेइंग इलेवन की घोषणा करते हुए जब विराट कोहली ने शार्दुल ठाकुर और उमेश यादव को टीम में शामिल करने की बात कही थी, तब बहुत से लोगों ने उनके फैसले पर सवाल उठाए थे। हालांकि, शार्दुल ठाकुर ने 31 गेंद में अर्धशतक ठोक अपने कप्तान के फैसले को सही साबित कर दिया।
वहीं, उमेश यादव ने पिछले तीन टेस्ट मैच से भारत के लिए सिरदर्द बने जो रूट को सस्ते में पवेलियन भेज अपनी उपयोगिता को भी साबित किया। हालांकि, रविंद्र जडेजा एक बार फिर कप्तान और टीम मैनेजमेंट की कसौटी पर खरा नहीं उतर पाए। वह सिर्फ 10 रन ही बना पाए।
रविंद्र जडेजा ने नॉटिंघम टेस्ट में 56 रन की पारी खेली थी। उन्होंने लॉर्ड्स में पहली पारी में 40 और दूसरी पारी में 3 रन बनाए थे। लीड्स में वह पहली पारी में 4 और दूसरी पारी में 30 रन बनाकर आउट हुए। अब ओवल में भी वह 10 रन ही बना पाए। उन्होंने पिछली 6 पारियों में 23.83 के औसत से 143 रन ही बनाए हैं।