ऑस्ट्रेलिया में दर्द झेलने के बावजूद टेस्ट मैच बचाने वाले टीम इंडिया के ऑलराउंडर हनुमा विहारी इन दिनों क्रिकेट नहीं, बल्कि अलग कारणों से सुर्खियों में हैं। हनुमा इन दिनों अपने दोस्तों के नेटवर्क के जरिए कोविड-19 के मरीजों को अस्पताल में भर्ती करने या उनके लिए ऑक्सीजन सिलिंडर की व्यवस्था करने में लगे हैं। महामारी के दूसरी लहर में पॉजिटिव मामलों और मृतकों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है और इस अप्रत्याशित स्वास्थ्य संकट में आपात सहायता पहुंचाने में सोशल मीडिया अहम भूमिका निभा रहा है।

काउंटी क्रिकेट खेलने के लिए ब्रिटेन में होने के बावजूद विहारी लोगों की मदद करने के लिये अपने ट्विटर हैंडल का उपयोग कर रहे हैं। उन्होंने 100 स्वयंसेवकों की टीम तैयार की है। इनमें आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और कर्नाटक के उनके दोस्त शामिल हैं। इस 27 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा, ”मैं स्वयं का महिमामंडन नहीं करना चाहता हूं। मैं यह काम जमीनी स्तर पर लोगों की मदद के लिए कर रहा हूं जिन्हें वास्तव में इस मुश्किल समय में हरसंभव मदद की जरूरत है। यह केवल शुरुआत है।” विहारी इंग्लि​श काउंटी वारविकशर की तरफ से खेलने के लिए अप्रैल के शुरू में इंग्लैंड रवाना हो गए थे। भारतीय टीम तीन जून को ब्रिटेन पहुंचेगी और विहारी वहीं टीम से जुड़ेंगे।

हनुमा ने कहा, ‘‘दूसरी लहर इतनी मजबूत है कि अस्पताल में बिस्तर पाना बेहद मुश्किल हो रहा है और यह अकल्पनीय है। इसलिए मैं अधिक से अधिक लोगों की मदद करने के लिये अपने फालोअर्स का स्वयंसेवक के रूप में उपयोग कर रहा हूं। मेरा लक्ष्य विशेषकर उन लोगों तक पहुंचना है जो कि प्लाज्मा, बिस्तर या आवश्यक दवाईयों की व्यवस्था नहीं कर पा रहे हैं। लेकिन यह पर्याप्त नहीं है। मैं भविष्य में अधिक सेवाएं करना चाहता हूं।’’

भारतीय ऑलराउंडर ने कहा, ”मैंने स्वयं की टीम तैयार की है। यह अच्छे इरादों से तैयार की गई है। लोग इससे प्रेरित हो रहे हैं और मेरी मदद कर रहे हैं। मेरे साथ एक वाट्सएप ग्रुप में स्वयंसेवक के रूप में लगभग 100 लोग जुड़े हैं और उनकी कड़ी मेहनत से हम कुछ लोगों की मदद कर पा रहे हैं। इस ग्रुप में मेरी पत्नी, बहन और आंध्र के कुछ साथी खिलाड़ी भी शामिल हैं। ” भारत के आगामी इंग्लैंड दौरे के बारे में विहारी ने कहा कि यदि उन्हें पांच टेस्ट मैचों की सीरीज के दौरान किसी समय पारी की शुरुआत करने के लिए कहा जाता है तो वह इसके लिए तैयार रहेंगे।