भारत के पूर्व ओपनर गौतम गंभीर अपनी बल्लेबाजी की तरह अपनी राय भी बेबाक अंदाज में देने के लिए जाने जाते हैं। गौतम ने हमेशा कहा कि कप्तान जीत का नायक नहीं बल्कि पूरी टीम होती है। 11 खिलाड़ी मिलकर ही कप्तान के बेहतर बनाते हैं। वे कभी नहीं मानते कि टीम इंडिया की जीत का श्रेय सिर्फ MS DHONI और विराट कोहली को ही दिया जाए। गंभीर का इंटरव्यू सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें उन्होंने टीम इंडिया की कप्तानी को लेकर खुलकर बात की थी।

गंभीर ने दो साल पहले एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा था, ‘‘धोनी के साथ मेरे रिश्ते अच्छे रहे हैं, लेकिन मेरे अपने विचार हैं। मैं बचपन से ही मानता हूं कि टीम स्पोर्ट्स में 15 के 15 खिलाड़ी उतने ही महत्वपूर्ण हैं, जितना एक कप्तान है। कप्तान के निर्णय को सफलता तक उसके खिलाड़ी पहुंचाते हैं। कप्तान के फैसले को अमल में लाने के लिए वैसे गेंदबाज और बल्लेबाज होने चाहिए। कप्तान का फैसला तभी सही साबित होगा जब उसके पास बेहतर खिलाड़ी होंगे। मैं हमेशा यह कहता हूं कि आप सारा श्रेय विराट कोहली को नहीं देंगे। टीम में रोहित शर्मा, अजिंक्य रहाणे, अश्विन, जडेजा और जसप्रीत बुमराह जैसे खिलाड़ी हैं।’’

गंभीर ने कहा था, ‘‘सारा श्रेय कप्तान को क्यों मिलना चाहिए। पहले सौरव गांगुली को सारा क्रेडिट मिलता था। उसके बाद महेंद्र सिंह धोनी और अब विराट कोहली को। आप किसी को उस स्तर पर लेकर चले जाते हैं कि दूसरे खिलाड़ियों को लगता है कि उसके बारे में कोई बात ही नहीं करता है। इसी के बाद टीम में खटास होने लगता है।’’ गंभीर भारत के लिए 58 टेस्ट, 147 वनडे और 37 टी20 मैच में खेले थे। उन्होंने 154 आईपीएल मुकाबलों में भी हिस्सा लिया था।

धोनी की कप्तानी के समय गंभीर लंबे समय तक टीम के उपकप्तान थे। उन्होंने कई मैचों में कप्तानी भी की, लेकिन उन्हें धोनी के बाद नियमित कप्तान नहीं बनाया गया। टीम इंडिया की कप्तानी करने को लेकर गौतम ने कहा था, ‘‘कौन खिलाड़ी भारत की कप्तानी करने के लिए तैयार नहीं है? किसी ने इसके लिए मना नहीं किया होगा। लोगों ने सफलता नहीं मिलने के बाद कप्तानी छोड़ी है। भारत की कप्तानी किसी भी खेल में करना गर्व की बात होती है। हर खिलाड़ी इसके लिए तैयार होता है।’’