बढ़ता वजन किसी भी उम्र में परेशानी का सबब बनता है। देश और दुनिया में ऐसे लोगों की संख्या में इज़ाफा हो रहा है जिनका वजन बीएमआई (Body Mass Index)के मुताबिक अधिक है। सन् 1980 के बाद से 70 से भी अधिक देशों के लोगों में मोटापे की दर दोगुनी हो गई है जिसमें भारत भी शामिल है। एक रिपोर्ट के मुताबिक 2045 तक पूरी दुनिया में एक चौथाई हिस्सा लोग मोटापा के शिकार होंगे। मोटापा बढ़ने का सबसे बड़ा कारण है कैलोरी बर्न करने की तुलना में कैलोरी का अधिक सेवन करना। ज्यादा कैलोरी का सेवन करने से फैट बॉडी में जमा होने लगता है और मोटापा तेजी से बढ़ने लगता है। महिलाएं मोटापा से परेशान हैं और जिम जाने का समय नहीं है तो आप घर में भी आसानी से बेली फैट को कम कर सकती हैं।

मोटापा को कंट्रोल करने के लिए खान-पान पर कंट्रोल करना और बॉडी को एक्टिव रखना जरूरी है। बॉडी को एक्टिव रखने के लिए कुछ एक्सरसाइज बेहद असरदार साबित होती हैं। हॉलिस्टिक फ़िटनेस कोच डॉ. मिकी मेहता के मुताबिक वजन कम करने के लिए वो लोगों को योग, स्वीमिंग, वॉक करने और साइकिल चलाने की सलाह देती हैं। वजन कम करने के लिए आप ऐसे उपायों को खोजें जो आपकी डेली रूटीन में फिट बैठें। आइए जानते हैं कि आप घर में बेली फैट को कंट्रोल करने के लिए कौन-कौन सी एक्सरसाइज कर सकती हैं।

पवनमुक्त आसन कीजिए: (Pavanamuktasana)

पवनमुक्तासन (Pavanamuktasana) पेट की चर्बी (belly fat) कम करने के लिए सबसे अच्छे योग आसनों में से एक है। पवनमुक्तासन एसिडिटी (acidity), अपच (indigestion)और कब्ज (constipation)को दूर करता है। पेट के अंगों (abdominal organs)को मजबूत करने के लिए यह एक बेहतरीन अभ्यास है। यह कमर दर्द (back pain) को दूर करता है। जो लोग गैस, एसिडिटी, गठिया और दिल के रोगों से पीड़ित हैं वो इस आसन को करें काफी राहत मिलेगी। इसे करने से बेली फैट भी कंट्रोल रहता है।

जमीन पर लेट कर साइकिल चलाएं: (cycling)

बेली फैट को कम करना चाहते हैं तो इस सिंपल एक्सरसाइज को कीजिए। जमीन पर पीठ के बल लेटकर आप साइकिल चलाने जैसी एक्सरसाइज को कीजिए। पैरों को 90 डिग्री पर ऊपर उठाने पर पेट के ऊपरी हिस्से में दबाव पड़ता है। जबकि 45 डिग्री पर पैर उठाने से मध्य पेट में असर दिखता है और 30 डिग्री पर पेट के चिनचले हिस्से का फैट कम करने में मदद मिलती है। बेली फैट कम करने के लिए आप जमीन पर लेटकर साइकिल चलाएं बेस्ट एक्सरसाइज है।

भुजंगासन करें: (Bhujangasana)

भुजंगासन या कोबरा पोज़ को कुर्सी का सहारा लेकर किया जा सकता है। कुर्सी के पीछे खड़े हो जाएं, इसके बैक रेस्ट को पकड़े रहें। श्वास लें और ऊपर की ओर खिंचाव करें। यह आसन लंग्स को हेल्दी रखेगा और सांस लेने की क्षमता बढ़ाएगा। इसे करने से रीढ़ की हड्डी के लचीलेपन में सुधार भी होता है।

वर्कआउट के लिए सबसे अच्छा समय :(BEST TIME FOR WORKOUTS)

मॉर्निंग वर्कआउट बेहतर होता हैं क्योंकि वे न केवल पेट की चर्बी कम करने में मदद करता हैं, बल्कि मूड और पोषण संतृप्ति (nutritional satiety) में भी सुधार करते हैं। अगर शाम को समय मिल सके तो इससे उन्हें शरीर के ऊपरी हिस्से की मांसपेशियों की ताकत और सहनशक्ति बढ़ाने में मदद मिलेगी। पूरे दिन शारीरिक प्रक्रियाएं एक समान नहीं होती हैं, क्योंकि कुछ हार्मोन ऊपर और नीचे जाते हैं, इसलिए पूरे दिन कभी भी बॉडी को सक्रिय रख सकते हैं। अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए आप दिन में दो बार खाली पेट एक्सरसाइज कर सकती हैं।