Karnataka Election Result 2023: कर्नाटक विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान राजनीतिक दलों के नेताओं ने खूब विवादित बयान दिए। जिसके चलते यह चुनाव काफी सुर्खियों में रहा। चुनाव प्रचार में ‘जहरीले सांप’ और ‘बजरंग बली’ के साथ-साथ ‘टीपू सुल्तान’ पर बयान दिए गए। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पीएम मोदी को ‘जहरीला सांप’ बोला तो वहीं बीजेपी विधायक ने सोनिया गांधी को ‘विषकन्या’ कहा। हालांकि खड़गे ने अपने ‘जहरीले सांप’ वाले बयान पर बाद में सफाई भी दी।
चुनाव प्रचार के गिरते स्तर ने चुनाव आयोग का भी ध्यान आकर्षित किया। जिसने सभी राजनीतिक दलों को गरिमा के अनुरूप अपेक्षित स्तर बनाए रखने के लिए उनके नामित स्टार प्रचारकों के संबंध में एक सलाह भी जारी की थी। आइए जानते हैं कर्नाटक चुनाव प्रचार के दौरान कब-किन नेताओं ने बयानबाजी की। जिसके चलते कर्नाटक विधानसभा चुनाव इस बार काफी सुर्खियों में रहा।
पीएम मोदी को ‘जहरीला सांप’
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने 27 अप्रैल पीएम नरेंद्र मोदी को लेकर विवादित बयान दिया था। कर्नाटक के कलबुर्गी में उन्होंने कहा था, ”पीएम मोदी ‘जहरीले सांप’ की तरह हैं, आप सोच सकते हैं कि यह जहर है या नहीं, अगर आप इसे चाटते हैं तो मारे जाएंगे।’ खड़गे के इस बयान के बाद बीजेपी ने तीखी प्रतिक्रिया दी थी। हालांकि, खड़गे के बयान पर विवाद बढ़ने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा था कि उन्होंने पीएम मोदी को लेकर बयान नहीं दिया था। बल्कि बीजेपी की विचारधारा को लेकर बयान दिया था।
बीजेपी MLA ने सोनिया गांधी की तुलना ‘विषकन्या’ से की
खड़गे की टिप्पणी के बाद कर्नाटक के भाजपा विधायक और पूर्व केंद्रीय मंत्री बसनगौड़ा पाटिल यतनाल ने सोनिया गांधी को लेकर विवादित बयान दिया था। यतनाल ने 29 अप्रैल को एक चुनावी रैली में कांग्रेस की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी की तुलना “विषकन्या” से की थी।
यतनाल ने कहा था, ‘पूरी दुनिया मोदी की सराहना करती है, लेकिन कांग्रेस प्रमुख उनकी तुलना एक जहरीले सांप से करते हैं। सोनिया गांधी, जिनके ऊपर तुम नाचते फिरते हो, क्या विषकन्या हैं?’ भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि कांग्रेस की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष ने देश को बर्बाद करने के लिए चीन और पाकिस्तान के एजेंट के रूप में काम करने का आरोप लगाया। सोनिया गांधी पर टिप्पणी के बाद कांग्रेस ने बीजेपी से यतनाल को पार्टी से निकालने की मांग की थी।
कांग्रेस बजरंगबली को बंद करना चाहती है: पीएम मोदी
कांग्रेस ने अपने घोषणा में बजरंग दल को लेकर कहा था कि ‘ हम मानते हैं कि कानून और संविधान पवित्र हैं और बजरंग दल, पीएफआई या उन जैसे अन्य व्यक्ति या संगठन (चाहे वे बहुसंख्यक से हों या अल्पसंख्यक से) दुश्मनी या नफरत फैलाने के लिए उसका उल्लंघन नहीं कर सकते. हम कानून के अनुसार निर्णायक कार्रवाई करेंगे, जिसमें ऐसे किसी भी संगठन पर प्रतिबंध लगाना शामिल है. जब घोषणा पत्र जारी किया गया था, तब उसमें कहा गया था कि अगर कांग्रेस सत्ता में आती है, तो ऐसे संगठनों को प्रतिबंध सहित कड़ी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है।’
कांग्रेस के घोषणापत्र के बाद पीएम मोदी ने कांग्रेस पर हमला करते हुए दावा किया कि पार्टी “जय बजरंग बली का नारा लगाने वालों को बंद करना चाहती है”। विजयनगर जिले में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा था, ‘मैं हनुमान की धरती पर आया हूं। मेरा सौभाग्य है कि मुझे हनुमान की भूमि को प्रणाम करने का अवसर मिला, लेकिन दुर्भाग्य देखिए कि जब मैं हनुमान की भूमि का सम्मान करने आया हूं, उसी समय कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में हनुमान जी को बंद करने का निर्णय लिया है।
मोदी ने कहा, “पहले उन्होंने (कांग्रेस) भगवान राम को बंद किया और अब उन्होंने ‘जय बजरंग बली’ का नारा लगाने वालों को बंद करने की कसम खाई है।” उन्होंने कहा, ‘यह देश का दुर्भाग्य है कि कांग्रेस को भगवान राम से दिक्कत थी और अब उसे ‘जय बजरंग बली’ कहने वालों से दिक्कत है।’
प्रियांक खड़गे ने पीएम मोदी को बोला ‘नालायक बेटा’
मल्लिकार्जुन खड़गे के “जहरीले सांप” वाले बयान के कुछ दिनों बाद उनके बेटे और चित्तपुर कांग्रेस के उम्मीदवार प्रियांक खड़गे (मौजूदा विधायक) ने कहा था कि जब पीएम मोदी कालबुर्गी आए थे, तो उन्होंने कहा था कि आप सब डरिए मत, बंजारा समुदाय का एक बेटा दिल्ली में बैठा है।” प्रियांक खड़गे ने कहा कि ऐसा ‘नालायक बेटा’ बैठेगा तो घर कैसे चलेगा।’
मल्लिकार्जुन खड़गे को जान से मारने की धमकी
6 मई को कांग्रेस ने कलबुर्गी जिले के चित्तपुर निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार माणिक राठौड़ का कथित रूप से एक ऑडियो क्लिप साझा किया था। जिसमें माणिक राठौड़ को कन्नड़ में यह कहते हुए सुना गया था कि वो “खड़गे, उनकी पत्नी और बच्चों” को जान से मार देंगे। इसके बाद राजस्थान पुलिस ने उनकी टिप्पणी के लिए राठौड़ पर हत्या और आपराधिक धमकी के आरोप में मामला दर्ज किया था।
‘मुस्लिम लड़कियों को बच्चा पैदा करने वाली मशीन नहीं बनाना’
भाजपा के लिए कर्नाटक के कोडागु जिले के शनिवारारसंथे मदिकेरी में हिमंता बिस्वा सरमा ने एक चुनावी रैली को संबोधित किया था। इस दौरान उन्होंने कहा था कि हमें यूनिफॉर्म सिविल कोड लाना होगा। मुस्लिम महिलाओं और बेटियों की चार से ज्यादा शादियां कराई जाती हैं। क्या यह कोई व्यवस्था है
हिमंता ने कहा था कि दुनिया में ऐसा नियम नहीं होना चाहिए। हमें समान नागरिक संहिता लागू कर इस व्यवस्था को समाप्त करना होगा। मुस्लिम बेटियों को डॉक्टर और इंजीनियर बनाया जाना चाहिए, बच्चा पैदा करने वाली मशीन नहीं। बीजेपी ने सत्ता में आने पर समान नागरिक संहिता पर काम करने का वादा किया है। मैं इसके लिए बीजेपी को धन्यवाद देना चाहता हूं।
टीपू की तरह सिद्धारमैया को खत्म करो: सी एन अश्वथ नारायण
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. सी एन अश्वथ नारायण ने फरवरी में एक बयान दिया था। जिसके बाद विवाद खड़ा हो गया था। मंत्री ने कहा था कि कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता सिद्धारमैया को 18वीं शताब्दी के मैसूर के शासक की तरह खत्म कर देना चाहिए। मांड्या में एक रैली को संबोधित करते हुए नारायण ने कहा था कि अगर बीजेपी कर्नाटक विधानसभा चुनाव हार जाती है, तो सिद्धारमैया सत्ता में आएंगे तो टीपू की प्रशंसा करते हैं। अश्वथ नारायण ने कहा, ”टीपू का बेटा सिद्धारमैया आएगा… क्या आप टीपू या सावरकर चाहते हैं? हमें टीपू सुल्तान को कहां भेजना चाहिए? उरी गौड़ा और नन्जे गौड़ा ने क्या किया? उसी तरह उन्हें भी बाहर कर दिया जाना चाहिए और भेज दिया जाना चाहिए।”
सिद्धारमैया ने मंत्री के बयान पर कहा, ”सिद्धारमैया को खत्म करो का क्या अर्थ है? एक मंत्री जिसे लोगों की रक्षा करनी चाहिए, क्या अश्वथ नारायण ने यह सही कहा? अब पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह क्या कहेंगे? हमला करना, मारना और हत्या करना बीजेपी की संस्कृति है।”
हालांकि बाद में अश्वथ नारायण ने अपने बयान पर खेद जताया। नारायण ने कहा कि उनके इस बयान का मतलब यह था कि हमें अगले चुनाव में कांग्रेस की हार सुनिश्चित करनी चाहिए। सिद्धारमैया के साथ मेरे कोई व्यक्तिगत मतभेद नहीं हैं। मेरे केवल राजनीतिक और वैचारिक मतभेद हैं।
लव जिहाद नागरिक मुद्दों से ज्यादा महत्वपूर्ण: भाजपा कर्नाटक अध्यक्ष
इससे पहले 2 जनवरी में भाजपा के कर्नाटक प्रदेश अध्यक्ष नलिन कतील लव जिहाद को लेकर बयान दिया था। कतील ने कहा था कि राज्य में पार्टी कार्यकर्ताओं को इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सड़क, नाली और अन्य छोटे मुद्दों के बजाय “लव जिहाद” के मुद्दे पर ध्यान देना चाहिए। कतील ने मंगलुरु में कैडर के लिए भाजपा के बूथ विजय अभियान में ये टिप्पणी की थी। कतील ने कहा था कि मैं आप लोगों से पूछ रहा हूं – सड़क और सीवेज जैसे मामूली मुद्दों के बारे में बात न करें। उन्होंने कहा कि अगर हम लव जिहाद को रोकना चाहते हैं तो इसके लिए हमें बीजेपी की जरूरत होगी।