बिहार में एनडीए ने 125 सीटों के साथ बहुमत का आंकड़ा हासिल कर लिया है। वहीं महागठबंधन को 110 सीटों पर ही जीत हासिल हुई। एलजेपी के चिराग पासवान के खाते में केवल एक सीट गई। बीजेपी नेताओं का कहना है कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही बिहार में सरकार बनेगी।
बिहार चुनाव में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआइएमआइएम ने कमाल किया है। सीमांचल की पांच सीटों पर ओवैसी की पार्टी ने जीत हासिल की है। उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस की पारंपरिक मानी जाने वाली सीटें कब्जाई हैं। विधानसभा चुनाव में पारू विधानसभा सीट से भाजपा के अशोक कुमार सिंह ने निर्दलीय शंकर प्रसाद को 14698 वोट से हराया है। परिहार से भाजपा की गायत्री देवी ने राजद के रितु कुमार को 1569 वोट से हराया।
नोखा से राजद की अनिता देवी ने जदयू के नागेंद्र चंद्रवंशी को 17672 वोट से हराया है। वहीं रानीगंज से जदयू के अचमित ऋषिदेव ने राजद के अविनाश मंगलम को 2304 वोट से पराजित किया है। राजपुर से कांग्रेस के विश्वनाथ राम ने जदयू के संतोष कुमार निराला को 21204 वोट से शिकस्त दी है। सरायरंजन से जदयू के विजय कुमार चौधरी ने राजद के अरबिंद कुमार साहनी को 3624 वोट से हराया। सहरसा से भाजपा के आलोक रंजन ने राजद की लवली आनंद को 19679 वोट से हराया है।
बता दें कि बिहार में कुल 243 विस सीटें हैं। किसी भी दल को बहुमत के लिए 122 का आंकड़ा चाहिए था जो कि एनडीए ने हासिल कर लिया है। सूबे में इस बार की असल सियासी जंग एनडीए (भाजपा, जेडीयू, हम, वीआईपी) और गठबंधन (राजद, कांग्रेस और वाम दल) के बीच मानी जा रही थी।
चिराग ने ट्विटर पर लिखा, ;'बिहार की जनता ने आदरणीय नरेंद्र मोदी जी पर भरोसा जताया है।जो परिणाम आए हैं उससे यह साफ़ है की भाजपा के प्रति लोगो में उत्साह है।यह प्रधानमंत्री आदरणीय नरेंद्र मोदी जी की जीत है।' उन्होंने कहा, 'सभी लोजपा प्रत्याशी बिना किसी गठबंधन के अकेले अपने दम पर शानदार चुनाव लड़े।पार्टी का वोट शेयर बढ़ा है।लोजपा इस चुनाव में बिहार1st बिहारी1st के संकल्प के साथ गई थी।पार्टी हर ज़िले में मज़बूत हुई है।इसका लाभ पार्टी को भविष्य में मिलना तय है।'
लोक जनशक्ति पार्टी के नेता चिराग पासवान इस चुनाव में शुरू से ही सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधते रहे। हालांकि खुद उनकी पार्टी को सिर्फ एक सीट पर सफलता मिल सकी है। अपने पिता राम विलास पासवान के निधन के बाद चिराग के नेतृत्व में यह पहला चुनाव है। प्रदेश में एनडीए के बहुमत के साथ अब उन्हें अपनी भूमिका तय करनी होगी।
लोजपा नेता चिराग पासवान ने चुनाव से पहले ही सीएम नीतीश कुमार को लेकर अपना विरोध जताना शुरू कर दिया था। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि उनके इस रवैये से नीतीश कुमार की सत्ताधारी जदयू को काफी नुकसान हुआ है। दूसरी तरफ उत्तर भारत की राजनीति में पांव पसार रहे एमआईएमआईएम ने अपनी चाल से राजद और कांग्रेस का खेल बिगाड़ दिया।
बाहुबली आनंद मोहन की पत्नी लवली आनंद सहरसा सीट से और शिवहर से आरजेडी उम्मीदवार चेतन आनंद 38 हजार से ज्यादा वोट से चुनाव हार गए हैं।
बिहार में अभी भी कई सीटों पर कड़ा मुकाबला जारी है, ऐसी कई सीटें हैं, जहां कभी भी नतीजे पलट सकते हैं। अब तक मिली जानकारी के मुताबिक 2 सीटों पर वोटों का अंतर 200 से कम है। 6 सीटों पर वोटों का अंतर 500 से कम है। 6 सीटों पर वोटों का अंतर 1000 से कम है।
रामगढ़ सीट से राजद के सुधाकर सिंह ने बसपा के अंबिका सिंह को 189 मतों से पराजित किया है। परसा विधानसभा क्षेत्र से राजद के छोटे लाल राय ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी एवं राजद प्रमुख लालू प्रसाद के समधी और जदयू उम्मीदवार चंद्रिका राय को 17293 मतों से पराजित किया है। महराजगंज विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के विजय शंकर दुबे ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी जदयू के हेम नारायण साह को 1976 मतों से शिकस्त दी है।
बिहार चुनाव नतीजों के बाद हैदराबाद में जमकर आतिशबाजी हो रही है। AIMIM पार्टी के बेहतर प्रदर्शन को लेकर जश्न मना रहे हैं। ओवैसी के घर के बाहर कार्यकर्ता जमकर नाचे। पार्टी को बिहार विधानसभा चुनाव में पांच सीटों पर जीत मिलती दिख रही है।
बिहार विधानसभा चुनाव के मतों की गिनती का काम चल रहा है। कभी एनडीए तो कभी महागठबंधन आगे हो जाता है। देर रात तक स्थिति स्पष्ट होने के आसार हैं। आरजेडी का महागठबंधन भी सत्ता के करीब है।कमजोर संगठन होने के बावजूद लालू यादव के बेटे तेजस्वी आज टक्कर देने की स्थिति में हैं। चुनाव आयोग के मुताबिक, बिहार में रात साढ़े आठ बजे तक 4.10 करोड़ वोटों में से 3.66 करोड़ वोटों की गिनती हो चुकी है।
सकरा से अशोक कुमार चौधरी ने जीत हासिल की है। जाले से भारतीय जनता पार्टी के जिबेश कुमार जीते हैं। हायाघाट से बीजेपी के राम चंद्र प्रसाद जीते हैं। बथनाहा से बीजेपी के अनिल कुमार जीते हैं। साहेबपुर कमाल से राष्ट्रीय जनता दल के सतानंद समबुद्धा जीते है। वैशाली से जदयू के सिद्धार्थ पटेल जीते हैं।
राजद नेता और लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव हसनपुर विधानसभा सीट से जीत गए हैं। तेजप्रताप यादव ने राजकुमार राय को हराया है।
चुनाव आयोग के मुताबिक कोरोना संकट की वजह से वोटों की गिनती देर रात तक चलेगी। कोरोना की वजह से गिनती के नियमों में बदलाव किया गया है। इधर पटना में जेडीयू कार्यालय में कई पोस्टर लगाए गए हैं। जिसमें एक पोस्टर में लिखा है 'जनता ने फिर से चुना- 24 कैरेट गोल्ड'। इसके अलावा दूसरे पोस्टर में तेजस्वी यादव पर तंज कसा गया है।
बिहार के रुझानों में NDA बहुमत के पार हो गया है। शाम 5 बजे तक 4.10 करोड़ वोटों में से 2.56 करोड़ यानी करीब 62% वोटों की गिनती पूरी हो चुकी है। दोपहर 4 बजे तक NDA 133 सीटों पर आगे था, लेकिन शाम 5 बजते-बजते वह घटकर 123 सीटों पर आ गया। राजद भी दावा करता रहा- ‘बिहार ने बदलाव कर दिया है और महागठबंधन की सरकार बनना तय है।
केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि जो रुझान आए हैं, सभी स्पष्ट हैं। जनता ने बीजेपी के विकास और सुशासन के संकल्प के साथ अपने आप को जोड़ा है। बिहार में ऐसी ही स्थिति साफ तौर पर दिखाई दे रही है। कुछ लोग हार पर रोने और ठीकरा फोड़ने के मजबूर हैं। जनता ने जो जनादेश दिया है, उसे सभी को मानना चाहिए।
बिहार विधानसभा चुनावों में ‘द प्लूरल्सपार्टी’ बनाकर मैदान में उतरीं पुष्पम प्रिया चौधरी दोनों सीटों पर बहुत पीछे चल रही हैं। बांकीपुर विधानसभा सीट पर उन्हें अब तक 1644 वोट मिले हैं जबकि बिस्फ़ी सीट पर उन्हें 792 वोट मिले हैं।
चुनाव आयोग ने कुल 10 सीटों पर नतीजे घोषित कर दिये हैं। आंकड़ों के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी ने 4, कांग्रेस ने 1, जदयू ने 2, राजद ने 2 और विकासशील इंसान पार्टी ने 1 सीट पर जीत दर्ज की है।
बिहार में हुए विधानसभा चुनाव के वोटों की गिनती हो रही है। फिलहाल, एनडीए 129 और महागठबंधन 103 सीटों पर आगे चल रहे हैं। इस बीच जो रुझान आ रहे हैं उनमें नीतीश सरकार के पांच मंत्रियों की हालत ठीक नहीं लग रही है। जयशंकर सिंह (लगभग 12 हजार वोट से पीछे), कृष्णनंदन वर्मा (13 हजार), सुरेश शर्मा (2 हजार वोट), संतोष निराला (7 हजार), रामसेवक सिंह (14 हजार) पीछे चल रहे हैं।
चुनाव आयोग के मुताबिक 243 सीटों पर में से 129 सीटों पर NDA आगे है। इसमें BJP-74 और JDU-49 सीट जबकि, विकासशील इंसान पार्टी 6 सीट पर आगे है। महागठबंधन 102 सीटों पर आगे है जिसमें राजद 65 कांग्रेस 19 और लेफ्ट 18 सीटों पर आगे हैं।
आरजेडी की तरफ से ट्वीट कर कहा गया है कि 'हम सभी क्षेत्रों के उम्मीदवारों और कार्यकर्ताओं से संपर्क में है और सभी जिलों से प्राप्त सूचना हमारे पक्ष में है। देर रात तक गणना होगी। महागठबंधन की सरकार सुनिश्चित है। बिहार ने बदलाव कर दिया है। सभी प्रत्याशी और काउंटिंग एजेंट मतगणना पूरी होने तक काउंटिंग हॉल में बने रहें।'
चुनाव आयोग के मुताबिक, इस बार बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे देर रात तक आएंगे। कोरोना संकट काल में कई सावधानियों के साथ वोटों की गिनती हो रही है, साथ ही काउंटिंग बूथ की संख्या भी करीब 50 फीसदी तक बढ़ी है। कई सीटें ऐसी हैं, जहां पर इस बार 19 से 51 राउंड तक वोटों की गिनती होनी है। दोपहर ढाई बजे तक करीब 1.34 करोड़ वोट गिने गए, जबकि तीन करोड़ से अधिक वोट गिने जाने बाकी हैं।
बिहार में इस बार चिराग पासवान की पार्टी LJP अलग चुनाव लड़ी है। एलजेपी के अलग चुनाव लड़ने से एनडीए को करीब 29 सीटों पर नुकसान हुआ है, जिसमें जदयू को सबसे अधिक 26 सीटों पर घाटा हुआ है। वहीं, महागठबंधन को 27 सीटों पर लोजपा के कारण मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है।
बक्सर जिले की राजपुर विधानसभा सीट से नीतीश सरकार के परिवहन मंत्री संतोष कुमार निराला प्रत्याशी हैं। जेडीयू नेता संतोष कुमार निराला लगातार दो बार चुनाव जीत चुके हैं। इस सीट पर महागठबंधन की तरफ से कांग्रेस के टिकट पर विश्वनाथ राम चुनावी मैदान में हैं। इस सीट पर विश्वनाथ राम आगे चल रहे हैं और संतोष कुमार निराला पीछे हैं।
बिहार के चर्चित सीटों में शामिल मधेपुरा से जेडीयू के निखिल मंडल फिलहाल आगे चल रहे हैं। इस सीट से जाप सुप्रीम पप्पू यादव लगातार पीछे चल रहे हैं।
बिहार के रुझानों में NDA बहुमत के पार हो गया है। हालांकि, इसमें अभी पेंच फंसा हुआ है, क्योंकि दोपहर डेढ़ बजे तक सिर्फ 22% वोटों की गिनती हुई थी। यानी 4.10 करोड़ वोट में से 92 लाख वोट काउंट हुए थे। उधर, प्लूरल्स पार्टी की पुष्पम प्रिया चौधरी EVM हैकिंग का आरोप लगा रही हैं। उनका कहना है कि हर बूथ से EVM के वोट NDA को ट्रांसफर हो रहे हैं।
दोपहर एक बजे तक के आंकड़ों के मुताबिक 166 सीटों पर वोटों का अंतर 5000 से कम था। जबकि 123 सीटों पर मतों का अंतर 3000 से कम है। 80 सीटों पर यह आंकड़ा 2000 से भी कम है। 49 सीटों पर मतों का ये अंतर 1000 से भी कम है। 500 वोट से कम मतों के अंतर वाली 20 सीटें हैं जबकि 7 सीटें ऐसी हैं जहां वोटों का मार्जिन 200 से कम है। जाहिर है कि ये सीटें कभी भी रुझान बदल सकती हैं।
चुनाव आयोग के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, एनडीए कुल 127 सीटों पर अभी आगे है। जबकि महागठबंधन 105 सीटों पर अभी आगे है। ट्रेंड को देखें तो अब बीजेपी-जेडीयू गठबंधन को साफ बहुमत मिलता दिख रहा है। बिहार की जनता ने मोदी-नीतीश की डबल इंजन वाली सुशासन वाली सरकार पर भरोसा जताया है। महागठबंधन ने भी 100 का आंकड़ा पार कर लिया है। यहां दिलचस्प बात यह है कि दोनों गठबंधन के बीच सीटों और वोट मार्जिन का अंतर काफी कम है।
सुलतानगंज से जदयू 1,313 वोट से आगे चल रही है। यहां जदयू को अबतक 6858 वोट मिले हैं, वहीं कांग्रेस को 5545 और लोजपा को 881 वोट मिले हैं। कहलगांव से कांग्रेस 3,907 वोट से आगे चल रही है। यहां कांग्रेस को 12739 वोट और भाजपा 8832 वोट मिले हैं। वहीं पीरपैंती से राजद से भाजपा 1426 वोट से आगे चल रही है। अबतक भाजपा को 10372 और राजद को 8946 वोट मिले हैं।
बिहार में कई सीटों पर 51 राउंड तक की गिनती हो सकती है, ऐसे में देर शाम तक नतीजे आ पाएंगे। चुनाव आयोग के मुताबिक, शुरुआत में कई जगह वोटों की गिनती धीरे हो रही थी लेकिन अब रफ्तार पकड़ी है।
RJD- तेजस्वी यादव-5458
BJP- सतीश कुमार-3904
LJP- राकेश कुमार-1271
1271 वोट से तेजस्वी आगे।
बिहार में लोकजनशक्ति पार्ट और निर्दलीय निर्णायक भी सरकार बनाने में अहम भूमिका निभा सकते हैं। अभी 11 सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार आगे चल रहे हैं। वहीं पासवान की पार्टी के खाते में अबतक 5 सीटें आती दिख रहीं हैं। वहीं भाजपा, जेडीयू और आरजेडी की करीब 30 सीटें ऐसी हैं जहां दोनों प्रत्याशियों के बीच 1000 से कम मतों का अंतर है।
महागठबंधन में आरजेडी 22 सीटों के नुकसान के साथ 58 सीटों पर आगे चल रही है। वहीं कांग्रेस 6 सीटों के नुकसान के साथ 21 सीटों पर आगे चल रही है। वहीं लेफ्ट बेहतरीन प्रदर्शन कर रहा है। सीपीआई मा. ले 10 सीटों की बढ़त के साथ 13 सीटों में आगे चल रही है।
राजधानी पटना में बीजेपी के दफ्तर में सुबह में सन्नाटा पसरा हुआ था, लेकिन अब जबसे रूझानों में एनडीए ने महागठबंधन को पछाड़ा है, तबसे एनडीए खेमे में खुशी की लहर दौड़ गई है।
सभी सीटों पर आए रूझानों के मुताबिक, अब बीजेपी और जेडीयू का एनडीए आगे चल रहा है। अभी ईवीएम की मतगणना शुरू नहीं हुई है। जैसे ही ईवीएम खुलेंगे आंकड़े और बदलेंगे। पोस्टल बैलेट की गिनती में एनडीए महागठबंधन से बहुत आगे निकाल गया है।
दोनों दलों में कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है। एनडीए 116 और महागठबंधन 110 सीटों पर आगे चल रहा है। एनडीए में अबतक बीजेपी 69, जेडीयू 42 पर आगे चल रही है। वहीं महागठबंधन में आरजेडी 70, कांग्रेस 23 और सीपीआई 9 सीटों पर आगे चल रही है। वहीं हसनपुर विधानसभा सीट से लाल प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप पीछे चल रहे हैं। करीब दस बजे तक वह आगे चल रहे थे. वहीं, हम के इमामगंज से उम्मीदवार और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी भी पीछे हो गए हैं। करीब सवा दो घंटे की काउंटिंग के बाद अब बीजेपी और जेडीयू के एनडीए को बहुमत मिल गया है।
दिनारा विधानसभा सीट से एलजेपी के राजेंद्र सिंह आगे चल रहे हैं। मधेपुरा से जन अधिकार पार्टी के मुखिया पप्पू यादव पीछे चल रहे हैं।
2015 में बैलेट पेपर की गिनती पर एनडीए काफी बढ़त बनाए हुए था। जिस वजह से एनडीए खेमें में खुशी की लहर दौड़ गई थी। लेकिन जैसे ही ईवीएम की गिनती शुरू हुई पासा पलटने लगा और उसके बाद महागठबंधन की लीड अंत समय तक बनी रही। पूरी मतगणना के बाद 178 सीटों के साथ बिहार में महागठबंधन की सरकार बनी थी। लेकिन इस बार बैलट में भी महागठबंधन को वोट मिलता दिख रहा है ऐसे में जब ईवीएम की गिनती शुरू होगी तब क्या पासा फिर पलट जाएगा। क्या बैलेट के बाद ईवीएम में एग्जिट पोल के मुताबिक ही परिणाम आएंगे।
गया सीट से बीजेपी के प्रेम कुमार आगे चल रहे हैं। महागठबंधन 104 सीटों पर आगे चल रहा है, जबकि एनडीए 101 सीटों पर आगे है।
एनडीए के घटक दलों की बात करें तो जेडीयू की तुलना में बीजेपी का प्रदर्शन काफी अच्छा है। एनडीए में अबतक बीजेपी 49, जेडीयू 20 पर आगे चल रही है। वहीं एलजेपी 5 सीटों पर आगे है।
महागठबंधन में आरजेडी सबसे बड़ी पार्टी बनकर सामने आ रही है। महागठबंधन में आरजेडी 36, कांग्रेस 16 और सीपीआई 7 सीटों पर आगे चल रही है। रुझानों में एनडीए के घटक दलों की बात करें तो जेडीयू की तुलना में बीजेपी का प्रदर्शन काफी अच्छा है। एनडीए में अबतक बीजेपी 31, जेडीयू 16 पर आगे चल रही है।
पोस्टल वैलिट की गिनती शुरू हो गई है। शुरुआती रुझानों में महागठबंधन 35 और एनडीए 32 सीटों पर आगे चल रही है। इसमें आरजेडी 24 और कांग्रेस 8 सीट पर आगे चल रही है।
पोस्टल वैलिट की गिनती शुरू हो गई है। पहले रुझान में महागठबंधन 3 सीटों पर आगे चल रही है। इसमें आरजेडी 2 और कांग्रेस एक सीट पर आगे चल रही है। दोपहर बाद तस्वीर साफ हो जाएगी कि आखिर इस बार के चुनाव में कौन सत्ता हासिल करेगा।