बिहार विधानसभा चुनाव में पार्टियों का एक-दूसरे पर सियासी हमला जारी है। अब हम प्रमुख जीतनराम मांझी ने एनडीए गठबंधन से अलग चुनाव लड़ रहे एलजेपी चीफ चिराग पासवान पर निशाना साधा है। उन्होंने चिराग को कोरोना वायरस बताया है। मांझी ने कहा कि वो लंका की जगह अयोध्या में आग लगाएंगे। ऐसे में बिहार के लोग इस तरह के वायरस से बचकर रहें। दूसरी तरफ बिहार विधानसभा चुनाव से जुड़े भाजपा के विज्ञापनों एवं पोस्टरों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तस्वीर नहीं होने को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सुरजेवाला ने मंगलवार को दावा किया कि भाजपा ने नीतीश को अभी पोस्टर से गायब किया है, लेकिन 10 नवंबर को बिहार से ही गायब कर देगी।
उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि नीतीश कुमार के खिलाफ लोजपा प्रमुख चिराग पासवान की बयानबाजी के पीछे भाजपा है। बिहार से संबंधित कांग्रेस की चुनाव प्रबंधन समिति के प्रमुख सुरजेवाला ने ‘पीटीआई-भाषा’ से बातचीत में दावा किया, ‘‘सात नवंबर को मतदान खत्म होने के बाद भाजपा, जद (यू) को कूड़ेदान में डाल देगी। ये लोग नीतीश बाबू को दूध में से मक्खी की तरह निकालकर फेंक देंगे। इसीलिए लोक जनशक्ति पार्टी को जद (यू) की सारी सीटों पर खड़ा किया है और भाजपा के 50 उम्मीदवार लोजपा के चुनाव चिन्ह पर जदयू के खिलाफ लड़ रहे हैं।’’
निर्वाचन आयोग (ईसी) ने मध्यप्रदेश में उपचुनाव लड़ रहीं भाजपा नेता इमरती देवी को अनाम राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी को ‘पागल’ बताने और उनके परिवार की महिलाओं के खिलाफ टिप्पणी को लेकर मंगलवार को नोटिस जारी किया। इमरती देवी को नोटिस का जवाब देने के लिए 48 घंटे का समय दिया गया है । ऐसा नहीं होने पर निर्वाचन आयोग आगे की कार्रवाई का फैसला करेगा।
महाराष्ट्र के बीड जिले के सावरगांव में रैली के दौरान निषेधाज्ञा का उल्लंघन करने के आरोप में भाजपा नेता पंकजा मुंडे सहित 40-50 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी। मुंडे ने 25 अक्टूबर को सावरगांव में भगवान गढ़ का दौरा किया और वहां से एक ऑनलाइन दशहरा रैली को संबोधित किया। एक अधिकारी ने बताया कि पंकजा मुंडे, राज्यसभा सदस्य डॉ भागवत कराड, विधायक मोनिका राजले और मेघना बोर्डीकर एवं रैली में शामिल अन्य लोगों के खिलाफ अमलनेर पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया है ।
जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि राजद नेता तेजस्वी यादव अपने पिता लालू प्रसाद के पदचिह्नों पर चलना चाहते हैं लेकिन बिहार की जनता ‘जाति आधारित गोलबंदी’ से बाहर निकल कर ‘विकास का रास्ता’ अपना चुकी है। सिंह ने कहा, ‘‘ बिहार उस छाया से निकल चुका है जहां सिर्फ जाति के आधार पर गोलबंदी होती थी। लेकिन तेजस्वी यादव आज भी अपने पिता (लालू प्रसाद) के पदचिह्नों पर चलना चाहते हैं। जातपात करने वाले ऐसे लोगों से प्रदेश के विकास की उम्मीद नहीं की जा सकती है।’’
बिहार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की तरफ से प्रचार करने पहुंचे पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि बिहार हत्या के मामले में यूपी के बाद दूसरे नंबर पर है। नीतीश के राज में अपराधों में रिकॉर्ड 84 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। नीतीश सरकार में अपराधियों को संरक्षण दिया गया। बिहा में रोज 737 अपराध दर्ज होते हैं।
केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने कांग्रेस और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव पर हमला बोला है। उन्होंने मंगलवार को पटना में प्रेसवार्ता के दौरान कहा कि एनडीए सरकार में बिहार में बहुत बदलाव आया है। हॉस्पिटल, कॉलेज, सड़क, रोजगार जैसे मुद्दों पर काम हुए हैं। उन्होंने तेजस्वी यादव से सवाल पूछा कि उन्होंने माले के लोगों को गले क्यों लगाया है। वो देश के टुकड़े-टुकड़े करने वालों के साथ क्यों हैं। उन्होंने चुनावी पोस्टरों से अपने माता-पिता को क्यों गायब कर दिया। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि तेजस्वी जनता को क्या याद करेंगे। उन्होंने कहा कि बिहार में एनडीए नीतीश कुमार के नेतृत्व में है। महंगाई पर विपक्ष को बोलने का हक नहीं है। यूपीए काल में महंगाई 11-12 फीसदी थी। मौजूद महंगाई पर उन्होंने कहा कि ये सीजनल है, जिसका असर जल्द दूर हो जाएगा।
बिहार विधानसभा चुनाव में पहले चरण के मतदान से ठीक पहले सोनिया गांधी ने बिहार की अवाम के नाम एक पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने सीएम नीतीश पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि सत्ता में रहते हुए मौजूदा सरकार अहंकार में है और अपने रास्ते से भटक गई है। उनकी कथनी और करनी में अंतर है। मजदूर असहाय हैं, किसान चिंतित हैं और युवा निराश हैं। जनता कांग्रेस महागठबंधन के साथ है। पत्र में सोनिया गांधी ने कहा कि बिहार में सत्ता और अहंकार में डूबी सरकार अपने रास्ते से अलग हट गई है। किसान-युवा निराश हैं। राज्य सरकार की ना करनी अच्छी है और ना कथनी अच्छी है।
बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन से सीएम चेहरा और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव आज बिहार की जनता के साथ 'नौकरी संवाद' करेंगे। उन्होंने सोमवार को ट्वीट कर बताया कि 27 अक्टूबर की शाम सात बजे बिहार के युवाओं के साथ नौकरी संवाद किया जाएगा। महागठबंधन और आरजेडी के घोषणा पत्र में सरकार बनने पर पहली कैबिनेट बैठक में 10 लाख सरकारी नौकरियों का वादा किया गया है।
2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में राजद प्रमुख लालू प्रसाद के बड़े पुत्र तेजप्रताप यादव ने महुआ सीट से चुनाव लड़ा था और जीत हासिल की थी। लेकिन इस बार तेज प्रताप यादव अपनी पुरानी महुआ सीट छोड़कर समस्तीपुर की हसनपुर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। महुआ सीट से जद (यू) उम्मीदवार आसमां परवीन मैदान में हैं। क्लिक कर पढ़ें पूरी खबर
Bihar Elections 2020 में पहले चरण के मतदान से ऐन पहले मुंगेर में सोमवार शाम हिंसा भड़क गई। मां दुर्गा के प्रतिमा विसर्जन के दौरान पत्थरबाजी और फायरिंग हुई। दरअसल, पूजा समितियों को 26 अक्टूबर की शाम तक विसर्जन करने के लिए कहा था। पर मंगलवार शाम पंडित दीन दयाल उपाध्याय चौक पर मूर्तियों का अंबार लग गया था। पुलिस ने इसी को लेकर इसी पर जल्द से जल्द विसर्जन के लिए कहा, जिस पर लोगों से बहस हो गई। देखते ही देखते पत्थरबाजी और फायरिंग भी हो गई, जिसमें एक व्यक्ति की जान चली गई। वहीं, करीब 27 लोग जख्मी हुए हैं।
बिहार विधानसभा चुनाव में प्रदेश के मुख्यमंत्री और जेडीयू नेता नीतीश कुमार लगातार चुनाव प्रचार कर रहे हैं। हालांकि पिछले चुनाव की तुलना में इस बार वो अपनी रैलियों में काफी आक्राम नजर आ रहे हैं। ऐसे ही एक चुनावी रैली में उन्होंने आरजेडी नेता लालू यादव पर बिना नाम लिए तीखा हमला करते हुए कठोर शब्दों का इस्तेमाल किया। जेडीयू प्रमुख ने कहा कि लोग 8-9 बच्चे पैदा करते रहे हैं, बेटी पर भरोसा नहीं है। कई बेटियां हो गईं तब बेटा हुआ।
मुजफ्फरपुर के सकरा में एक चुनावी रैली के दौरान बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के हेलीकॉप्टर की तरफ सोमवार को किसी व्यक्ति ने चप्पल फेंक दी। हालांकि, चप्पल हेलीकॉप्टर तक नहीं पहुंची। पुलिस उपाधीक्षक (मुजफ्फरपुर पूर्वी) मनोज पांडेय ने बताया कि रैली के दौरान हेलीपैड पर खड़े मुख्यमंत्री के हेलीकॉप्टर की तरफ चप्पल फेंकी गई। उस समय मुख्यमंत्री मंच पर थे। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री की रैली में व्यवधान पैदा करने के आरोप में तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है। चप्पल फेंकने की घटना के समय कुछ लोग नारेबाजी भी कर रहे थे। गौरतलब है कि सकरा की रैली से पहले भी मुख्यमंत्री को कुछ रैलियों में विरोध की स्थिति का सामना करना पड़ा है। कुछ स्थानों पर कुमार ने शोरशराबा करने वालों पर नाराजगी भी व्यक्त की और उनपर राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों की शह पर काम करने का आरोप लगाया तथा कहा कि इससे उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता है।
बिहार विधानसभा चुनाव में पहले चरण के तहत जिन 71 विधानसभा क्षेत्रों में 28 अक्टूबर को मतदान होना है, उनके लिए सोमवार की शाम प्रचार समाप्त हो गया। बिहार विधानसभा के प्रथम चरण के चुनाव प्रचार के दौरान केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने आरेजडी नेता और महागठबंधन से सीएम उम्मीदवार तेजस्वी यादव पर खूब निशाना साधा। क्लिक कर पढ़ें पूरी खबर