
मनुष्य में ऐसी कौन सी प्रवृत्ति है जो उसे अपने और ‘सामने वाले’ के बारे में इतने अंतर से सोचने…
राष्ट्रीय बाल अधिकार आयोग द्वारा मुख्य रूप से जिन तीन बातों पर जोर दिया गया है उनमें पहली महत्त्वपूर्ण बात…
दरअसल, मंत्रालय का यह मानना है कि वाट्सऐप की ओर से निजता नीति में बदलाव गोपनीयता और आंकड़े या ब्योरों…
चक्रवाती तूफान से अरबों-खरबों का नुकसान होना जाहिर-सी बात है। ऐसी आपदाओं में लोगों को जो खोना पड़ता है, उसे…
विश्व स्वास्थ्य संगठन और भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद् के निर्देशों को तोते की तरह दुहरा देने वाले विशेषज्ञ तमाम चैनलों…
कोरोना हमें मजबूर कर रहा है कि अब स्वास्थ्य सुरक्षा को मूल आवश्यकताओं की सूची में सबसे ऊपर रखा जाए,…
सरकार महज दावों के सहारे यह दिखाने की कोशिश में लगी है कि वह कोरोना के खिलाफ कारगर लड़ाई लड़…
टीकाकरण अभियान में भी रोड़े कम नहीं आ रहे हैं। राज्यों के पास पर्याप्त टीके नहीं हैं। कंपनियां रातों-रात तो…
यह दुनिया मनुष्य से इतर किसी दूसरे के लिए भी हो सकती है, इसे स्वीकार ही नहीं करता। आखिर किस…
नदी संरक्षण के हमारे प्रयास बड़ी और बारहमासी नदियों पर ही केंद्रित रहे हैं। जबकि छोटी नदियां प्रदूषण और उपेक्षा…
आज के कोरोना संकटकाल में जान बचाने के अलावा रोजी-रोटी बचाना और सामाजिक सरोकार, ताना-बाना बचाना बड़ी चुनौती है। कोरोना…
भारतीयों की त्रासदी है कि वे विदेशी संस्थाओं, समाचारपत्रों एवं विचारकों को निष्पक्ष और हितकारी मान बैठते हैं। यह गलती…