राजनीति: डिजिटल युग और महिलाएं
इंटरनेट उपयोग करने के मामले में भारत दुनिया में दूसरे नंबर पर है। पहला स्थान चीन का है। बावजूद इसके भारत के इंटरनेट उपयोक्ताओं...
राजनीति: आलस्य से उपजती बीमारियां
हर उम्र, हर वर्ग के लोगों में बढ़ रही आरामतलबी और अलस्य सिर्फ शारीरिक सक्रियता कम नहीं कर रही, ऐसी जीवनशैली की वजह से...
राजनीति: चुनौती बनता कैंसर
भारत में अगले पांच वर्षों में कैंसर के मामलों की संख्या में बारह फीसदी की बढ़त होगी। गांवों-कस्बों से लेकर महानगरों तक, आधी आबादी...
राजनीति: बेटियों का हक और समाज
हमारे यहां परंपरागत रूप से शादी के बाद बेटियों को परिवार का सदस्य नहीं माना जाता। अब जब वे जन्म के साथ ही पिता...
राजनीति: वक्त के साथ बदलती खाप पंचायतें
दिखावे के रुतबे की वजह से ऐसी हत्याएं दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में होती रहती हैं। लेकिन भारत जैसे एशियाई देशों में ऐसे मामले...
राजनीति: तंग नजरिये की शिकार स्त्री
यह सच है कि बीते कुछ सालों में महिलाओं के जीवन से जुड़े कई पहलुओं पर बदलाव आया है। यह परिवर्तन सकारात्मक भी है।...
रजीनीति: बदलाव के मोर्चे पर जूझती बेटियां
मौजूदा समय में बेटियां शिक्षित हो रही हैं और आत्मनिर्भर भी। पर बुनियादी स्तर पर उन्हें आज भी ऐसे कई मोर्चों पर लड़ाई लड़नी...
राजनीतिः क्यों नहीं चाहते बेटियां
घर-परिवार से लेकर समाज के माहौल तक, आज भी बेटियों के जन्म को लेकर न तो सकारात्मकता दिखती है और न ही दिली स्वीकार्यता।...
राजनीतिः हांफती स्वास्थ्य सेवाएं
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार प्रति दस हजार की आबादी पर पचास बिस्तर और पच्चीस डॉक्टर होने चाहिए। जबकि भारत में प्रति दस हजार...
आधी आवादी का सवाल
हमारे देश में सबसे ज्यादा बदलाव की दरकार समाज में मौजूद परंपराओं, रूढ़ियों और भेदभाव भरी मानसिकता की जकड़न को लेकर है। बेटे और...
राजनीति: विदेशी दूल्हे पर शिकंजा
विडंबना ही है कि ऐसे उत्पीड़न और धोखेबाजी के बावजूद हमारे यहां दूसरे देशों में बसे परिवारों में बेटियां ब्याहने को लेकर गजब का...
दुनिया मेरे आगे: संवाद की कड़ियां
आज भले ही आधुनिक तकनीक हमारी जिंदगी का हिस्सा बन गई है, पर मशीनें इंसानी संवाद की जगह नहीं ले सकतीं। इसीलिए आज के...
कार्य संस्कृति: व्यस्तता का दुश्चक्र
अत्याधुनिक उपकरणों के जरिए अब काम का समय ही नहीं बढ़ रहा, बल्कि पूरी जीवनशैली प्रभावित हो रही है। वाकई चिंतनीय है कि यह...
राजनीति: चारदिवारी में असुरक्षित स्त्री
परंपरागत सोच और रूढ़िवादी मानसिकता की जकड़न ने बहुत कुछ बदल कर भी कुछ न बदलने जैसे हालात बना रखे हैं। यही वजह है...
राजनीति: प्रदूषण की भेंट चढ़ता बचपन
हमारे देश में हालिया बरसों में महानगरों में प्रदूषण अत्यधिक तेजी से फैला है। राजधानी दिल्ली में तो हर साल प्रदूषण की स्थितियां चेतावनी...
राजनीति: खौफ में आधी आबादी
कुत्सित प्रवृत्ति के चलते होने वाली ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए नैतिक आदर्शों और अर्थपूर्ण मान्यताओं को विचार और व्यवहार में जगह देनी...
राजनीति: आत्महत्या की प्रवृत्ति और समाज
इसमें कोई शक नहीं कि बीते बरसों में बड़े शहरों में आबादी का दबाव तेजी से बढ़ा है। दूर-दराज के गांवों-कस्बों से लोग रोजगार...
राजनीतिः आभासी दुनिया की विकृतियां
पिछले कुछ वर्षों में दुनियाभर में करोड़ों लोग सोशल मीडिया की लत के शिकार हो गए हैं। हालात ऐसे हो चले हैं कि किसी...