उत्तराखंड के चमोली जिले में रविवार को एक हिमनद के टूटने से आई आपदा में अब तक तीस से ज्यादा…
अ तिथि के प्रति आदर का भाव भारतीय संस्कृति की मुख्य बातों में से एक है। आज के इस बाजारवादी…
पहले यथार्थ पर व्यंग्य करने के लिए प्रहसन लिखे जाते थे, फिर जब यथार्थ खुद प्रहसन जैसा हो गया तो…
जेएनयू क्रांतिकथा में ‘देशद्रोहियों’ के चार-चार वीडियो थे, आग में घी डालने का काम किया। वे हर चैनल पर बजते…
पटियाला हाउस में जो हुआ शर्मनाक जरूर है, लेकिन उन हादसों से इस देश को मेरी नजर में कोई खतरा…
आदमी तीमारदारी से तब तौबा करता है जब तीमारदारी खुद एक बीमारी बन जाती है। आदमी दुनियादार है तो आनंद…
बाल गंगाधर तिलक ने कहा था ‘स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है’। उन पर देशद्रोह का मुकदमा चला। वह उस समय…