
वोट जनता की ताकत है’ जैसी न जाने कितनी पंक्तियां और नारे मतदान के महत्त्व को दर्शाते दिखाई देते हैं।
‘पर हित सरिस धर्म नहिं भाई / पर पीड़ा सम नहीं अधमाई।’ यानी दूसरों के हित करने के समान कोई…
वर्तमान में देश में चुनावों का स्वरूप बदल गया है। किसी भी स्तर के चुनाव हों, वे अत्यधिक खचीर्ले हो…
दुनिया के अन्य देशों की तुलना में भारत में कोरोना महामारी से मानव क्षरण कम हुए है, उसकी वजह भारतीयों…
आम लोगों के समक्ष जितना जल्द 3-जी और 4-जी आ गया, उसके बाद 5-जी की उम्मीद भरी निगाहें लोगों को…
धर्म संसद का आयोजन लोगों में धर्म के नैतिक मूल्यों, सर्व धर्म समभाव के भावों को जगाने के लिए होना…
पहले भ्रष्टाचार शब्द को एक गाली और नकारात्मक शब्द के तौर पर देखा जाता था।
पिछले दो सालों के दौरान एक ओर कोविड-19 स्वास्थ्य प्रणाली के लिए चुनौती बनकर आया तो वहीं इसने असमानता को…