Year Ender 2021 कोरोना महामारी की दूसरी लहर और किसान आंदोलन जैसी घटनाओं की वजह से काफी याद किया जाएगा: वैसे तो हर साल अपने आप में अलहदा होता है, पर वर्ष 2021 हिंदुस्तान के लिए बेहद खास रहा। देश ने इस दौरान कई उतार-चढ़ाव देखे, खट्टी-मीठी यादें संजोईं, जिन्हें हम और आप लंबे वक्त तक भूल नहीं पाएंगे। फिर चाहे वैश्विक महामारी कोरोना वायरस की भयावह दूसरी लहर हो या फिर नरेंद्र मोदी सरकार के लाए तीन कृषि कानूनों को लेकर किसानों का जोरदार प्रदर्शन। बेमौसम बारिश और बाढ़ ने भी देश के कई हिस्सों को चौंकाया, छकाया और चिंता बढ़ाई। आइए, जानते हैं कि वे कौन सी घटनाएं या पल थे, जिन्होंने मुल्क को न केवल हैरान किया बल्कि यादगार लम्हा बना दिया:
COVID-19 Second Wave: भारत में कोरोना की दूसरी लहर ने अप्रैल और मई, 2021 में त्राहिमाम मचाया था। मरीजों के साथ उनके परिजन अस्पतालों में बिस्तर, ऑक्सीजन सिलेंडर, दवा और अन्य जरूरी चीजों के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे थे। महामारी इतनी भयावह रूप ले चुकी थी कि कई जगह तो श्मशान हो या कब्रिस्तान लाशें दफ्नाने के लिए जगह कम पड़ गई थी। यहां तक कि इस दौर ने लोगों को रिश्तों की अहमियत और अपनों के साथ का महत्व भी बताया, समझाया और दिखाया।

Farmers Protest: केंद्र, किसानों के कल्याण और विकास के मकसद से तीन कृषि कानून लाई थी, पर वे इनके बारे में किसान भाइयों को अच्छे से समझा न सकी। नतीजतन दिल्ली से सटे बॉर्डरों पर किसान नेताओं ने आंदोलन का बिगुल फूंक दिया और अपनी मांगों को लेकर लंबी लड़ाई लड़ी। हालांकि, किसान और किसान आंदोलन की छवि को 26 जनवरी यानी गणतंत्र दिवस को थोड़ा धक्का भी लगा। ऐसा इसलिए, क्योंकि ट्रैक्टर परेड के दौरान कई प्रदर्शनकारी दिल्ली में घुस आए थे और उसके बाद लाल किला समेत कई इलाकों में हिंसा भड़क गई थी। पुलिस की बेरहमी से पिटाई के अलावा कुछ प्रदर्शनकारी जबरन लाल किले की प्राचीर पर जा चढ़े थे, जिनमें से एक ने वहां धार्मिक ध्वज भी लगा दिया था। वैसे, केंद्र द्वारा नरम रुख अपनाने के बाद 378 दिन बाद किसानों का आंदोलन खत्म भी हो गया।

West Bengal Polls: पश्चिम बंगाल में अप्रैल में विधानसभा चुनाव हुए थे, जबकि मई की शुरुआत में नजीते आए थे। कोरोना जब उत्तर भारत के हिस्सों में अति काट रहा था, तब चुनावी समर में वहां जमकर हिंसा भड़क रही थी। बीजेपी के लिए यह चुनाव मानों नाक की इज्जत का सवाल जैसा था। क्या बड़ा, क्या छोटा…पार्टी के अधिकतर फायरब्रांड नेताओं को बंगाल के रण में चुनाव प्रचार और वोटरों को लुभाने के लिए उतारा गया था, पर ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली टीएमसी तीसरी बार सत्ता पर काबिज हो गई। बंगाल चुनाव में असल लड़ाई टीएमसी और बीजेपी में थी और दोनों पार्टियों ने एक दूजे को हिंसा के लिए जिम्मेदार ठहराया था।

CDS Bipin Rawat, Actor Dilip Kumar & Siddharth Shukla’s Demise: 2021 ने भारत से उसके कुछ वीर सपूत और फिल्मी सितारे भी छीन लिए। इनमें सबसे ताजा नाम देश के सबसे पहले चीफ डिफेंस ऑफ स्टाफ (सीडीएस) और पूर्व सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत का नाम है। आठ दिसंबर को चॉपर हादसे में वह, उनकी पत्नी समेत 14 जवान “शहीद” हो गए। जाने-माने ऐक्टर दिलीप कुमार साहब ने जुलाई में दुनिया को 98 साल की उम्र में अलविदा कहा। वह काफी बीमार चल रहे थे। वहीं, टीवी सोप्स की दुनिया से निकल बिग बॉस के मंच तक पहुंचे मेहनती कलाकार सिद्धार्थ शुक्ला दो सितंबर को नहीं रहे। 40 साल की उम्र में उन्हें दिल का दौरा पड़ना और फिर हम सबको छोड़ कर चले जाना किसी को समझ ही नहीं आया।

PM Narendra Modi at UNGA: सितंबर 2021 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्वाड लीडर्स समिट और संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के 76वें सत्र के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका की ऐतिहासिक तीन दिन की यात्रा की। यूएस राष्ट्रपति जो बाइडेन ने सत्रों से पहले उनकी पहली व्यक्तिगत द्विपक्षीय बैठक के लिए व्हाइट हाउस में उनकी मेजबानी की थी। बाइडेन के पदभार संभालने के बाद पीएम मोदी की पहली द्विपक्षीय यात्रा को अमेरिकी सांसदों ने दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए एक ‘महत्वपूर्ण क्षण’ करार दिया। 25 सितंबर को आम बहस के दौरान बोलने वाले पहले राष्ट्राध्यक्ष के रूप में, पीएम मोदी ने चीन और पाकिस्तान के छिपे हुए इरादों को बेनकाब करने की कोशिश की और ‘प्रतिगामी सोच और उग्रवाद’ के खिलाफ आगाह किया। उन्होंने चेतावनी दी कि आतंकवाद को राजनीतिक हथियार के रूप में इस्तेमाल करने वालों पर इसका उल्टा असर होगा।
Neeraj Chopra’s Gold Medal in Tokyo Olympics: टीम इंडिया ने इस साल टोक्यो 2020 में अपना बेहतरीन ओलंपिक प्रदर्शन दिया, जिसमें सात पदक हासिल किए और अपने पिछले पदकों को पीछे छोड़ दिया। 2020-21 में COVID-19 लॉकडाउन और उससे जुड़ी चुनौतियों के साथ टोक्यो 2020 में भारतीय एथलीटों की उपलब्धियों ने न केवल देश को गौरवान्वित करने में मदद की, बल्कि भविष्य के लिए आशा और आकांक्षा को भी बढ़ाया। ऐतिहासिक उपलब्धि के केंद्र में भारत के स्टार भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा थे, जिन्होंने एथलेटिक्स में स्वर्ण पदक जीतने के देश के सदियों पुराने इंतजार को समाप्त कर दिया। इस जीत ने भारत को 2012 के लंदन खेलों में हासिल किए गए छह पदकों के अपने पिछले सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन को पार करने में भी मदद की।

Harnaaz Sandhu becomes Miss Universe (after 21 years): ग्लैमर और मनोरंजन के क्षेत्र में देश की बेटी हरनाज संधू ने दिसंबर में ब्यूटी पीजेंट (सौंदर्य प्रतियोगिता) के 70वें संस्करण में मिस यूनिवर्स का खिताब जीतकर देश को गौरवान्वित किया। साल 2000 में लारा दत्ता के जीतने के 21 साल बाद हरनाज़ यह प्रतिष्ठित सम्मान मुल्क लेकर आईं। संधू को मेक्सिको के रेड सी पोर्ट पर इलियट के लाल सागर बंदरगाह पर आयोजित एक शानदार समारोह में मिस यूनिवर्स 2021 का ताज पहनाया गया था। मिस यूनिवर्स के अलावा 21 वर्षीया के नाम 2019 में फेमिना मिस इंडिया पंजाब और फेमिना मिस इंडिया 2019 सहित कई पेजेंट खिताब हैं, जहां उन्हें सेमीफाइनलिस्ट के रूप में रखा गया था।
इन घटनाओं/लम्हों ने भी साल बनाया खासः
- भारत ने हॉकी में 41 साल का सूखा समाप्त किया। देश ने 1980 मॉस्को के बाद पहला मेडल हॉकी में हासिल किया।
- टोकयो ओलंपिक्स में भारत के पैरालिम्पियंस ने कुल 19 मेडल (पांच गोल्ड, आठ सिल्वर और छह ब्रोन्ज) जीतकर तिरंगा का मान-सम्मान बढ़ाया। अवनि लेखारा एक स्वर्ण और एक कांस्य पदक जीतकर दो पैरालिम्पिक मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनीं।
- भारत ने एक दिन में सर्वाधिक कोरोना टीकाकरण का रिकॉर्ड तोड़ा। 17 सितंबर, 2021 को देश में 2.5 करोड़ नागरिकों को कोरोना टीका लगाया गया।
- भारतीय मूल के दो सीईओ ने विश्व स्तर की कंपनियों में देश का नाम ऊंचा किया। पहले- पराग अग्रवाल। भारत में जन्में अग्रवाल माइक्रो ब्लॉगिंग साइट टि्वटर के सीईओ बने। वहीं, दूसरा नाम है- महाराष्ट्र से ताल्लुक रखने वाली लीना नायर का। वह लग्जरी फैशन ब्रांड शनेल (Chanel) की सीईओ नियुक्त की गईं।
- पश्चिम बंगाल की मशहूर, मनोरम और मनमोहक दुर्गा पूजा ने युनेस्को (यूनाइटेड नेशंस एजुकेश्नल, साइंटिफिक एंड कल्चरल ऑर्गनाइजेशन) की आईसीएच लिस्ट में अपनी जगह बनाई।
