उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री सीएम योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को पुलिस स्मृति दिवस पर लखनऊ पुलिस लाइंस में शोक परेड की सलामी ली। इस दौरान उन्होंने प्रियंका गांधी और राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा, कोरोना के समय अगर कांग्रेस सरकार होती तो भाई-बहन इटली भाग गए होते। इसके साथ ही उन्होंने सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर भी हमला बोला।
उन्होंने कहा कि कोरोना काल के दौरान समाजवादी पार्टी की सरकार होती तो चाचा-भतीजे में होड़ लग जाती कि कौन कितना ज्यादा हड़प ले। उनको गरीब की चिंता न होती। उन्होंने बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती पर निशाना साधते हुए कहा, अगर बहन जी के समय यह महामारी आई होती तो भगवान ही मालिक था।
योगी आदित्यनाथ के बयान पर कांग्रेस प्रवक्ता अलका लांबा ने कहा, सच्चाई तो यह है कि भाई बहन यूपी के लोगों के लिए संकट मोचन बन गए हैं। संघियों की लंका में आग लगाई हुई है।
इस बयानों पर ट्विटर यूजर्स ने भी प्रतिक्रियाएं दी हैं। नीति भूषण सिंह ने लिखा, योगी सरकार की जगह कांग्रेस की सरकार होती तो मूर्खों की तरह खाली और ताली नहीं बजाती। सबको वैक्सीन उपलब्ध करवाती जिससे दूसरी लहर में इतनी मौत न हुई होती। सुजीत कुमार (@KumarSujit123) लिखते हैं कि कांग्रेस के समय ये महामारी आयी होती तो लाशें गंगा में न तैरती, लोग ऑक्सीजन की कमी से न तड़पते।
नितिन (@Nitishjhjhari1) ने लिखा, भाई-बहन इटली चले जाते तो इतना कुछ नहीं होता लेकिन आप तो यहीं थे। फिर भी गंगा में लाशें तैर रही थी। मदन लाल मीणा लिखते हैं, आपके प्रदेश का जितना बुरा हाल हुआ था। वह कहीं भी नहीं था। किस बात की वाहवाही लूट रहे हैं। भूल गए क्या नदियों में लाशों के ढेर लगे हुए थे?