चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने द इंडियन एक्सप्रेस के कार्यक्रम ‘ई-अड्डा’ में शिरकत की। इस दौरान उन्होंने सियासत से इतर तमाम निजी सवालों के जवाब भी दिये। कार्यक्रम के रैपिड फायर राउंड में प्रशांत किशोर से सवाल किया गया कि देश का कौन सा नेता है उनका पसंदीदा है? इस सवाल के जवाब में उन्होंने बीजेपी के दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी का नाम लिया और इसकी वजह भी बताई।

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आडवाणी क्यों हैं पसंदीदा? प्रशांत किशोर से पूछा गया कि देश का कौन सा नेता उनका पसंदीदा है, चाहे वो जीवित हों या नहीं। इस पर उन्होंने महात्मा गांधी का नाम लिया। आगे उनसे पूछा गया कि अगर जीवित नेताओं की बात करें तो…। इस पर प्रशांत किशोर ने लालकृष्ण आडवाणी का नाम लिया। वजह पूछने पर कहा कि उन्होंने एक ऐसी पार्टी की नींव रखी, जिसका विस्तार आज पूरे भारत में है।

कांग्रेस की सबसे बड़ी कमजोरी क्या? प्रशांत किशोर ने कांग्रेस की अच्छाईयों और खामियों पर बात करते हुए कहा कि कांग्रेस की विरासत ही उसकी सबसे बड़ी मजबूती है। जबकि निष्क्रियता उसकी सबसे बड़ी कमजोरी बन गई है। बातचीत के दौरान उन्होंने कांग्रेस को एक सलाह भी दी और कहा कि कांग्रेस को विपक्ष में रहते हुए विपक्ष जैसा व्यवहार भी करना चाहिए।

विपक्षी दलों को तो सबसे पहले एक साथ आने के लिए प्रयास करने चाहिए न कि किसी चेहरे की चिंता करनी चाहिए। जब आपके पास मुद्दे होंगे और इस पर चर्चा होगी तो चेहरे भी सामने आ ही जाएंगे।

‘बीजेपी है तो मजबूत विपक्ष भी चाहिए’: प्रशांत किशोर ने कहा कि यह सोचना बेकार है कि बीजेपी अपने आप धीरे-धीरे नीचे आएगी। अगर देश में बीजेपी है तो मजबूत विपक्ष की भी जरूरत है। विपक्षी दलों को ऐसे मुद्दों को उठाना चाहिए जो लोगों की जिंदगी को प्रभावित करते हैं, उनकी रोजमर्रा की जरूरतों से जुड़े हों।

‘मैं किसी रणनीतिकार का नाम तक नहीं जानता’: प्रशांत किशोर से जब पूछा गया कि दुनिया का कोई ऐसा राजनीतिक रणनीतिकार (पॉलिटिकल स्ट्रटेजिस्ट) जिससे वो प्रभावित हैं, उन्होंने कहा कि मैं तो किसी का नाम तक नहीं जानता। चुनावी रणनीति जैसे आइडिया के बारे में न तो मैंने कभी कुछ सुना था और न पढ़ा था। भारत में तो ऐसा कुछ था ही नहीं।