न सिर्फ भारत बल्कि दुनियाभर में हृदय रोगियों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। कोरोना महामारी के बीच तो इस बीमारी का खतरा और बढ़ गया है। इस तरह के कई अध्ययन सामने आए हैं जिनमें बताया गया है कि मौजूदा जीवनशैली और अनियमित आहार के कारण खासतौर पर 30 से 40 साल की उम्र में ही लोगों को दिल के रोग होने लगे हैं। यह समस्या इतनी आम हो चुकी है की हर परिवार में कोई न कोई सदस्य हृदय रोग से ग्रस्त है। यही नहीं, अब तो छोटी उम्र के बच्चे भी इस बीमारी का शिकार हो रहे हैं।
भारत उन मुल्कों में शामिल है जहां खराब जीवनशैली, तनाव, शारीरिक श्रम न करने और अनियमित आहार की आदत की वजह से लोगों को तेजी से दिल से संबंधित गंभीर रोग हो रहे हैं। गौरतलब है कि हृदय रोग दुनिया में मृत्यु और विकलांगता का प्रमुख कारण है। इसलिए यह बेहद जरूरी है कि हम अपने हृदय का खास ध्यान रखें और स्वस्थ जीवन व्यतीत करें।
मौत का बड़ा कारण
विश्व स्वास्थ्य संगठन, वर्ल्ड हार्ट फेडरेशन और न्यूकैसल विश्वविद्यालय (ऑस्ट्रेलिया) द्वारा जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक दुनियाभर में तंबाकू के सेवन से होने वाले हृदय रोग से हर साल 19 (1.9 मिलियन) लाख लोग मर जाते हैं। हृदय रोग से होने वाली पांच मौतों में से एक तंबाकू के कारण होती है। इस रिपोर्ट में चेतावनी दी गई है कि तंबाकू उपयोगकर्ताओं को दिल का दौरा पड़ने की सबसे अधिक आशंका रहती है। धूम्रपान करने वालों को धूम्रपान न करने वालों की तुलना में कम उम्र में हृदय संबंधी बीमारियां होने के आसार अधिक हैं।
तंबाकू का सेवन
दिन में बस कुछ सिगरेट, कभी-कभार धूम्रपान, या दूसरे के द्वारा किए जा रहे धूम्रपान के धुएं के संपर्क में आने से हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है। लेकिन अगर तंबाकू उपयोगकर्ता तुरंत धूम्रपान करना छोड़ देता है, तो एक साल बाद उनके हृदय रोग का खतरा 50 फीसद तक कम हो जाएगा। रिपोर्ट में बताया गया है कि धुआं रहित तंबाकू प्रति वर्ष कोरोनरी हृदय रोग से लगभग दो लाख मौतों के लिए जिम्मेदार है। ई-सिगरेट भी रक्तचाप बढ़ाता है जिससे हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा शराब के अत्यधिक सेवन से भी हृदयरोग का खतरा बढ़ जाता है।
सीएचडी क्या है
कोरोनरी हृदय रोग (सीएचडी) एक ऐसी बीमारी है जिसमें कोलेस्ट्रॉल से बना वसा (फैट) जमा होता है और अन्य सेलुलर सामग्रियों जिन्हें सामूहिक रूप से प्लाक (पट्टिका) कहा जाता है, जो हृदय की सतह पर कोरोनरी धमनियों के अंदर जमा होता है, जिससे धमनियां सिकुड़ जाती हैं। इससे हृदय में ऑक्सीजन युक्तरक्तका प्रवाह कम हो जाता है, जिससे दिल का दौरा पड़ सकता है। दिल की गंभीर क्षति या अचानक मृत्यु तक हो सकती है। यह प्रक्रिया अक्सर एक लंबी अवधि में धीरे-धीरे विकसित होती है।
कोरोना और हृदय रोग
उच्च रक्तचाप और हृदय रोग से गंभीर कोविड-19 का खतरा बढ़ जाता है। हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन के एक सर्वेक्षण में पाया गया है कि इटली में कोविड-19 से मरने वाले लोगों में से 67 फीसद को उच्च रक्तचाप की शिकायत थी और स्पेन में कोविड-19 से संक्रमित लोगों में से 43 फीसद पहले से हृदय रोगी थे।
फायदेमंद सलाह
-मौसमी फल और ताजी सब्जियां (उबली या पकी हुई), रोटी (ब्रेड), सलाद, अंकुरित आहार, सूप, छाछ, पनीर और कम मात्रा में ताजे दूध का सेवन करना चहिए।
-आंवला दिल के लिए बहुत फायदेमंद है। यह ताजा लिया जा सकता है या फिर संरक्षित या पाउडर के रूप में भी इसे ले सकते हैं।
-एक बूटी है, जो वैज्ञानिक रूप से दिल की बीमारियों के रोकने और उसके इलाज के लिए उपयोगी है। इसका नाम ‘अर्जुन’ (टर्मीनालिया अर्जुन) है। इसे पाउडर के रूप में लिया जा सकता है या इसके पेड़ की छाल उबाल कर चाय की तरह पिया जा सकता है।
(यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी और जागरूकता के लिए है। उपचार या स्वास्थ्य संबंधी सलाह के लिए विशेषज्ञ की मदद लें।)