उत्तर प्रदेश के हाथरस पीड़िता के भाई का जिक्र कर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने योगी सरकार पर निशाना साधा है। राहुल गांधी ने कहा कि योगी सरकार की बेटी बचाओ की बात ढोंग है।
राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘हाथरस पीड़िता का भाई परिवार का सदस्य नहीं है, इसलिए हम नौकरी और घर नहीं देंगे।” आज 2 साल बाद भी पीड़िता के परिवार के साथ प्रताड़ना का सिलसिला जारी है। ‘बेटी बचाओ’ की बात सिर्फ़ एक ढोंग थी, असल में भाजपा बेटियों के साथ अन्याय करने में कभी पीछे नहीं हटती।
बता दें, हाथरस बलात्कार पीड़िता के परिवार के सदस्यों को घर या सरकारी नौकरी देने की बात सरकार ने कही थी। 19 साल की दलित युवती के साथ 14 सितंबर, 2020 को सामूहिक बलात्कार किया गया था। बलात्कार के मामले में चार ठाकुर पुरुषों को गिरफ्तार किया गया था। घटना के दो सप्ताह बाद पीड़िता की मौत हो गई। जिसके बाद आरोप लगा कि यूपी पुलिस ने पीड़िता का जबरन अंतिम संस्कार कर दिया।
परिवार का कहना था कि वे आखिरी बार बेटी का शव घर ले जाना चाहते थे, पर उन्हें ऐसा नहीं करने दिया गया। इस हंगामे के बाद पीड़िता के पिता को पुलिस स्टेशन लाया गया। जहां मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने वीडियो कॉल के माध्यम से उन्हें एक घर, एक परिवार के सदस्य के लिए एक सरकारी नौकरी और 25 लाख रुपये का मुआवजा देने का वादा किया। इन वादों को उस दिन जारी एक पत्र में दोहराया गया और हाथरस के जिला मजिस्ट्रेट द्वारा हस्ताक्षरित किया गया।
लेकिन, दिसंबर 2020 तक किश्तों में पैसा जमा कर दिया गया था, लेकिन घर या नौकरी का कोई जिक्र अभी तक नहीं किया है। मृतक पीड़िता के परिवार में उसके माता-पिता, दो भाई, एक बहन, दादी और तीन भतीजी हैं। जिस गांव में इन लोगों का घर है, वो ठाकुरों के आबादी वाला गांव है।
पीड़ित परिवार सीआरपीएफ की सुरक्षा में रहता है। वे केवल सीआरपीएफ के वाहनों में यात्रा कर सकते हैं और जब भी वे अपना घर छोड़ते हैं तो परिवार के प्रत्येक सदस्य की सुरक्षा सीआरपीएफ के दो जवान करते हैं।
