Lok Sabha Election 2024: राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी इस वक्त सुर्खियों में बने हुए हैं। जयंत चौधरी को लेकर पिछले कई दिनों से तरह-तरह के कयास लगते रहे हैं। अटकलें यह लगती रहीं कि वो लोकसभा चुनाव से पहले एनडीए का दामन थाम सकते हैं। इस बात उस वक्त और ज्यादा बल मिला था, जब वो विपक्षी दलों की पटना बैठक में शामिल नहीं हुए थे।
हालांकि, उन्होंने इन अटकलों और कयासों को सिरे से खारिज किया है। इसी बीच शुक्रवार को जयंत चौधरी का एक बार फिर से बयान सामने आया है, जिसने साफ कर दिया कि वो एनडीए में शामिल नहीं होने वाले हैं और उनको लेकर जो भी चर्चा चल रही है वो सब निराधार है।
रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी सियासी गलियारों में चल रही चर्चाओं पर विराम लगाते हुए कहा, ‘जो मुझे समझ नहीं पाए वही इसी बात की चर्चा कर रहे हैं। मैं बहुत जिद्दी आदमी हूं, जब कह देता हूं, मन बना लेता हूं तो बदलता नहीं हूं।’ इसके साथ ही जंयत चौधरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान कि वह 2024 में वापस आ रहे हैं इस पर भी पलटवार किया है। चौधरी ने कहा कि हर नेता चाहता है कि वह विश्वास दिखाए और सभी सीटों पर उसकी पार्टी जीते। पीएम मोदी का बयान भी कुछ ऐसा ही इसलिए इसे अधिक सीरियसली नहीं लेना चाहिए।
रालोद मुखिया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी INDIA गठबंधन को नए-नए नाम दे रहे हैं। इससे साफ पता चल रहा है कि पीएम मोदी डरे हैं, उन्होंने कहा कि INDIA गठबंधन को एक अपना विजन है।
माना जा रहा है कि पश्चिमी यूपी कई लोकसभा सीटों पर जयंत चौधरी अखिलेश के साथ मिलकर चुनाव लड़ सकते हैं, इससे पहले जयंत ने अखिलेश यादव के साथ मिलकर 2022 विधानसभा चुनाव लड़ा था। इस चुनाव में जयंत की पार्टी रालोद ने कई सीटों पर जीत भी दर्ज की थी।