Ayodhya Mosque Design: सुप्रीम कोर्ट ने राम जन्मभूमि बाबरी मस्जिद मामले में 2019 में फैसला सुनाते हुए मुस्लिम पक्ष को अयोध्या में 5 एकड़ जमीन आवंटित किया था। अब इस जमीन पर मस्जिद का निर्माण होगा। रिपोर्ट के अनुसार, इस मस्जिद का डिजाइन प्राचीन इस्लामिक वास्तुकला से प्रेरित होगा। यानी अब इसका डिजाइन मध्य पूर्व और अरब देशों में बनने वाले भव्य मस्जिदों के तर्ज पर होगा। वहीं इसका नाम “मोहम्मद बिन अब्दुल्ला मस्जिद” होगी जो पैगंबर मोहम्मद साहब के नाम पर रखा गया है। इस बात का खुलासा ऑल इंडिया राब्ता-ए-मस्जिद ने मुंबई में आयोजित मौलवियों की एक सभा में की।

इसकी जानकारी देते हुए ‘इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन’ ट्रस्ट के अध्यक्ष जुफर फारुकी ने मीडिया को बताया कि अब मस्जिद ए-अयोध्या का डिजाइन बदल गया है। पहले इसकी डिजाइन भारत की मस्जिदों की तरह सिंपल थी। हालांकि अब इसमें बदलाव करने का फैसला किया गया है। इसे अब अरब मध्य-पूर्व और अरब देशों में बने मस्जिद के डिजाइन के आधार पर बनाया जाएगा।

यह मस्जिद अयोध्या के धन्नीपुर गांव में मिली जमीन पर इंडो-इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन ट्रस्ट (IICF) द्वारा स्थापित की जाएगी। 2019 में सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के रास्ते खोल दिए। दरअसल, मस्जिद के लिए चुनी गई जगह बाबरी मस्जिद के मूल स्थान से लगभग 22 किलोमीटर दूर है। बाबरी मस्जिद को दिसंबर 1992 में ध्वस्त कर दिया गया था।

प्राचीन इस्लामी वास्तुकला से प्रेरित होगा डिजाइन

इस मस्जिद का नाम पैगंबर मोहम्मद-बिन-अब्दुल्ला के नाम पर रखने का फैसला इस्लामी दुनिया में इनके महत्व को दर्शाता है। मस्जिद का डिज़ाइन प्राचीन इस्लामी वास्तुकला से प्रेरित होगा। इसके निर्माण की देखरेख पुणे के वास्तुकार इमरान शेख करेंगे।

मुंबई की मीटिंग में शामिल हुए यूपी सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष जुफर फारूकी ने खुलासा किया कि मस्जिद के बारे में विस्तृत जानकारी जल्द ही शेयर की जाएगी। उन्होंने उम्मीद जताई कि यह अपने पारंपरिक सुंदरता के कारण दुनिया की सबसे खूबसूरत मस्जिदों में से एक होगी।

चंदा जुटाने का काम शुरू

इस मस्जिद को बनाने के लिए 300 करोड़ से अधिक रुपयों की जरूरत है। इसके लिए चंदा जुटाने का काम शुरु हो गया है। ये रुपए सिर्फ मस्जिद के निर्माण के लिए नहीं बल्कि अस्पताल, रसोई औऱ पुस्तकालय के लिए भी जुटाई जा रही है। फारूकी ने कहा कि जल्द की मस्जिद का निर्माण शुरू कर दिया जाएगा।