उत्तर प्रदेश के बरेली में रविवार को एक कोविड-19 क्वारंटीन सेंटर पर प्रशासन की बड़ी लापरवाही सामने आई। राजश्री मेडिकल कॉलेज के क्वारंटीन सेंटर की छत पर पाइप लाइन फटने के बाद हद-हद पानी वॉर्ड में गिरने लगा। पानी मरीजों के बिस्तरों के बीचो-बीच गिरने के बाद भी उन्हें वहां से कहीं और शिफ्ट नहीं किया गया। लोगों की शिकायत के बाद प्रशासन ने उस पर ऐक्शन लिया और पाइपलाइन दुरुस्त करा वॉर्ड की साफ-सफाई करा दी।

घटना के दौरान वॉर्ड में कुछ लोगों ने वीडियो बना लिया था, जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ। पूर्व मुख्यमंत्री और Samajwadi Party नेता अखिलेश यादव ने इसका वीडियो ट्वीट करते हुए तंज कसा, “ये है उप्र में क्वारेंटाइन सेंटर का हाल। पानी नहीं पर झरना बह रहा लगातार।”

वहीं, Congress महासचिव प्रियंका गांधी ने भी ट्वीट कर हमला बोला। उन्होंने लिखा, “मरीज परेशान हैं। स्वास्थ्यकर्मी परेशान हैं, लेकिन सरकार के मुखिया “सदी का सबसे कमजोर वायरस” जैसे बचकाना बयान देकर जवाबदेही से मुंह फेरे हैं। बरेली कोविड अस्पताल का हाल देखिए। कोविड वार्ड में झरना फूट पड़ा है।”

‘कोरोना के खिलाफ जंग में एकजुट हों सभी लोग’: कोविड-19 के बढ़ते मामलों के बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस महामारी के खिलाफ जंग में सभी से एकजुटता का आह्वान किया है। राज्य सरकार के प्रवक्ता के मुताबिक मुख्यमंत्री ने रविवार को यहां अपने सरकारी आवास पर एक उच्च स्तरीय बैठक में कहा कि संक्रमण के खिलाफ जंग में सब को एकजुटता दिखानी होगी। संक्रमण से जंग के लिए सभी को सामाजिक दूरी का पालन, अनिवार्य रूप से मास्क लगाना, अनावश्यक घर से बाहर न निकलना, भीड़ इकट्ठा न करना जैसे नियमों का निरन्तर अनुपालन स्वयं ही सुनिश्चित करना होगा। यह सब की जिम्मेदारी है।

क्या है कोरोना पर सूबे की ताजा स्थिति?: यूपी के प्रिसिंपल हेल्थ सेक्रेट्री अमित मोहन प्रसाद ने रविवार को पत्रकारों को बताया- 24 घंटों में कोरोना के कुल 2,250 नए केस आए। अब सूबे में कुल मामले बढ़कर 18,256 हो गए हैं, जबकि अभी तक 19,845 लोगों को रिकवर होने के बाद डिस्चार्ज किया जा चुका है। वहीं, 1,146 लोगों की इस महामारी से जान जा चुकी है।