पटना में होने वाली विपक्षी दलों की बैठक से पहले उत्तर प्रदेश में बड़ा खेल हुआ है। यूपी में सपा को बड़ा झटका लगा है। दरअसल सपा नेता चंद्र प्रकाश राय (Chandra Prakash Rai) ने पार्टी का दामन छोड़ दिया है और कांग्रेस जॉइन कर लिया। चंद्र प्रकाश राय सपा के संस्थापक मुलायम सिंह यादव (Samajwadi Party patriarch Mulayam Singh Yadav) के करीबी थे। उनके साथ बीजेपी के पूर्व विधायक राकेश राठौड़ और उनके समर्थकों ने भी कांग्रेस जॉइन कर लिया है। इस जॉइनिंग से कांग्रेस पार्टी तो गदगद है तो वहीं सपा निराश है।

कार्यक्रम में अपने संबोधन के दौरान पूर्व शिक्षक और सपा के संस्थापक सदस्य चन्द्र प्रकाश राय ने कहा कि अपने पूरे जीवन में उन्होंने हमेशा एक समाजवादी के रूप में पहचान बनाई थी, लेकिन समाजवादी पार्टी अब समाजवाद के सिद्धांतों को कायम नहीं रही। सूत्रों ने कहा कि राय पार्टी में खुद को दरकिनार महसूस करने से असंतुष्ट थे।

इस कार्यक्रम में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बृजलाल खबरी, कांग्रेस सचिव प्रदीप नरवाल, पीएल पुनिया भी मौजूद थे। वहीं बीजेपी छोड़ने वाले सीतापुर के पूर्व विधायक राकेश राठौड़ ने आरोप लगाया कि भाजपा अपने मुद्दों से भटक गई है। उन्होंने कहा कि पहले बीजेपी वंचितों के हितों को प्राथमिकता देती थी लेकिन अब ऐसा नहीं है।

चंद्र प्रकाश राय और राकेश राठौड़ का पार्टी में स्वागत करते हुए बृजलाल खबरी ने राज्य में कानून व्यवस्था को प्रभावी ढंग से बनाए रखने में कथित विफलता के लिए भाजपा सरकार की आलोचना की। हाल ही में कोर्ट शूटआउट की घटना की ओर इशारा करते हुए खबरी ने इस बात पर जोर डाला कि अपराधी पुलिस की मौजूदगी में भी अपराध कर रहे हैं और निडर हो गए हैं।

बता दें कि पटना में 23 जून को विपक्षी दलों की बैठक होने वाली है। पहले यह बैठक 12 जून को होने वाली थी लेकिन राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के ना होने के कारण इस बैठक को टाल दिया गया। 23 जून को होने वाली बैठक में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे भी हिस्सा लेंगे। पटना में विपक्षी दलों को एक करने का काम बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कर रहे हैं।