उत्तर प्रदेश के ब्लॉक प्रमुख चुनाव के दौरान भी हिंसा नहीं थमी। शनिवार (10 जुलाई, 2021) को सूबे में मतदान के बीच विभिन्न जगह जमकर बवाल कटा।

इटावा में फायरिंग हुई। एसपी को थप्पड़ जड़ने तक का आरोप लगा। रिपोर्ट्स के मुताबिक, वहां के बढ़पुरा ब्लॉक में जमकर गोलियां चलीं, जबकि एसपी सिटी प्रशांत कुमार की पिटाई की सूचना मिली। वहां के उदी चौराहे पर दर्जनों राउंड गोलियां चलीं, जिसमें बीजेपी कार्यकर्ताओं ने कई राउंड फायरिंग की। यह भी आरोप है कि बीजेपी विधायक सरिता भदौरिया ने वोटिंग रुकवाई।

इसी बीच, सीतापुर में भारतीय जनता पार्टी (BJP) कैंडिडेट की गाड़ी से असलहा, लाठी और डंडे मिले। वहीं, हमीरपुर के सुमेरपुर इलाके में बीजेपी और सपा कार्यकर्ताओं के बीच हिंसा हुई। मौके पर हालात संभालने और भीड़ हटाने के लिए पुलिस को लाठियां भांजनी पड़ीं।

वहीं, अमरोहा में भी अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली समाजवादी पार्टी (SP) और भाजपा के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुई। जोया ब्लॉक में वोटिंग के दौरान मारपीट हुई। टीवी चैनलों पर सामने आई मौके की फुटेज में सपा और बीजेपी के कुछ समर्थक आपस में एक-दूजे को पीटते नजर आए, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें लाठियों से पीट-पीट खदेड़ा। जानकारी के मुताबिक, हवाई फायरिंग के बाद क्षेत्र में हड़कंप मचा था, जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया था।

वहीं, एसपी सिटी से जुड़ा वीडियो शेयर करते हुए रिटायर्ड आईएएस सूर्य प्रताप सिंह ने लिखा, “गोलियों की आवाज आ रही है, पर भाजपा विधायक हैं तो SP सिटी हाथ जोड़कर कार्यकर्ताओं को हटवाने की गुहार लगा रहे हैं। विपक्ष का कोई होता तो अब तो हाथ-पांव तोड़ दिए जाते। सत्ता के आगे घुटने टेक चुके प्रशासन की दयनीय स्थिति का नजारा आप भी देखिए।”

उन्होंने एक अन्य ट्वीट में टीवी न्यूज की फुटेज शेयर करते हुए लिखा, इन्हीं SP सिटी के साथ भाजपाइयों ने बदसलूकी की। यूपी की रीढ़विहीन नौकरशाही के साथ ये होना ही था,इतनी दयनीय स्थिति मैंने कभी नहीं देखी। मीडिया पिट रहा है, पुलिस पिट रही है। एक मठाधीश CM ने गुंडाराज बना दिया है, यूपी को!

हालांकि, दोपहर ढाई बजे के आस-पास सूबे में एडीजी (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने बताया था, “ब्लॉक प्रमुख के चुनाव अब तक शांतिपूर्ण तरीके से चल रहे हैं। कुछ जनपदों में विभिन्न उम्मीदवारों के समर्थकों के आमने-सामने आ जाने से नारेबाजी हुई है, जिसको पुलिस ने तत्काल वहां से हटा दिया। कहीं से हिंसा की सूचना नहीं है।”

उन्होंने आगे कहा था, “चुनाव के बाद मतगणना तक और उसके बाद भी पूरी चौकसी बरतने के निर्देश दिए गए हैं। विजय जुलूस पूरी तरह प्रतिबंधित है और ये सुनिश्चित किया जाएगा कि विजय जुलूस नहीं निकाला जाए।” बता दें कि सूबे में 476 क्षेत्र पंचायत प्रमुखों के निर्वाचन के लिए शनिवार सुबह 11 बजे से मतदान प्रारंभ शुरू हुआ था, जो कि दोपहर तीन बजे तक मतदान चला।