भाजपा की कद्दावर नेता सुषमा स्वराज का पिछले साल निधन हो गया था। इसके साथ ही भारतीय राजनीति के एक युग का भी अंत हो गया था। 6 अगस्त को कार्डियक अरेस्ट के चलते उन्होंने दिल्ली के एम्स में अंतिम सांस ली। करीब 4 दशकों के सियासी करियर में उन्होंने तमाम बुलंदियां अपने नाम कीं। इस दौरान कुछ ऐसे रिकॉर्ड भी बनाए जिनका अब टूट पाना लगभग नामुमकिन है। हम ऐसे ही चंद आंकड़ों का जिक्र कर रहे हैं…
दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्रीः 13 अक्टूबर 1998 को सुषमा स्वराज पहली बार मुख्यमंत्री बनी थीं। इत्तेफाक से इसी दिन उनके नाम दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री होने का रिकॉर्ड भी दर्ज हो गया। हालांकि चंद हफ्तों बाद ही 3 दिसंबर 1998 को उनकी कुर्सी चली गई। वे साहिब सिंह वर्मा के बाद मुख्यमंत्री बनी थीं, जबकि उनके बाद यह कुर्सी लंबे समय तक शीला दीक्षित के पास रही। वे दिल्ली की मुख्यमंत्री बनने वाली पांचवीं शख्सियत थीं।
बीजेपी से मुख्यमंत्री बनने वाली पहली महिलाः सुषमा स्वराज महज कुछ हफ्ते दिल्ली सीएम रहीं लेकिन इस दौरान उनके नाम भारतीय जनता पार्टी से मुख्यमंत्री बनने वाली पहली महिला का खिताब भी दर्ज हो गया। उनके बाद बीजेपी से उमा भारती (मध्य प्रदेश), वसुंधरा राजे (राजस्थान) और आनंदीबेन पटेल (गुजरात) भी मुख्यमंत्री बनीं।
5 साल तक विदेश मंत्री रहने वाली पहली महिलाः विदेश मंत्री रहते हुए सुषमा स्वराज ने अपनी लोकप्रियता में काफी इजाफा किया। ट्विटर पर चंद मिनटों में समस्या का समाधान करने के चलते उन्होंने लोगों का खूब दिल जीता। बता दें कि सुषमा स्वराज के नाम भारत में पांच साल तक विदेश मंत्री के पद पर रहने वाली पहली महिला होने का खिताब भी दर्ज है। उनसे पहले इंदिरा गांधी भी दो बार विदेश मंत्री बनी थीं लेकिन दोनों ही बार उनका कार्यकाल बेहद संक्षिप्त रहा।
किसी भी सियासी दल की पहली महिला प्रवक्ताः तेजतर्रार वक्ताओं में शुमार सुषमा स्वराज की भाषा शैली के विरोधी नेता भी कायल रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स का दावा है कि वे भारत में किसी भी राजनीतिक दल की पहली महिला प्रवक्ता रही हैं।
लोकसभा की पहली गैर कांग्रेसी महिला नेता प्रतिपक्षः सुषमा स्वराज 2004 से 2009 तक लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष के पद पर रहीं। उनसे पहले इस पद पर पहुंचने वाली महिलाओं में सिर्फ कांग्रेस नेता सोनिया गांधी का नाम है।
हरियाणा की यंगेस्ट मिनिस्टरः सुषमा के राजनीतिक करियर की बड़ी पारी हरियाणा विधानसभा से ही शुरू हुई थी। महज 25 साल की उम्र में उन्होंने हरियाणा के मंत्री मंडल में जगह बना ली थी।
बीजेपी की पहली महिला कैबिनेट मंत्रीः मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सुषमा स्वराज भारतीय जनता पार्टी से कैबिनेट मंत्री बनने वाली पहली महिला नेता भी हैं। वे पहली बार अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में सूचना एवं प्रसारण मंत्री बनी थीं।
एक रिकॉर्ड ये भीः बीजेपी की पहली महिला कैबिनेट मंत्री होने का रिकॉर्ड भी है। वे ऐसी अकेली महिला हैं जिन्हें असाधारण सांसद का पुरस्कार भी मिला है।