राजस्थान में जारी राजनीतिक संकट के बीच शनिवार को सीएम अशोक गहलोत ने राज्यपाल कलराज मिश्र से मुलाकात की थी। सूत्रों के हवाले से इस बैठक में सीएम ने राज्यपाल से विधानसभा का विशेष सत्र बुलाए जाने की संभावना पर चर्चा की। सीएम और राज्यपाल के बीच करीब 45 मिनट तक बैठक हुई। हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि विधानसभा का सत्र यदि बुलाया जाता है तो उसका एजेंडा क्या होगा?
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि राज्य में जारी सियासी उठा-पटक से निपटने के लिए विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया जा सकता है और वहां फ्लोर टेस्ट भी हो सकता है। गहलोत सरकार के पास बहुमत लायक आंकड़ा है। उल्लेखनीय है कि पायलट गुट द्वारा विधानसभा स्पीकर के बागी विधायकों को अयोग्य घोषित करने के नोटिस को हाईकोर्ट में चुनौती दी गई है।
कोर्ट ने पायलट ग्रुप ने दलील दी है कि विधानसभा में पार्टी व्हिप का उल्लंघन करने पर ही विधायकों को अयोग्य घोषित किया जा सकता है। यही वजह मानी जा रही है कि सीएम विधानसभा का विशेष सत्र आयोजित कराने की मांग कर रहे हैं, ताकि बागी विधायकों को अयोग्य घोषित करने का उनका पक्ष मजबूत हो सके।
वहीं सूत्रों के हवाले से खबर आयी है कि राजस्थान भाजपा को दो वरिष्ठ नेता सतीश पुनिया और राजेंद्र राठौड़ ने हरियाणा के मानेसर में स्थित होटल में ठहरे कांग्रेस के बागी विधायकों से मुलाकात की। यह मुलाकात करीब दो घंटे तक चली।
वहीं गृह मंत्रालय ने शनिवार को राजस्थान के चीफ सेकेट्री से सूबे में फोन टेपिंग केस को लेकर रिपोर्ट मांगी है।इससे पहले, राजस्थान के सियासी संकट के बीच भारतीय ट्राइबल पार्टी (Bharatiya Tribal Party: BTP) ने अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली Congress सरकार को समर्थन दे दिया है। शनिवार को बीटीपी के नेताओं ने इस बाबत एक पत्र सीएम गहलोत को पत्र भी सौंपा।
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इससे पहले, बसपा सुप्रीमो मायावती ने राजस्थान में जारी सियासी संग्राम पर अशोक गहलोत सरकार को निशाने पर लिया है। मायावती ने कहा कि राजस्थान के सीएम ने पहले दल-बदल कानून का खुला उल्लंघन करके लगातार दूसरी बार बीएसपी के साथ दगाबाजी की और पार्टी के विधायकों को कांग्रेस में शामिल कराया और अब जाहिर तौर पर फोन टेप कराके एक और गैर कानूनी और असंवैधानिक काम किया है।
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा है कि यह बेहद दुखद है कि कांग्रेस की आंतरिक लड़ाई के चक्कर में जनता को खामियाजा उठाना पड़ रहा है। वे लोग (कांग्रेसी) बीजेपी पर सारा दोष मढ़ना चाह रहे हैं। राजस्थान की मौजूदा राजनीतिक रस्साकशी के बीच राजे का यह पहला बयान है। यह बयान ऐसे समय में आया है जबकि ऑडियो टेप प्रकरण को लेकर हंगामा मचा हुआ है। उन्होंने ट्वीट किया,‘‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कांग्रेस की आंतरिक कलह का नुकसान आज राजस्थान की जनता को उठाना पड़ रहा है।’’
राजस्थान के ऑडियो टेप मामले में आरोपियों ने वॉयस सैंपल देने से इंकार कर दिया है। इस मामले में अब कोर्ट के जरिए फैसला सुनाया जाएगा। बता दें कि इस ऑडियो टेप में राजस्थान में विधायकों की खरीद फरोख्त का जिक्र है।
राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच विवाद से पार्टी के भीतर अंतर्कलह साफ दिखने लगी है। इसको लेकर पार्टी का एक वर्ग अपनी नाराजगी हाईकमान के सामने पेश कर चुका है। कार्यकर्ताओं का कहना है कि आपसी विवाद खुलकर बाहर आने से पार्टी कमजोर हो रही है। बड़े नेताओं को इस पर हस्तक्षेप कर अंदर की बात अंदर ही सुलझा लेनी चाहिए।
राजस्थान के मौजूदा राजनीतिक घटनाक्रम के बीच अशोक गहलोत खेमे के कांग्रेस विधायक यहां एक होटल में रुके हैं जहां उनका दिन योग करने से लेकर होटल के खानसामों से कुछ सीखने में बीतता है। भाजपा ने इस पर कटाक्ष करते हुए इसे ''गहलोत सरकार की स्पेशल बाड़ाबंदी'' करार दिया है।
राजस्थान सरकार को गिराने की कथित साजिश से जुड़े दो आॅडियो क्लिप मामले की जांच करने तथा आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए राजस्थान के पुलिस अधिकारियों के एक विशेष दल का गठन किया गया है। यह मामला राजस्थान पुलिस के विशेष कार्यबल (एसओजी) के पास दर्ज है।
ऑडियो टेप मामले पर भाजपा ने राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। भाजपा नेता संबित पात्रा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि राजस्थान सरकार को इस बात का जवाब देना चाहिए कि क्या उसके सीएम और अन्य नेता फोन टैपिंग करा रहे हैं क्योंकि वो कह रहे हैं कि ऑडियो टेप असली है। संबित पात्रा ने कहा कि हम इस मामले में सीबीआई जांच की मांग करते हैं। क्या राजस्थान में आपातकाल की स्थिति है? क्या सभी राजनैतिक पार्टियां इस तरह टारगेट की जा रही हैं? बीजेपी ने ऑडियो टेप मामले में कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला और गोविंद सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज करायी है क्योंकि उन्होंने केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत को इस मामले में घसीटा।
राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे ने शनिवार को कहा कि कांग्रेस भाजपा और भाजपा नेतृत्व पर दोष लगाने का प्रयास कर रही है। राजस्थान की मौजूदा राजनीतिक रस्साकशी के बीच राजे का यह पहला बयान है। यह बयान ऐसे समय में आया है जबकि ऑडियो टेप प्रकरण को लेकर हंगामा मचा हुआ है। राजे ने ट्वीट किया,‘‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कांग्रेस की आंतरिक कलह का नुकसान आज राजस्थान की जनता को उठाना पड़ रहा है।’’
राजस्थान के ऑडियो टेप मामले में राजस्थान पुलिस के विशेष कार्यबल (एसओजी) के बाद अब भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने भी एक प्राथमिकी दर्ज की है। बृहस्पतिवार रात सामने आए ऑडियो टेप में कथित तौर पर राज्य की कांग्रेस सरकार को गिराने के लिए विधायकों की खरीद फरोख्त की बात की जा रही है। एसीबी के महानिदेशक आलोक त्रिपाठी ने बताया कि कांग्रेस के मुख्य सचेतक महेश जोशी से मिली शिकायत के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की गयी है। प्राथमिकी में भंवर लाल शर्मा की संजय जैन और गजेंद्र सिंह से कथित बातचीत का जिक्र भी किया गया है।
बसपा सुप्रीमों मायावती ने कांग्रेस पर निशाना साधा है, उन्होंने कहा कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने खुलेआम दलबदल विरोधी कानून का उल्लंघन किया और विधायकों को कांग्रेस में शामिल कर दूसरी बार बसपा को धोखा दिया है।
राजस्थान में कांग्रेस की सरकार गिराने और बचाने की जोर आजमाइश चल रही है। गहलोत खेमें के विधायकों को फाइव स्टार होटल फेयरमोन्ट में ठहराया गया है। सियासी खींचतान के बीच विधायकों का यह समय राजसी ठाटबाट में बीत रहा है। होटल में रखे गए विधायक अपने खाली समय में योग, कुकिंग और सिनेमा देख रहे हैं। पढ़िए पूरी खबर
कांग्रेस ने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर अशोक गहलोत की सरकार गिराने की साजिश करने का आरोप लगाया है। इस पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वह किसी भी जांच के लिए तैयार हूं। ऑडियो में मेरी आवाज नहीं हैं। ऑडियो क्लिप मामले में केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कहा "मेरी कोई आवाज नहीं है। कांग्रेस फर्जी ऑडियो चलाकर मेरी प्रतिष्ठा खराब करने की कोशिश कर रही है।” शेखावत ने आगे कहा कि ऑडियो में कहीं भी यह नहीं कहा गया है कि मैं केंद्रीय मंत्री से बात कर रहा हूं। गजेंद्र तो राजस्थान में बहुत सारे हैं।
राजस्थान में सरकार गिराने की साजिश की जांच कर रही एसओजी की टीम देर शाम मानेसर स्थित होटल पहुंची, जहां बागी विधायक ठहरे हुए हैं। हालांकि पूछताछ करने पहुंची एसओजी की टीम को होटल के गेट पर ही हरियाणा पुलिस ने रोक लिया। काफी देर यानि कि करीब डेढ़ घंटे बाद एसओजी टीम को होटल में प्रवेश करने दिया गया। एसओजी टीम कांग्रेस से बर्खास्त किए गए विधायक भंवरलाल शर्मा की तलाश में थी। बहरहाल होटल में मौजूद विधायकों के साथ करीब 40 मिनट तक बात करने के बाद एसओजी की टीम वापस लौट गई। वहीं हरियाणा पुलिस का कहना था कि सभी दस्तावेजों की जांच के बाद ही होटल में दाखिल होने दिया जाएगा। होटल के आसपास भी बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात था।
भाजपा नेता संबित पात्रा ने राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत से पूछा है कि क्या राजस्थान में सरकार ने फोन टैपिंग करवाई? अगर फोन टैप हुआ तो उसके लिए सरकार ने क्या नियमों का पालन किया? क्या राजस्थान में राज्य सरकार ने अप्रत्यक्ष आपातकाल लगा दिया है।
राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने सचिन पायलट के साथ अपने मतभेद भुलाने की दिशा में कदम बढ़ाने के संकेत दिए हैं। गहलोत ने कहा कि वह और सचिन पायलट बीते डेढ़ साल से बात नहीं कर रहे हैं लेकिन अगर वह वापसी करते हैं तो वह उन्हें गले लगाने को तैयार हैं।
राजस्थान में विधायकों की खरीद फरोख्त का मामला एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) पहुंच गया है। दरअसल राजस्थान विधानसभा के मुख्य सचेतक महेश जोशी ने एसीबी में इस मामले के खिलाफ एफआईआर दर्ज करायी है। एसीबी ने इस मामले में महेश जोशी का बयान दर्ज कर लिया है।
वायरल ऑडियो के मामले में पूछताछ के लिए एसओजी की टीम शुक्रवार देर शाम मानेसर स्थित होटल पहुंची थी। मानेसर के इस होटल में ही राजस्थान के बागी विधायक ठहरे हुए हैं। एसओजी की टीम को कांग्रेस विधायक भंवरलाल की तलाश थी लेकिन टीम को विधायक होटल में नहीं मिले, जिसके बाद एसओजी को खाली हाथ लौटना पड़ा।
सूत्रों के अनुसार, सचिन पायलट उन्हें एक साल के भीतर सीएम बनाने की मांग पर अड़े हैं। साथ ही वह चाहते हैं कि पार्टी आलाकमान इस बात का सार्वजनिक ऐलान करे। सचिन पायलट का कहना है कि यदि उनसे वादा नहीं किया जाता है तो फिर सोनिया गांधी और राहुल गांधी से मुलाकात का क्या मतलब है?
ऑडियो टेप मामले में एसओजी द्वारा संजय जैन को गिरफ्तार कर लिया गया है। एसओजी के अतिरिक्त महानिदेशक अशोक राठौर ने बताया कि ऑडियो रिकॉर्डिंग के आधार पर दर्ज की गई पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया है। जैन का नाम एफआईआर में भी है।
राजस्थान उच्च न्यायालय ने विधानसभा अध्यक्ष के नोटिस के खिलाफ असंतुष्ट विधायकों की याचिका पर सुनवाई सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी। इससे सचिन पायलट और कांग्रेस के 18 अन्य असंतुष्ट विधायकों को जारी अयोग्यता नोटिसों पर विधानसभा अध्यक्ष की किसी कार्रवाई से शुक्रवार को चार दिनों के लिए राहत मिल गई।
आयकर विभाग ने कर चोरी के आरोप में इस सप्ताह की शुरुआत में राजस्थान के तीन कारोबारी समूहों के ठिकानों पर तलाशी के बाद करीब 12 करोड़ रुपये नकद जब्त किए हैं।
अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि आयकर विभाग ने दिल्ली, मुंबई, जयपुर और कोटा में 43 ठिकानों पर तलाशी लगभग पूरी करने के बाद करीब 1.5 करोड़ रुपये के आभूषण भी जब्त किए हैं।
हरियाणा पुलिस ने शुक्रवार शाम को राजस्थान पुलिस के एक दल को गुड़गांव के एक होटल में कुछ समय तक प्रवेश से रोके रखा जहां कांग्रेस के कुछ असंतुष्ट विधायकों के ठहरे होने की बात कही जा रही है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
सचिन पायलट समेत उनके समर्थित विधायकों की याचिका मामले में अब सोमवार को सुनवाई के बाद फैसला लिया जा सकता है। शुक्रवार को सुनवाई के दौरान सचिन पायलट गुट की ओर से हरीश साल्वे और मुकुल रोहतगी ने बहस की। वहीं राजस्थान सरकार की ओर से अभिषेक मनु सिंघवी ने बहस में हिस्सा लिया। सिंघवी ने कोर्ट में कहा कि पायलट की याचिका प्री-मेच्योर है। उधर, ऑडियो लीक मामले में राजस्थान कांग्रेस के मुख्य व्हिप महेश जोशी ने कहा, मैंने स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) में इसकी शिकायत की है। इसकी नियमानुसार जांच होनी चाहिए। जांच के आधार पर कार्रवाई हो, मुकदमा दर्ज हो।
हॉर्स ट्रेडिंग के वायरल ऑडियो की जांच कर रही राजस्थान एसओजी की एक टीम मानेसर के आईटीसी ग्रैंड भारत होटल पहुंची। यहां सचिन पायलट खेमे के कांग्रेस विधायक ठहरे हुए हैं। एसओजी की एक टीम गुड़गांव भी भेजी गई है। टीम विधायकों से पूछताछ करना चाहती है। टीम हाई कोर्ट में विधायकों के वॉइस सैंपल के लिए भी अपील कर सकती है, ताकि ऑडियो की सच्चाई का पता चल सके।
2019 लोकसभा चुनाव में गजेंद्र सिंह शेखावत ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को 2.74 लाख वोटों से हराया था। शेखावत सांसद और केंद्रीय मंत्री होने के साथ-साथ भारतीय जनता पार्टी के किसान विंग भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव भी हैं।
बता दें कि इसी रिसॉर्ट में राजस्थान के सियासी घमासान के केंद्रबिदु कांग्रेस के 18 बागी विधायक पिछले एक सप्ताह से डेरा डाले हैं। पुलिस के अनुसार, अभी उनकी ‘नजर’ भंवर लाल शर्मा पर है। कांग्रेस पार्टी के मुताबिक, भंवर लाल शर्मा उस साजिश का हिस्सा हैं, जिसके तहत सामने आए एक ऑडियो टेप में अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली सरकार को गिराने के लिए रिश्वत के बारे में चर्चा हो रही है।
ऑडियो क्लिप लीक मामले में राजस्थान पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) की एक टीम जयपुर से दिल्ली के पास स्थित मानेसर के फैंसी रिसॉर्ट पहुंच चुकी है।
गजेंद्र सिंह शेखावत ने 1992 में बतौर छात्र नेता अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी। उस साल वह जेएनवीयू विश्वविद्यालय में छात्र संघ के अध्यक्ष चुने गए थे। चुनावी राजनीति में प्रवेश करने से पहले शेखावत ने कई मंचों और संगठनों में कई पद संभाले। वह स्वदेशी जागरण मंच के सह-संयोजक, संघ परिवार की आर्थिक शाखा और सीमा जन कल्याण समिति के महासचिव भी रह चुके हैं।
संजय जैन के बारे में पूछने पर केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कहा, 'आप किस संजय जैन के बारे में बात कर रहे हो मैं नहीं जानता। मैं सिर्फ एक ही संजय जैन को जानता हूं जो स्कूल के दिनों में मेरा दोस्त और रूम पार्टनर हुआ करता था।' शेखावत ने कहा कि वह नहीं जानते कि ऑडियो में बात करने वाला व्यक्ति कौन है। उसका नाम संजय जैन है या कुछ और।
सुनवाई के दौरान कांग्रेस के असंतुष्ट विधायकों के वकील हरीश साल्वे की तरफ से अदालत में कहा गया कि स्पीकर इस मामले में भेदभाव कर रहे हैं। स्पीकर की मंशा साफ नहीं है। कोर्ट में ऑडियो मामले में दर्ज की गई एफआईआर पर भी चर्चा हुई। साल्वे ने कहा कि देखिए अब कैसी एफआईआर लिखी जाती हैं। साल्वे ने अदालत में कहा कि यदि कोई विधायक अपने मुख्यमंत्री के भ्रष्टाचार और तानाशाही रवैये के खिलाफ बोलता है या अपने केंदीय नेतृत्व को जगाता है तो यह उसकी बोलने की स्वतंत्रता है बगावत नहीं।
साथ ही विधायक विश्वेंद्र सिंह व भंवर लाल शर्मा की प्राथमिक सदस्यता निलंबित कर दी है। जयपुर एसओजी ने संजय जैन, गजेंद्र सिंह शेखावत और भंवर लाल शर्मा के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। वहीं पायलट ने पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम से फोन पर बातचीत की है। एक अन्य वरिष्ठ नेता के मुताबिक पार्टी के जो नेता पायलट से बातचीत कर रहे हैं, उन्होंने वापस आने का फैसला करने पर पायलट को "सम्मानजनक वापसी" का आश्वासन दिया है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि पिछले करीब एक महीने से विधायकों के खरीद फरोख्त की चर्चा चल रही है। स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप में एक मुकदमा दर्ज है। उसकी जांच चल रही है। कई प्रकार की अटकलें लगाई गईं, 35 करोड़ रुपये तक में विधायकों की निष्ठा और विश्ववास खरीदकर राजस्थान की 8 करोड़ जनता के जनमत से चुनी गई कांग्रेस की सरकार को अस्थिर कराने और गिराने के षड्यंत्र सामने आए। इस पूरे प्रकरण में भाजपा कई बार प्रश्न चिन्ह के दायरे में आई।
ऑडियो क्लिप मामले में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से पूछताछ के लिए राजस्थान की स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) दिल्ली रवाना हो गई है। शेखावत ने टेप को फर्जी बताया था और कहा था कि मैं मारवाड़ भाषा बोलता हूं बल्कि आवाज में झुंझनू का टच है। केंद्रीय मंत्री के अलावा बीजेपी ने भी कांग्रेस पर फर्जी आरोप लगाने की बात कही है।
कांग्रेस के असंतुष्ट विधायकों के वकील हरीश साल्वे की ओर से कोर्ट में कहा गया कि अगर कोई विधायक अपने मुख्यमंत्री के भ्रष्टाचार और तानाशाही रवैए के खिलाफ बोलता है तो इसे बगावत नहीं फ्रीडम ऑफ स्पीच कहेंगे।
राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष ने पायलट और 18 बागी विधायकों को जवाब देने के लिए आज शाम 5 बजे तक का समय दिया है। कांग्रेस की ओर से पायलट और 18 बागी विधायकों को अयोग्य घोषित करने की मांग उठाई गई है।
राजस्थान हाइकोर्ट में आज सुनवाई के दौरान कांग्रेस के असंतुष्ट विधायकों के वकील हरीश साल्वे ने दलील दी कि सदन के बाहर के कानून, दलबदल विरोधी कानून का उल्लंघन नहीं हैं।
राजस्थान हाइकोर्ट में सचिन पायलट और कांग्रेस के 18 अन्य विधायकों द्वारा विधानसभा अध्यक्ष द्वारा उन्हें अयोग्य घोषित किए गए नोटिसों के खिलाफ दायर याचिका पर सुनवाई शुरू हो गई है।
स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप (एसओजी) के एडीजी अशोक राठौर ने कहा है कि कथित ऑडियो टेप मामले में कांग्रेस नेता महेश जोशी की ओर से दो शिकायतें दी गई हैं, यह उस ऑडियो के संबंध में है जो कल वायरल हुआ था। हमने धारा 124ए और 120बी के तहत 2 एफआईआर दर्ज की हैं। जांच की जाने वाली क्लिप की सत्यता जांची जाएगी। उन्होंने बताया कि संजय जैन से कल पूछताछ की गई थी, उन्हें आज भी बुलाया गया था। वर्तमान में हम उनसे कुछ तथ्यों का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं।
एडीजी स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप के अशोक राठौर का कहना है कि कल वायरस हुई ऑडियो को लेकर महेश जोशी ने दो शिकायत की थीं, IPC की धारा 124 ए और 120 बी के तहत एफआईआर दर्ज की गई हैं। हम ऑडियो में हुई बातचीत की सच्चाई की जांच करेंगे।