जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी की छात्रा सफूरा जरगर (27) को पूर्वी दिल्ली में हुए दंगों के लिए उनकी कथित भूमिका के चलते UAPA ((गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम) के तहत जेल में करीब तीन सप्ताह हो चुके हैं। सफूरा गर्भवती हैं और उनके गर्भावस्था की दूसरी तिमाही चल रही है। जेल जाने के बाद दूसरी बार मंगलवार को उनकी पति से बातचीत हुई। दोनों की मुश्किल से चार मिनट तक बातचीत हुई जिसमें दो बार फोन कट गया। जरगर ने ज्यादार अपने माता-पिता और ससुराल वालों के स्वास्थ्य के बारे में बात की।
नाम ना जाहिर करते हुए उनके पति ने कहा कि मैंने ट्विटर पर उन्हें ट्रोल किए जाने के बारे में नहीं बताया, जिसमें उनकी गर्भावस्था पर सवाल उठाने वाले ट्वीट भी शामिल हैं। उन्होंने कहा, ‘यह मेरे लिए आश्चर्यजनक नहीं है कि कुछ लोग सोशल मीडिया पर इस तरह की टिप्पणी कर रहे हैं।’
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उन्होंने आगे कहा, ‘जब हमने आज (मंगलवार) बात की। उन्होंने हमारे माता-पिता के बारे में पूछा। यह बहुत मुश्किल समय है क्योंकि मैंने अपनी पत्नी को 13 अप्रैल से नहीं देखा है और सिर्फ दो बार बात हुई है। यहां तक कि मनी ऑर्डर और पत्र भी नहीं भेज सकते, क्योंकि जेल अधिकारी घातक कोरोना वायरस के प्रतिबंधों का हवाला दे रहे हैं।’
जरगर को 13 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने दावा कि वो 22-23 फरवरी को दिल्ली के जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के नीचे एक सीए-सीए विरोध और सड़क नाकाबंदी का आयोजन करने वालों लोगों में से एक थीं। गिरफ्तारी के समय वह 13 सप्ताह की गर्भवती थीं।
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जरगर के वकील रितेश धर दुबे ने हाल में उन्हें जमानत दिए जाने की मागं की थी। उन्होंने दिल्ली की एक अदालत से कहा कि उन्हें झूठे आरोपों में फंसाया गया है और एफआईआर में उनका नाम भी नहीं था। हालांकि कोर्ट ने उनकी अपील खारिज कर दी है। उन्होंने कोर्ट को यह भी बताया कि वह तीन माह की गर्भवती हैं और सीआरपीसी की धारा 437 के प्रावधान को देखते हुए उन्हें जमानत पर रिहा किया जा सकता है। यह भी तर्क दिया गया कि एक अन्य एफआईआर में जो कि एक जैसे अपराध से संबंधित हैं, उसमें पहले ही जमानत मिल चुकी है।
इसी बीच जामिया छात्रा के जेल जाने से उनका परिवार खासा चिंतित है। उनकी बहन ने एक ओपन लेटर भी लिखा है, जिसमें कहा गया कि लॉकडाउन के समय गिरफ्तारी और उनसे सपंर्क करने में असमर्थता ‘धीमी मौत’ सी महूस होती है। हालांकि परिवार का विश्वास है कि वो अपनी शक्ति और साहस से इससे बाहर आ जाएंगी।