लालू प्रसाद यादव को इलाज के लिए दिल्ली के एम्स में ट्रांसफर किया गया है। उन्हें एयर एंबुलेंस से दिल्ली ले जाया गया। लालू पटना के अस्पताल में दाखिल थे। हालांकि राजद का कहना है कि उनकी हालत ठीक है। लेकिन उनका उपचार एम्स में बेहतर हो सकता है। बुधवार शाम पीएम नरेंद्र मोदी ने तेजस्वी यादव से फोन पर बात कर स्वास्थ्य की जानकारी ली।

राजद प्रमुख का पटना के पारस अस्पताल में इलाज चल रहा था। शनिवार रात लालू के गिरने के कारण कंधे की हड्डी में फ्रैक्चर हो गया था। बुधवार को बिहार के सीएम नीतीश कुमार पारस अस्पताल पहुंचे थे। उस समय तक हालत स्थिर बताई जा रही थी। लेकिन शाम को उन्हें अचानक से एम्स रेफर कर दिया गया। उसके बाद तत्काल एयर एंबुलेंस की व्यवस्था कराई गई। लालू के साथ राबड़ी-तेजस्वी समेत उनके कुछ परिजन भी दिल्ली गए हैं। उनका हाल जानने के लिए अस्पताल के बाहर राजद नेताओं के साथ कार्यकर्ताओं की भीड़ जुटी रही।

चारा घोटाले में सजा पाने वाले लालू रिम्स के अस्पताल में काफी समय तक भऱती रहे थे। उनके वहां दाखिल रहने पर बीजेपी नेताओं ने कई बार सवाल भी उठाए थे। सुशील मोदी का कहना था कि वो उपचार की आड़ में अस्पताल से राजनीति कर रहे हैं। चारा घोटाला में जमानत मिलने के बाद लालू ने एम्स में अपना इलाज करवाया। उस दौरान वो अपनी बड़ी बेटी मीसा भारती के घर पर रहे थे।

बीजेपी के नेताओं ने लालू के जेल में रहने पर सवाल उठाए तो रिम्स प्रशासन एक रिपोर्ट में बताया गया था कि लालू यादव को दो एक दर्जन से ज्यादा बीमारी हैं। लालू यादव डाइबिटीज, ब्लड प्रेशर, हृदय रोग, प्रोस्टेट का बढ़ना, यूरिक एसिड का बढ़ना, किडनी की बीमारी, किडनी में स्टोन, थैलीसीमिया (रक्त से संबंधित बीमारी), ब्रेन से सम्बंधित बीमारी, दाहिने कंधे की हड्डी में दिक्कत, पैर की हड्डी की समस्या, आंख और हृदय की बीमारियों से घिरे हैं।

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ध्यान रहे कि बीमारियों के चलते ही लालू राजद की कमान तेजस्वी को सौंप चुके हैं। लालू राजनीति में कम ही सक्रिय रहते हैं। तेजस्वी उनकी गैर मौजूदगी में भी बेहतरीन रणनीति के तहत काम कर रहे हैं। हाल ही में ओवैसी का विधायकों को शामिल करा उन्होंने दिखाया कि वो राजनीति के कितने मंजे हुए खिलाड़ी हैं।