डिप्टी सीएम अजीत पवार जहां पीसीएमसी (PCMC) चुनावों की तैयारियों में जुटे रहे, वहीं मंगलवार को एनसीपी ने साफ कर दिया कि शरद पवार की पार्टी के साथ किसी भी तरह के गठबंधन की कोई योजना नहीं है। इस बयान के साथ ही उन अटकलों पर विराम लगाने की कोशिश की गई, जिनमें कहा जा रहा था कि एनसीपी को इसके लिए बीजेपी की हरी झंडी मिल गई है। इस बीच अजीत पवार पुणे के बारामती गेस्ट हाउस में सैकड़ों उम्मीदवारों के इंटरव्यू लेने और भाजपा के पूर्व पार्षदों समेत अन्य नेताओं को पार्टी में शामिल कराने में व्यस्त रहे।
एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष सुनील तटकरे ने कहा कि उनकी और एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल की केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से नई दिल्ली में मुलाकात हुई थी, लेकिन उसमें गठबंधन को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई। तटकरे के मुताबिक, बातचीत सिर्फ एनडीए को और मजबूत करने और महाराष्ट्र में महायुति को आगे कैसे बढ़ाया जाए, इसी पर केंद्रित थी।
सीएम फड़नवीस ने साथ चुनाव लड़ने का दिया था बयान
हालांकि, इसी मुलाकात के बाद यह चर्चा तेज हो गई थी कि नगर निगम चुनावों में एनसीपी के दोनों गुट साथ आ सकते हैं। इससे एक दिन पहले मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने भी बयान दिया था कि ज्यादातर जगहों पर बीजेपी, शिवसेना के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी, लेकिन पुणे और पिंपरी-चिंचवड़ में बीजेपी का मुकाबला एनसीपी से होगा।
राजनीतिक हलचल उस समय और बढ़ गई जब एनसीपी (एसपी) की सांसद सुप्रिया सुले भी मंगलवार को कुछ सांसदों के साथ अमित शाह से मिलीं। हालांकि सुले ने साफ किया कि यह मुलाकात पूरी तरह महाराष्ट्र से जुड़े मुद्दों पर थी। उन्होंने बीड के सरपंच संतोष देशमुख की हत्या का मुद्दा उठाया और उनके परिवार को जल्द न्याय दिलाने की मांग की। इसके अलावा भारी बारिश से किसानों को हुए नुकसान और महाराष्ट्र के लिए राष्ट्रीय आपदा कोष से पर्याप्त आर्थिक मदद की जरूरत पर भी चर्चा हुई। सुले ने यह भी कहा कि हाल के स्थानीय निकाय चुनावों में हिंसा और नकदी की बरामदगी लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है और इस पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
इसी दिन पिंपरी-चिंचवड़ में भी सुप्रिया सुले चर्चा में रहीं, जब एनसीपी नेता नाना काटे ने दावा किया कि सुले ने उन्हें फोन कर एनसीपी के दोनों गुटों के बीच संभावित गठबंधन पर बात की थी, ताकि वोट न बंटें। हालांकि काटे ने कहा कि इस दिशा में अभी कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। वहीं, अजीत पवार ने बारामती में सुबह 7 बजे से देर शाम तक 600 से ज्यादा नए उम्मीदवारों के इंटरव्यू लिए। एनसीपी पिंपरी-चिंचवड़ अध्यक्ष योगेश के अनुसार, इन इंटरव्यू में किसी भी उम्मीदवार को अंतिम रूप से तय नहीं किया गया।
इसी दौरान एनसीपी ने पांच पूर्व कॉर्पोरेटरों को पार्टी में शामिल किया, जिनमें बीजेपी की तीन पूर्व पार्षद सीमा सावाले, अश्विनी जाधव और प्रियंका बरसे शामिल हैं, जबकि प्रमोद कुटे और सचिन भोसले भी पार्टी में आए। सीमा सावाले ने कहा कि वह महायुति का हिस्सा बनी रहेंगी और एनसीपी पूरे जोश के साथ पीसीएमसी में सत्ता में वापसी के लिए तैयार है।
