समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने बुधवार (27 अप्रैल) को शिवपाल यादव से तल्खियों की बात से इनकार करते हुए कहा कि वह चाचा से नाराज नहीं हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि भाजपा को चाचा को लेना है तो ले ले किसने मना किया है। इस मुद्दे पर बात करते हुए मुलायम सिंह यादव के समधी और यूपी चुनाव से पहले भाजपा में आए हरिओम यादव ने भी अखिलेश पर निशाना साधा है। अखिलेश के बयान को लेकर हरिओम यादव ने कहा कि अखिलेश परिवार, पार्टी और समाज में नफरत फैला रहे हैं ।
शिवपाल यादव के बीजेपी में आने की संभावनाओं पर बात करते हुए हरिओम यादव ने कहा कि अखिलेश यादव जिस तरह से परिवार, पार्टी और समाज में नफरत फैला रहे हैं उससे समाजवादी पार्टी को नुकसान हो रहा है। उन्होंने कहा कि अखिलेश और सपा पाटन की तरफ जा रहे हैं। अखिलेश और शिवपाल यादव को कोई सलाह देने की बात पर हरिओम यादव ने कहा कि अखिलेश यादव को बहुत अहंकार है और इसलिए ही वो यूपी में नहीं जीते।
अखिलेश कभी मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे: हरिओम यादव ने ये भी कहा कि मैंने पहले ही कहा था कि अखिलेश कभी मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे और जिसके साथ शकुनि रहता है वो कभी नहीं जीतता है। उन्होंने शिवपाल यादव को जमीन से जुड़ा हुआ नेता बताया। उन्हें भाजपा में लाने की संभावना पर हरिओम ने कहा कि मैंने तो अपने साथ ही बीजेपी ज्वाइन करने को कहा था, वो पार्टी में आएं और भारतीय जनता पार्टी को मजबूत बनाएं। उन्होंने कहा कि उन्हें 2024 से पहले जल्द से जल्द बीजेपी में लाने की कोशिश करूंगा।
इसके साथ ही हरिओम यादव ने कहा कि अगर अखिलेश यादव को शिवपाल पर भरोसा नहीं है तो उन्हें पार्टी से निकाल दें। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि नेताजी की पार्टी में चल नहीं रही है, अब मुलायम सिंह असहाय हैं।
वहीं, शिवपाल यादव ने बीजेपी में जाने के अखिलेश यादव के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि उनका(अखिलेश यादव) यह नादानी वाला बयान है। अगर उन्हें हमें भाजपा में भेजना है तो उन्हें हमें निकाल देना चाहिए। कोई बात होगी तो उचित समय पर आप सभी को अवगत करा देंगे।