मध्यप्रदेश में सियासी संकट के बीच भाजपा नेता शिवराज सिंह चौहान ने एक बार फिर से मुख्यमंत्री कमलनाथ पर निशाना साधा है। शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार को पता है कि इनके पास अब बहुमत नहीं है परन्तु लगातार संवैधानिक पदों पर नियुक्ति की जा रही हैं। कुछ अधिकारी इनके कहने पर काम कर रहे हैं,मैं आज उनको चेतावनी देना चाहता हूं एक-एक की सूची बना रहा हूं, उनसे निपटा जाएगा, एक-एक का हिसाब किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि कमलनाथजी की ये जो अल्पमत वाली सरकार बिना सोचे-समझे लगातार संवैधानिक पदों पर नियुक्ति कर रही है और जो कुछ अधिकारी इनके इशारे पर काम कर रहे हैं, उनको पता होना चाहिए कि जल्द ही उनके नाथ जाने वाले है और जब प्रदेश में ‘कमल’ खिलेगा तो क्या-क्या कमाल होगा।
शिवराज सिंह चौहान ने राज्यपाल लालजी टंडन को पत्र लिखकर कहा कि कमलनाथ सरकार को राज्य में महत्वपूर्ण नियुक्ति या स्थानान्तरण के अधिकार का दुरुपयोग करने से रोका जाए। पिछले 3 दिनों में अल्पमत सरकार द्वारा लिए गए निर्णयों पर रोक लगाने की भी मांग की गई है।
चौहान ने मंगलवार को आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री कमलनाथ ‘दबाव एवं प्रलोभन’ देकर अपनी सरकार बचाने का प्रयास कर रहे हैं। उनका यह बयान न्यायालय द्वारा मध्यप्रदेश विधानसभा में तत्काल शक्ति परीक्षण कराने की उनकी (चौहान) याचिका पर कमलनाथ सरकार से बुधवार तक जवाब मांगने के कुछ ही घंटे बाद आया है।
वहीं दूसरी ओर बेंगलुरु में बागी विधायकों की पत्रकार वार्ता के बाद भोपाल में कांग्रेस के प्रदेश जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने दावा किया कि पार्टी के इन विधायकों को बेंगलुरु में भाजपा की कैद में रखकर इन पर सम्मोहन किया गया है। कांग्रेस द्वारा सरकार के बहुमत में होने का दावा किए जाने के बीच, भाजपा नेता चौहान ने फिर से कहा कि उनकी पार्टी राज्य विधानसभा में विधायकों की मौजूदा संख्या बल के हिसाब से बहुमत में है।