कर्नाटक में भाजपा सरकार में नेतृत्व परिवर्तन की किसी भी संभावना से पार्टी के वरिष्ठ नेता इंकार कर रहे हैं। पूर्व सीएम बीएस येदियुरप्पा ने अगले साल होने जा रहे चुनाव को लेकर कहा कि “नेतृत्व परिवर्तन की कोई गुंजाइश नहीं है। शीर्ष पद पर मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई एक सराहनीय काम कर रहे हैं। जहां तक ​​मैं जानता हूं, उनका काम अच्छा है।”

बेंगलुरु में बसवेश्वर सर्कल में लिंगायत संत और 12 वीं शताब्दी के कवि बसवन्ना की प्रतिमा का उद्घाटन करने आए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के दौरे से ठीक पहले नेतृत्व परिवर्तन की बात पर सुगबुगाहट चल रही थी। हालांकि शीर्ष नेताओं ने इसको दबाने की लगातार काेशिश की है। गुजरात में इस साल के अंत तक मतदान होने हैं।

कर्नाटक में 2021 में पार्टी के दिग्गज नेता येदियुरप्पा की जगह बसवराज बोम्मई को सीएम बनाया गया था। हालांकि बोम्मई सरकार हिजाब विवाद और मुस्लिम व्यापारियों पर प्रतिबंध जैसे कई विवादों से घिरी हुई है। हाल ही में एक ठेकेदार की आत्महत्या और उनके रिश्वत के आरोपों को लेकर भारी विवाद हुआ था। इसमें सत्ताधारी पार्टी के एक मंत्री पर आरोप लगे थे। इस मामले को लेकर विपक्ष ने सरकार पर जोरदार हमला किया था।

कर्नाटक में पीएम नरेंद्र मोदी को भ्रष्टाचार पर आगाह करने के लिए खत लिखने वाले बीजेपी समर्थक व पेशे से ठेकेदार संतोष पाटिल ने खुदकुशी कर ली थी। उडुपी में आत्महत्या करने वाले भाजपा समर्थक व ठेकेदार पाटिल ने अपने सुसाइड नोट में सूबे के ग्रामीण विकास मंत्री के.एस. ईश्वरप्पा को जिम्मेदार ठहराया था। बताया जा रहा है कि ठेकेदार संतोष पाटिल ने सुसाइड नोट अपने दोस्तों को व्हाट्सएप पर भी भेजा था।

ठेकेदार संतोष पाटिल ने कर्नाटक के ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री और भाजपा नेता के.एस. ईश्वरप्पा पर बड़ा आरोप लगाया था। पाटिल के मुताबिक, मंत्री के.एस. ईश्वरप्पा ने अपने गृह जिले बेलगाम के एक गांव में 2021 में ठेकेदार द्वारा किए गए सड़क निर्माण के लिए 4 करोड़ रुपये के बिल को मंजूरी देने के लिए 40 प्रतिशत कमीशन की मांग की थी। बता दें कि, 40 वर्षीय ठेकेदार संतोष पाटिल होटल के एक कमरे में मृत पाए गए थे।