जहां एक तरफ पूरा देश कोरोना संकट से जूझ रहा है वहीं मध्य प्रदेश के इंदौर जिले से एक ऐसी खबर सामने आई है। जिसने एक बार फिर इस महामारी को सांप्रदायिक रंग दे दिया है। इंदौर जिले के एक गाँव के बाहर “मुस्लिम व्यापारियों के प्रवेश” को लेकर एक विवादित पोस्टर देखा गया। जिसके बाद रविवार को पुलिस ने एक्शन लेते हुए उस पोस्टर को हटा दिया है और अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। देपालपुर तहसील के पेमलपुर गाँव के बाहर लगे इस पोस्टर में लिखा था कि मुस्लिम व्यापारियों का गाँव में प्रवेश निषेध है।
इंदौर के डीआईजी हरिनारायणचारी मिश्रा द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि जैसे ही पुलिस को इसके बारे में पता चला, पोस्टर हटा दिया गया। उन्होंने कहा कि अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है क्योंकि अबतक यह पता नहीं लगा है कि यह पोस्टर किसने लगाया था।
इस मामले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने राज्य पुलिस और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधते हुए एक ट्वीट किया है। सिंह ने ट्वीट कर लिखा “क्या यह कृत्य प्रधान मंत्री मोदी जी की अपील के विरुद्ध नहीं है? क्या यह कृत्य हमारे क़ानून में दण्डनीय अपराध नहीं है? मेरे ये प्रश्न मुख्य मंत्री शिवराज चौहान जा व मप्र पुलिस से हैं। समाज में इस प्रकार का विभाजन-बिखराव देश हित में नहीं है।”
यह गाँव उज्जैन के बड़नगर तहसील के करीब है। बड़नगर तहसील में कोरोना का कहर है। यहां दर्जन से ज्यादा लोग कोरोना से संक्रमित हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार गांव के कुछ युवक ने 3-4 दिन पहले यह पोस्टर लगाया था। बता दें मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमित मामले इंदौर में हैं। यहां कोरोना मरीजों की संख्या 1586 पहुंच गई है। वहीं राज्य में संक्रमित मरीजों की संख्या 2739 हो गई है। इस खतरनाक वायरस के चलते 134 लोगों की जान जा चुकी है और 435 मरीज स्वस्थ होकर लौट चुके हैं।
कोरोना वायरस से जुड़ी अन्य जानकारी के लिए इन लिंक्स पर क्लिक करें | गृह मंत्रालय ने जारी की डिटेल गाइडलाइंस | क्या पालतू कुत्ता-बिल्ली से भी फैल सकता है कोरोना वायरस? | घर बैठे इस तरह बनाएं फेस मास्क | इन वेबसाइट और ऐप्स से पाएं कोरोना वायरस के सटीक आंकड़ों की जानकारी, दुनिया और भारत के हर राज्य की मिलेगी डिटेल । क्या गर्मी बढ़ते ही खत्म हो जाएगा कोरोना वायरस?

