कोरोना वायरस के तेजी से बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सरकार ने 21 दिनों के लिए देश को लॉकडाउन कर दिया है। जिसके चलते देश भर से गरीब मजदूर अपने गृहनगर लौटने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे समय में उत्तर प्रदेश के बरेली जिले से एक चौंकाने वाला वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में देख जा सकता है कि कुछ लोग सड़क पर बैठे हैं और उनपर किसी दवा या केमिकल का छिड़काव किया जा रहा है। एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक ये वही लोग हैं जो देश के अलग अलग हिस्सों से चलकर अपने घर वापस आए हैं। प्रशासन की इस हरकत पर कांग्रेस राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया है। गांधी ने कहा कि सरकार से गुजारिश है कि ऐसे अमानवीय काम मत करिए।

पलायन करके आए इन मजदूरों का ये वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में एक व्यक्ति को यह चिल्लाते हुए सुना जा सकता है कि अपनी-अपनी आंखें बंद कर लो, बच्चों की आंखें भी बंद कर लो। वहीं इस पर एक अधिकारी ने कहा, “हमारा मतलब अमानवीय नहीं था … सभी को साफ करना महत्वपूर्ण था और भीड़ ज्यादा थी इसलिए हमने ऐसे किया।”

इस वीडियो पर डीएम सफाई देते हुए कहा कि वीडियो की पड़ताल की गई, प्रभावित लोगों का सीएमओ के निर्देशन में उपचार किया जा रहा है। बरेली नगर निगम एवं फायर ब्रिगेड की टीम को बसों को सैनेटाइज़ करने के निर्देश थे, पर अति सक्रियता के चलते उन्होंने ऐसा कर दिया। सम्बंधित के विरुद्ध कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।

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इस वीडियो की बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती, समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कड़ी निंदा की है। तीनों नेताओं ने जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की भी मांग की है।

प्रियंका ने ट्विटर पर इस वीडियो को शेयर कर लिखा “यूपी सरकार से गुजारिश है कि हम सब मिलकर इस आपदा के खिलाफ लड़ रहे हैं लेकिन कृपा करके ऐसे अमानवीय काम मत करिए। मजदूरों ने पहले से ही बहुत दुख झेल लिए हैं। उनको केमिकल डाल कर इस तरह नहलाइए मत। इससे उनका बचाव नहीं होगा बल्कि उनकी सेहत के लिए और खतरे पैदा हो जाएंगे।”

प्रशासन की इस कार्रवाई की निंदा करते हुए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सवाल पूछते हुए कहा, ‘यात्रियों पर सेनिटाइज़ेशन के लिए किए गए केमिकल छिड़काव से उठे कुछ सवाल, क्या इसके लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन के निर्देश हैं? केमिकल से हो रही जलन का क्या इलाज है? भीगे लोगों के कपड़े बदलने की क्या व्यवस्था है? साथ में भीगे खाने के सामान की क्या वैकल्पिक व्यवस्था है।’

वहीं बसपा अध्यक्ष मायावती ने कहा, ‘देश में जारी जबर्दस्त लॉडाउन के दौरान जनउपेक्षा व जुल्म-ज्यादती की अनेकों तस्वीरें मीडिया में आम हैं परन्तु प्रवासी मजदूरों पर यूपी के बरेली में कीटनााशक दवा का छिड़काव करके उन्हें दण्डित करना क्रूरता व अमानीवयता है जिसकी जितनी भी निन्दा की जाए कम है, सरकार तुरन्त ध्यान दे।’

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