कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि लॉकडाउन में कितने प्रवासी मजदूरों की मौत हुई, ये मोदी सरकार का मालूम ही नहीं है। मंगलवार को संसद में मानसून सत्र के पहले दिन सरकार से सवाल पूछा गया कि लॉकडाउन के दौरान कितने मजदूरों की मौत हुई है। जवाब दिया गया कि केंद्र सरकार नहीं जानती।

दरअसल अनस्टार्ड सवाल नंबर 188 में लोकसभा में श्रम मंत्रालय के सामने रखे गए पांच सवालों में दूसरे नंबर के सवाल में पूछा गया था, ‘क्या लॉकडाउन के दौरान हजारों मजदूरों की मौत हुई है। अगर ऐसा है तो इसकी विस्तृत जानकारी दी जाए।’ मंत्रालय की तरफ से इसका एक लाइन में जवाब दिया गया, ‘ऐसा कोई डेटा मौजूद नहीं है।’

इसी तरह लॉकडाउन में मारे गए मजदूरों को मुआवजा देने के सवाल पर केंद्रीय श्रम मंत्रालय ने कहा कि प्रवासी मजदूरों की मौत का कोई डेटा नहीं है। ऐसे में मुआवजे का सवाल ही नहीं उठता। हालांकि मंत्रालय ने माना कि लॉकडाउन के दौरान एक करोड़ से अधिक प्रवासी मजदूर अपने गृह नगरों को लौटे।

सरकार के इस जवाब पर ही राहुल गांधी ने निशाना साधा है। केरल के वायनाड से सांसद ने बुधवार को ट्वीट कर कहा, ‘मोदी सरकार नहीं जानती कि लॉकडाउन में कितने प्रवासी मजदूर मरे और कितनी नौकरियां गईं। तुमने ना गिना तो क्या मौत ना हुई? हां मगर दुख है सरकार पे असर ना हुआ, उनका मरना देखा जमाने ने, एक मोदी सरकार है जिसे खबर ना हुई।’

राहुल गांधी के ट्वीट पर सोशल मीडिया यूजर्स भी जमकर प्रतिक्रिया दे रहे हैं। यश मेघवाल @YashMeghwal लिखते हैं, ‘इन्हीं सवालों के जवाब देने से बचने के लिए प्रश्न काल स्थगित किया है। यह प्रश्न मोदी सरकार के लिए काल बन चुके हैं, आने वाले चुनावों में भाजपा को मुंह की खानी पड़ेगी।’ नीतेश @vashist_nitesh लिखते हैं, ‘अगर 60 वर्षों में एक भी हॉस्पिटल ढंग का बनाया होता तो आज राजमाता को इलाज कराने विदेश नहीं जाना पड़ता।’ आलिया कैफ @AaliaKaif लिखती हैं, ‘सब मिलकर जनता का पागल बना रहे हैं। राहुल आप पीएम बनें तो कुछ हो सकता है।’

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इसी तरह एक यूजर @Dr_Sambit_Patra लिखते हैं, ‘अगर लॉकडाउन नहीं होता तो पता है कितनी जानें जातीं।’ आशीष ठाकुर @ashishthakurINC लिखते हैं, ‘कांग्रेस सदैव गरीबों, मजदूर, किसान, बेरोजगारी और मध्यवर्ग परिवारों के विकास के लिए लड़ती आई है और लड़ती रहेगी।’ मधु @madhu_surana लिखती हैं, ‘मोदी हैं तो देश सुरक्षित है।’

किंजु @IncKinju लिखती हैं, ‘गरीबों को तो खैर बिखरना ही था कभी ना कभी। कोरोना महामारी का झोंका तो बहाना हो गया लेकिन सिर्फ इस अंधी मोदी सरकार की व्यस्था के कारण और भी मौतें होंगी। याद रखना, गंगा जी में वहीं पाप धुलते हैं जो गलती से हो जाए, योजना बनाकर किए गए पाप तो यमराज से ही धुलेंगे।’