बिहार में लोग पुलिसवाले को सरेआम डंडों से पीटते दिखे तो राजद नेता तेजस्वी यादव ने पिटाई का वीडियो ट्वीट कर नीतीश सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि खाद की भारी किल्लत के चलते किसान आक्रोशित हैं। वीडियो डबल इंजनधारी सरकार के ट्रबलकारी मुख्यमंत्री जी के गृह जिला नालंदा का है। BJP-JDU सरकार से किसान, नौजवान, व्यापारी, कर्मचारी, बेरोजगार, छात्र और गरीब सब त्रस्त हैं। जनता में इतना आक्रोश है कि मंत्री घर से निकलते ही नहीं।

उधर, सोशल मीडिया पर भी लोग बीजेपी और नीतीश सरकार पर बरसे। बिश्वजीत कुमार ने चेतावनी देते हुए लिखा-अभी हमारे तेजस्वी यादव के नाम पर कलंक लगाने वालों एक बात याद रखो। जो तुम अभी धर्म वाद के नाम पर खेल खेल रहे हो जनता लोग तुम्हारे घर में ही 1 दिन पीटेगी। तब देखता हूं कौन बीजेपी-जेडीयू काम आती है। अभी भी वक्त है सुधर जाओ वरना अस्तित्व खराब हो जाएगा।

रफीक वली ने लिखा- सब अपनी जगह लेकिन आप आतंक ओर भीड़तंत्र का समर्थन नहीं कर सकते। वैसे ये भीड़तंत्र भाजपा की देन है और एक दिन ये उसी को निगल जाएगी। बिहार ही नहीं यूपी में भी गरीब मजदूरों की बदहाली को शब्दों में नहीं पिरोया जा सकता। एक यूजर ने लिखा- यह तो होना ही था। लेकिन यह जो भी हो रहा है बिल्कुल गलत हो रहा है। इसकी जिम्मेवारी सरकार की और प्रशासन की है, जो इस खाद की कालाबाजारी को रोक नहीं पाए।

निरंजन कुमार सिंह ने लिखा- बिहार में डबल इंजन की बात बेमानी है। तेजस्वी बाबू, यहां तो बस सबका साथ सबका विश्वास के नाम पर पर जनता को लूट लो। अब्दुल्ला ने लिखा-मॉब लिंच की एक शक्ल यह भी है। जनता को आक्रोश ईवीएम पर निकालना चाहिए, ना कि किसी की पीठ पर। इसे नॉर्मल न बनाया जाए। आलोक सक्सेना ने तंज कसते हुए कहा-बिहार में रासायनिक उर्वरक की लूट, उप्र की अलीगढ़ में मोदी की सभा में खाना की लूट, अच्छे दिन आ गए।

अनिल कुमार ने लिखा- डबल इंजन की सरकार अब खाद भी खाने लगी है। आगे क्या क्या खाएगा पता नही। संतोष यादव का कहना था कि अब यही करना पड़ेगा तभी … सब सुधरेंगे इनकी कुटाई जरूरी है। यादव आशीष के हैंडल से ट्वीट किया गया- आक्रोशित होना वाजिब है पर पुलिसवाले पर डंडे बरसाना नहीं सर। जियो मिस्त्री के हैंडल से लिखा गया- जियो मज़ा आ गया किसानों से पंगा और लो। Police विभाग अपने आप को सभी से ऊपर समझने लगा था।