बिहार में सत्ताधारी एनडीए में जेडीयू और एलजेपी के बीच नाराजगी पर मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने सीएम नीतीश कुमार और उनकी पार्टी पर लगातार निशाना साध रहे एलजेपी प्रमुख चिराग पासवान को बिहार महागठबंधन में शामिल होने का न्योता दिया है। पूर्व सीएम ने बिहार क्रांति वर्चुअल महासम्मेलन में शिवहर-सीतामढ़ी की जनता को संबोधित करते हुए कहा कि भगवान, पासवान जी को सद्बुद्धि दे कि वो कांग्रेस के साथ आ जाएं।
उन्होंने कहा, ‘पासवान जी वहां से निकलिए और अपने पुराने दोस्तों के साथ आइए। आरजेडी प्रमुख लालू यादव के साथ हो जाइए। बिहार में सत्तापक्ष को हराने के लिए हमारी यही कामना है। जेडीयू ने जो हालात पैदा कर दिए उससे चिराग पासवान को एनडीए छोड़ देना चाहिए।’
वर्चुअल रैली में दिग्विजय सिंह ने राज्य सरकार पर भी खूब निशाना साधा। उन्होंने 2015 के विधानसभा चुनाव का उल्लेख करते हुए कहा कि नीतीश किसके साथ चुनाव लड़े और किसके साथ चले गए। भाजपा पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि भगवा पार्टी असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम और मायावती की बसपा को वोट बंटवारे के लिए चुनाव लड़वाती है। ऐसा इसलिए किया जाता है ताकि विरोधी वोट बंट जाए और वो सत्ता में बने रहे।
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बता दें कि दिग्विजय सिंह ने एलजेपी को कांग्रेस के साथ आने का न्योता जरूर दिया है, मगर बिहार महागठबंधन पहले ही स्पष्ट कर चुका है कि एलजेपी के लिए उनके यहां जगह नहीं है, क्योंकि सीटों का बंटवारा हो चुका है। एक स्थानीय चैनल के मुताबिक कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष अशोक राम ने कहा कि महागठबंधन में अब एलजेपी को जगह नहीं मिल सकती है।
उन्होंने कहा कि ‘सीटों का बंटवारा हो चुका है। अगर एलजेपी खुद महागठबंधन में शामिल भी होना चाहे तो उसे शामिल नहीं किया जा सकता है।’ हालांकि कभी एलजेपी ने यह इच्छा अब तक जाहिर नहीं की है वह महागठबंधन का हिस्सा बनना चाहती है।
वहीं एनडीए के दो घटक दलों के बीच बढ़ती दूरियों के बीच लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) ने कहा कि जेडीयू ने यह साफ कर एक ‘एहसान’ किया कि दोनों दलों में कभी गठबंधन नहीं था। एलजेपी ने एक बयान में कहा, ‘हम जनता दल (युनाइटेड) के इस बयान का स्वागत करते हैं कि उनका कभी लोजपा के साथ कोई गठबंधन नहीं रहा। जेडीयू नेता केसी त्यागी ने तो हम पर एहसान किया है।
बयान में आगे कहा गया कि पार्टी सिर्फ उन लोगों से हाथ मिलाएगी जो बिहार को देश का अग्रणी राज्य बनाने के पार्टी अध्यक्ष चिराग पासवान के एजेंडे का समर्थन करेंगे। पार्टी ने पासवान को 143 विधानसभा क्षेत्रों के लिए उम्मीदवारों के नाम तय करने के लिए भी अधिकृत किया है।