Bihar Assembly Election 2020 के मद्देनजर BJP ने एक स्टियरिंग कमेटी (चुनाव संचालन समिति) का ऐलान किया है। शनिवार को घोषित इस 70 सदस्यों वाली समिति की कमान केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय के पास होगी। उन्हें इस कमेटी का चेयरमैन-कम-सह संयोजक बनाया गया है। बिहार बीजेपी चीफ संजय जयसवाल के मुताबिक, “बिहार बीजेपी महासचिव देवेश कुमार इस कमेटी के सह-संयोजक होंगे।” डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी के साथ केंद्रीय मंत्री आरके सिंह, गिरिराज सिंह और अश्विनी कुमार चौबे सरीखे बड़े नाम इस 70 सदस्यीय टीम का हिस्सा होंगे।
समाचार एजेंसी पीटीआई की खबर में जयसवाल के हवाले से कहा गया, केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद चुनाव अभियान समूह का नेतृत्व करेंगे। बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डे पार्टी की चुनाव प्रबंधन टीम के अध्यक्ष के साथ सह संयोजक होंगे। वहीं, सूबे के कृषि मंत्री प्रेम कुमार मैनिफेस्टो समिति की अध्यक्षता करेंगे। बता दें कि 243 विधानसभा सीटों वाले बिहार में अक्टूबर-नवंबर के बीच चुनाव होने हैं। आगामी चुनाव के लिए बीजेपी ने NDA के लिए तीन-चौथाई सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है।
RJD लाई बेरोजगारों के लिये पोर्टल, टोल फ्री नंबर भीः राजद नेता तेजस्वी यादव ने शनिवार को कहा कि उनकी पार्टी ने बिहार में बेरोजगार युवाओं का डेटाबेस तैयार करने के लिये एक समर्पित पोर्टल और टोल फ्री नंबर शुरू किया है। साथ ही, यदि आगामी विधानसभा चुनाव के बाद उनकी पार्टी राज्य में सरकार बनाती है तो इन्हें नौकरी उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि यह कदम पार्टी को राज्य की सत्ता में आने पर नौकरियां सृजित करने के लिये नीतियां बनाने में मदद करेगा।
पूर्व उप मुख्यमंत्री ने कहा पोर्टल का नाम ‘डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट बेरोजगारीहटाओ डॉट को डॉट इन’ है जबकि टोल फ्री नंबर 9334302020 है। प्रवासी श्रमियों का मुद्दा अक्टूबर-नवंबर में होने वाले चुनाव में विभिन्न राजनीतिक दलों का एक बड़ा चुनावी मुद्दा बनने जा रहा है। हालांकि, कोविड-19 महामारी के प्रसार को रोकने के लिये लागू किये गये लॉकडाउन को लेकर 20 लाख से अधिक श्रमिक बिहार लौटे हैं। उन्हें से कई लोग देश के विभिन्न शहरों में स्थित अपने पुराने कार्य स्थलों पर वापस चले गये हैं लेकिन कई अन्य यहीं रूक कर आसपास के इलाकों में रोजगार तलाश रहे हैं।
‘जिन सूबों में चुनाव नहीं होने वाले वहां मतदान केंद्रों पर 1500 से अधिक मतदाता नहीं होंगे’: निर्वाचन आयोग ने बिहार, जम्मू कश्मीर और लद्दाख को छोड़कर विभिन्न राज्यों के चुनाव अधिकारियों से शुक्रवार को कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि मतदान केंद्रों पर 1,500 से अधिक मतदाता न हों। राज्यों के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों को लिखे पत्र में आयोग ने कहा, “कोविड-19 महामारी के मद्देनजर, एहतियात बरतते हुए बिहार और कुछ अन्य चुनाव क्षेत्रों में मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की संख्या एक हजार तक सीमित कर दी गई है, जहां आने वाले दिनों में उप चुनाव या चुनाव होने वाले हैं।” (भाषा इनपुट्स के साथ)