सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) बुधवार को पश्चिम बंगाल के हिंसा प्रभावित पंचायत चुनावों में जबरदस्त जीत के करीब पहुंच गई। SEC की ओर से बुधवार रात साढ़े नौ बजे तक जारी आंकड़ों के अनुसार TMC ने 34,980 ग्राम पंचायत सीट जीत ली हैं, साथ ही उसके उम्मीदवार 570 सीट पर आगे हैं। ग्राम पंचायत की कुल 63,229 सीट के लिए चुनाव हुए हैं। एसईसी की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार भाजपा 9,735 सीट पर जीत दर्ज कर चुकी है और 142 सीट पर उसके उम्मीदवार आगे हैं। कांग्रेस ने 2,549 ग्राम पंचायत सीट पर जीत दर्ज की और 62 पर आगे है।
वहीं, दूसरी ओर पश्चिम बंगाल में लगातार हिंसा जारी है, जहां पंचायत चुनाव से पहले और मतदान के दौरान कम से कम 39 लोग मारे गए। मंगलवार रात को राज्य में हिंसा से 6 और लोगों की मौत हो गई, जिनमें से तीन कथित पुलिस गोलीबारी में शामिल हैं। 8 जून को मतदान की घोषणा के बाद से मरने वालों की कुल संख्या 45 हो गई है।
भांगड़ में मतगणना केंद्र के पास पुलिस गोलीबारी में तीन की मौत
मंगलवार की रात, दक्षिण 24 परगना जिले के भांगड़ में एक मतगणना केंद्र के पास पुलिस गोलीबारी में आईएसएफ के दो समर्थकों सहित तीन लोगों की मौत हो गई। पीड़ितों के रिश्तेदारों और क्षेत्र के निवासियों ने आरोप लगाया कि ये लोग पुलिस गोलीबारी में मारे गए। हालांकि, वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने इस मामले पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
दक्षिण 24 परगना के भांगड़ में मंगलवार देर रात एक मतगणना केंद्र के बाहर हुई झड़प में इंडियन सेक्युलर फ्रंट (आईएसएफ) के दो कार्यकर्ताओं सहित तीन लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि मालदा जिले के रामपुर गांव में कथित तौर पर टीएमसी कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस के 24 वर्षीय एक कार्यकर्ता की पीट-पीट कर हत्या कर दी, जबकि कई अन्य घायल हो गए।
मरने वालों में कम से कम 60 प्रतिशत टीएमसी से
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा कि राज्य में पंचायत चुनाव के दौरान हिंसा की छिटपुट घटनाओं में लोगों की मौत होने से वह दुखी हैं। बनर्जी ने कहा कि हिंसा के पीछे जो लोग हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए उनकी सरकार ने पुलिस को खुली छूट दे दी है। उन्होंने कहा, “पंचायत चुनाव के दौरान हिंसा की छिटपुट घटनाओं में लोगों की मौत होने से मैं दुखी हूं। चुनाव 71,000 बूथ पर हुए लेकिन हिंसा की घटनाएं 60 से कम बूथ पर हुईं।’’
मुख्यमंत्री ने दावा किया कि आठ जून को चुनाव की तारीख की घोषणा के बाद से चुनाव संबंधी हिंसा में 19 लोग मारे गए, जिनमें ज्यादातर उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस के थे। पुलिस सूत्रों ने मरने वालों की संख्या 38 बताई है, लेकिन इस बात से सहमत हैं कि जान गंवाने वालों में से कम से कम 60 प्रतिशत टीएमसी से जुड़े थे।
चुनाव तमाशा बनकर रह गया- अधीर रंजन चौधरी
वहीं, दूसरी ओर कांग्रेस की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि चुनाव पहले ही एक तमाशा बनकर रह गया है। उन्होंने कहा, ‘‘हमारी आशंका के अनुसार सत्तारूढ़ दल, पुलिस और राज्य निर्वाचन आयोग के बीच सांठगांठ और जबरदस्त हिंसा के कारण 40 से अधिक लोगों की मौत हुई है। मतगणना के बाद चुनाव बाद हिंसा फैलाई जायेगी।’’ वहीं, तथ्यान्वेषी दल का नेतृत्व करने के लिए बुधवार को बंगाल पहुंचे भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा, ‘‘पंचायत चुनावों के दौरान हिंसा और हत्या की घटनाएं अस्वीकार्य हैं। इतने सारे लोग मारे गए हैं; इस चुनाव में इतने लोगों की मौत क्यों हुई। हम उत्तर और दक्षिण बंगाल के हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे।’’ उन्होंने कहा कि हम अपनी रिपोर्ट हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को सौंपेंगे।’