इन दिनों जहां एक ओर आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल फिर बीमार हो गए हैं। शुगल लेवल बढ़ने और खांसी से परेशान आप पार्टी के मुखिया अपने कार्य भी सुचारू रूप से नहीं कर पा रहे हैं। स्वास्थ्य खराब होने की वजह से कल वह कई महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में भी शिरकत नहीं कर पाए थे।इन कार्यक्रमों में एक आम आदमी पार्टी का स्थापना दिवस भी था।

तो वहीं दूसरी ओरि पंथ के नौंवे गुरु गुरु तेग बहादर साहिब के शहीदी दिवस की सिख पंथ की सर्वोच्च ताकत श्री अकाल तख्त साहिब की ओर से निर्धारित तारीख 16 दिसंबर को बदलने के खिलाफ सिखों ने शुक्रवार को प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री आवास घेरने की कोशिश की। लेकिन पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। पिछले दिनों दिल्ली सरकार की ओर से अखबारों में 6 नवंबर को प्रकाशित पब्लिक नोटिस में शहीदी दिवस 24 नवंबर बताने के खिलाफ दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को 19 नवंबर को पत्र भेज कर एतराज दर्ज दर्ज कराया था।

दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी और शिरोमणी अकाली दल के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष मनजीत सिंह जीके के नेतृत्व में शुक्रवार को सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री निवास का घेराव करने के लिए चंदगी राम अखाड़े से कूच करना शुरू किया। दिल्ली पुलिस ने विधानसभा से पहले अवरोधक लगाकर प्रदर्शनकारियों को मुख्यमंत्री निवास जाने से रोक दिया। प्रदर्शनकारी सिख ‘केजरीवाल हाय-हाय’ के नारे लगाए और सिखों के धार्मिक मामलों में हस्तक्षेप न करने की चेतावनी दी। गुस्से में भरे प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के दोनों अवरोधकों को तोड़ दिया।

इसके बाद पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर मौरिस नगर थाने ले गई। प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए जीके ने कहा कि दिल्ली सरकार ने जानबूझ कर श्री अकाल तख्त साहिब से टकराव लेकर सिख सिद्धांत को नीचा दिखा गुरु साहिब की शहीदी का अपमान करने की चेष्टा कर सिखों की भावनाओं को आहत किया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने संसद द्वारा बने 1971 गुरुद्वारा एक्ट के अनुसार संवैधानिक निर्वाचित संस्था दिल्ली कमेटी को नजरअंदाज किया है।

उन्होंने केजरीवाल सरकार के टकराव के रास्ते पर चलने का आरोप लगाते हुए कहा कि वह केंद्र सरकार, नगर निगम और वक्फ बोर्ड से टकराने के बाद अब दिल्ली कमेटी से टकराव ले रही है। उन्होंने चेतावनी भरे अंदाज में कहा कि केजरीवाल दिल्ली की जनता को तो वायदों की टोपी पहना सकते हैं पर सिखों को टोपी पहनाने के नतीजे बुरे होंगे।

केजरीवाल को टोपी वाला नेता बताते हुए सिरसा ने सिख विधायकों को टोपी के लालच में अपनी पगड़ी को दांव पर ना लगाने की अपील भी की। इस अवसर पर दिल्ली कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष महिंद्रपाल सिंह चड्ढा, उपाध्यक्ष सतपाल सिंह, संयुक्त सचिव अमरजीत सिंह पप्पू, पूर्व विधायक हरमीत सिंह कालका, जितेंद्र सिंह शंटी आदि ने गिरफ्तारी दी।