कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने कांग्रेस पार्टी की गिरती साख पर चिंता जताते हुए अपनी ही पार्टी पर सवाल उठाए हैं। सिब्बल ने कहा कि पार्टी में आपस में संवाद की कमी है। इसकी वजह से पार्टी में दिक्कत आ रही है। उन्होंने कहा कि 2019 से उनकी टॉप लीडरशिप से कोई बातचीत नहीं हुई। यह बहुत ही खराब स्थिति है।

इंडिया टूडे न्यूज चैनल पर वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई से बातचीत करते हुए कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने कहा कि पार्टी को ऊंचाइयों पर पार्टी कार्यकर्ता ले जाते हैं। हम उनसे नहीं मिल रहे हैं और न ही उनकी बातें सुन रहे हैं। इससे उनमें निराशा है। इसको दूर करने के लिए हमें फौरन उनके बीच जाना चाहिए। कहा कि कांग्रेस एक बड़ी और पुरानी पार्टी है। भाजपा के खिलाफ जंग में कांग्रेस के बिना कोई भी पार्टी सफल नहीं होगी। ऐसे में विपक्ष को एकजुट करने के लिए कांग्रेस को पहल करनी चाहिए। इस पर उच्चस्तरीय चर्चा करने और पार्टी नेतृत्व को इस पर कोई बड़ा फैसला लेने के लिए आपस में संवाद करना बहुत जरूरी है।

उन्होंने कहा कि भाजपा के खिलाफ सभी दल लड़ाई लड़ रहे हैं, लेकिन उनकी लड़ाई बिखरी हुई है। उसे एक नेतृत्व के साथ और एक नीति के साथ एकजुटता से लड़ना होगा। तभी हम अपने उद्देश्यों में सफल होंगे।

इससे पहले कपिल सिब्बल के 73 वर्ष के होने पर सोमवार को उन्होंने अपने आवास पर सोमवार की रात जन्मदिन पार्टी का आयोजन किया। इसमें कांग्रेस के बड़े नेताओं और समान विचारधारा वाले दलों ने भाग लिया।

सिब्बल के तीन मूर्ति मार्ग स्थित आवास पर आयोजित इस भोज में राकांपा सुप्रीमो शरद पवार, तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन, डीएमके के त्रिचि शिवा, रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ उनकी पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रो. राम गोपाल यादव और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद शामिल हुए। कांग्रेस से मनीष तिवारी, शशि थरूर और आनंद शर्मा भी शामिल हुए।