कृषि बिल पर संसद के उच्च सदन में रविवार को जमकर हंगामा हुआ। विपक्षी दलों के सांसद वेल में जा पहुंचे और विरोध जताने लगे। हालांकि, इस दौरान RSTV (राज्यसभा टीवी) के कैमरे का फोकस चेयर यानी कि उपसभापति हरिवंश सिंह पर था। ऐसे में सदन में उस दौरान जो हो-हल्ला हुआ, वो असल में प्रसारित नहीं हुआ। पर कुछ सांसदों ने उस दौरान पूरे वाकये को अपने मोबाइल पर रिकॉर्ड कर लिया था। बाद में इससे जुड़ा वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल भी किया गया। खुद AAP सांसद संजय सिंह ने अपने टि्वटर हैंडल से हंगामे से जुड़ी क्लिप टि्वटर अकाउंट से शेयर की।
साथ ही लिखा था- मोदी सरकार ने किसान भाइयों के “मौत के फ़रमान” पर आज हस्ताक्षर किया है। Aam Aadmi Party ने जमकर विरोध किया, पर केंद्र ने लोकतंत्र गला घोंटकर बिना वोटिंग के सदन में ये “काला क़ानून” पास कर लिया, लड़ाई जारी रहेगी। बाद में संजय सिंह के इस वीडियो को कई यूजर्स, फैंस और फॉलोअर्स ने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट पर शेयर और रीट्वीट किया। देखते ही देखते यह वीडियो वायरल हो गया।
दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने उनके इसी ट्वीट को रीट्वीट करते हुए लिखा- ये सिर्फ़ आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह नहीं बल्कि देश के किसान की आवाज़ है जो आने वाले वक्त में तानाशाही को वाक़ई मुर्दाबाद करके दिखाएगी।
RSTV के प्रसारण में आसन पर बैठे व्यक्ति पर फोकस था, देखें उस दौरान क्या नजर आयाः
राज्यसभा में हंगामा कर रहे सांसदों ने आसन के सामने का माइक तोड़ डाला…#Parliament pic.twitter.com/8Hqfj5cyoT
— Umashankar Singh उमाशंकर सिंह (@umashankarsingh) September 20, 2020
MPs द्वारा बनाई गई क्लिप, जो वायरल हुई उसमें ये दिखा। VIDEO:
ये सिर्फ़ आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह नहीं बल्कि देश के किसान की आवाज़ है जो आने वाले वक्त में तानाशाही को वाक़ई मुर्दाबाद करके दिखाएगी. https://t.co/I29GVw0qrc
— Manish Sisodia (@msisodia) September 20, 2020
उपसभापति के खिलाफ विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव नामंजूर: राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने उपसभापति हरिवंश के खिलाफ विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव को सोमवार को खारिज कर दिया और कहा कि यह उचित प्रारूप में नहीं था। वहीं, रविवार को सदन में अमर्यादित आचरण को लेकर विपक्ष के आठ सदस्यों को सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया। इसके साथ ही नायडू ने कहा कि एक दिन पहले उच्च सदन में कुछ विपक्षी सदस्यों का आचरण दुखद, अस्वीकार्य और निंदनीय है तथा सदस्यों को इस संबंध में आत्मचिंतन करना चाहिए।
हंगामे को लेकर 8 सदस्य निलंबितः संसदीय कार्य राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने कल के हंगामे में असंसदीय आचरण को लेकर विपक्ष के आठ सदस्यों को सत्र के शेष समय के लिए निलंबित किए जाने का प्रस्ताव पेश किया। इसे सदन ने ध्वनिमत से मंजूरी प्रदान कर दी। निलंबित किए गए सदस्यों में तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन और डोला सेन, कांगेस के राजीव सातव, सैयद नजीर हुसैन और रिपुन बोरा, आप के संजय सिंह, माकपा के केके रागेश और इलामारम करीम शामिल हैं। फिर भी भी सदन में विपक्षी सदस्यों का हंगामा जारी रहा और सदन की कार्यवाही बार-बार बाधित हुई। (भाषा इनपुट्स के साथ)