अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आयोजन किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इसमें शामिल होंगे। राम मंदिर की पहली मंजिल बनकर तैयार हो गई है। करीब 7 हजार विशिष्ट अतिथियों को इस कार्यक्रम के लिए निमंत्रण दिया गया है। इस कार्यक्रम में शामिल होने वाले अतिथियों के लिए विशेष तैयारी की जा रही है। अयोध्या में विभिन्न राज्यों से आये श्रद्धालुओं के लिए भंडारा और ओपन फूड कोर्ट से 50 स्वादिष्ट व्यंजन परोसे जाएंगे। राम मंदिर की तैयारियों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 दिवसीय अनुष्ठान किया है। पीएम मोदी के इस कदम की तारीफ धार्मिक संगठन भी कर रहे हैं।
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22 जनवरी को राम मंदिर में होने वाले प्राणप्रतिष्ठा समारोह में श्री ओम भारती को भी निमंत्रण मिला है। जानकारी के मुताबिक ओम भारती 1990 में अयोध्या में कारसेवकों पर हुई गोलीबारी की प्रत्यक्षदर्शी हैं। कोठारी बंधु, विहिप के पूर्व अध्यक्ष अशोक सिंघल और लगभग 125 अन्य कारसेवकों ने गोलीबारी से खुद को बचाने के लिए उनके यहाँ शरण ली थी।
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के रहते लखनऊ विश्वविद्यालय ने कुछ परीक्षाएं स्थगित कर दी हैं। विश्वविद्यालय ने होने वाली परीक्षाओं की तारीखों में संशोधन किया है। ऐसा माना जा रहा है कि सीएम योगी आदित्यनाथ के आदेश के बाद परीक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं। 22 जनवरी को राज्य के सभी शैक्षणिक संस्थानों में छुट्टी की घोषणा की गई है।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय आज अयोध्या जाएंगे। उनके साथ प्रदेश कांग्रेस के बड़े नेता भी मौजूद रहेंगे। वह सरयू में स्नान करेंगे और इसके बाद हनुमानगढ़ी और रामलला के दर्शन करेंगे।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने जिलाधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे राज्य के सभी मंदिरों में सफाई अभियान चलाएं और सुनिश्चित करें कि 22 जनवरी को अयोध्या स्थित राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले एक सप्ताह के भीतर बदलाव ‘‘दिखाई दे।’’
शिंदे ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंदिरों को साफ रखने का आह्वान किया है। महाराष्ट्र में जिलाधिकारियों को सभी मंदिरों में सफाई अभियान चलाना चाहिए और उन्हें ‘इलेक्ट्रिक लाइट’ से सजाना चाहिए। बदलाव एक सप्ताह के भीतर नजर आना चाहिए।’’
यूयॉर्क में रह रहीं 38 वर्षीय सोनल सिंह बेशक ‘रामलला’ की मूर्ति की ऐतिहासिक ‘प्राण प्रतिष्ठा’ देखने के लिए अयोध्या में मौजूद नहीं होंगी लेकिन वह निराश नहीं हैं, उनके पूर्वज अपनी उत्पत्ति इस मंदिर नगरी से ही मानते हैं और सोनल का मानना है कि भगवान राम एक आदर्श हैं जो केवल अयोध्या या भारत तक ही सीमित नहीं हैं बल्कि पूरे ब्रह्मांड के स्वामी हैं। सोनल सिंह एक सॉफ्टवेयर सलाहकार हैं और आध्यात्म में उनका पूरा रुझान है। वह अभी प्रयागराज के संगम क्षेत्र में अक्षय वट मार्ग पर ‘राम नाम बैंक’ के माघ मेला शिविर में हैं। उनका मानना है कि ‘‘राम केवल एक नाम नहीं है, बल्कि एक (ऊर्जात्मक) शब्द है, जो सकारात्मक कंपन पैदा करता है और एक दिव्य शक्ति हमारे अंदर सकारात्मक ऊर्जा पैदा करती है।’’
अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला (भगवान राम) की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियों के बीच राज्य के बलिया जिले में मुस्लिम कारीगरों की देखरेख में राम मंदिर का निर्माण किया जा रहा है। सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल पेश कर रहा यह मंदिर आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। अयोध्या की तर्ज पर इस मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा भी 22 जनवरी को ही होगी। भृगु क्षेत्र के नाम से मशहूर धार्मिक और आध्यात्मिक आस्था के केंद्र बलिया में भी राम दरबार सज रहा है। जिला मुख्यालय के प्रसिद्ध भृगु मंदिर के समीप एक नये मंदिर को आकार देने में राजस्थान के मकराना से आए मुस्लिम कारीगर साजिद, सादात और समीर जुटे हुए हैं। मंदिर का निर्माण कर रहे कारीगर साजिद ने बताया कि वह अयोध्या के राम मंदिर के गर्भगृह का काम करके आए हैं। वह और उनके साथी बलिया में बन रहे राम मंदिर के निर्माण में भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
अयोध्या में भव्य मंदिर में भगवान श्रीरामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के मद्देनजर बरेली के किन्नर समुदाय ने ऐलान किया कि 22 जनवरी को पैदा होने वाले बच्चों के घरों में वे बधाई गाने तो जाएंगे लेकिन नेग नहीं मांगेंगे। हर वर्ष पांच गरीब बच्चों की स्कूल की फीस अदा करने वाली किन्नर शारदा ने बताया कि वह अपने क्षेत्र में यजमानों के घर-घर जाकर पांच-पांच दीपक पहुंचा रहे हैं, ताकि 22 जनवरी को अपने घरों में दीपक जलाएं। उन्होंने कहा, ‘‘हम बड़े भाग्यशाली हैं कि अपने जीवन में राम मंदिर के दर्शन करेंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘22 जनवरी को जिस परिवार में संतान होने पर हम बधाई गाने जाएंगे, वहां नेग नहीं मानेंगे जो मिल जाएगा खुशी-खुशी ले लेंगे और नहीं भी मिला तो आशीर्वाद देकर के लौट आएंगे।’’
अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में यूं तो कई तरह से लोग अपनी सहभागिता कर रहे हैं, लेकिन फिरोजाबाद के चूड़ी व्यापारियों ने समारोह में आने वाली महिलाओं को राम, सीता एवं हनुमान की चित्र वाली चूड़ियां निशुल्क भेंट करने का संकल्प लिया है। फिरोजाबाद के चूड़ी निर्माता आनन्द अग्रवाल एवं उनके पुत्र निशांक अग्रवाल ने चूड़ी एवं कंगनों के ऊपर प्रभु श्री राम, माता सीता एवं मारुति नंदन हनुमान के चित्रों की आकृतियां उकेर कर उन्हें मनमोहक रूप में तैयार किया है। व्यापारी आनन्द अग्रवाल ने 'पीटीआई-भाषा' को बताया कि विभिन्न रंगों में आकर्षक डिजाइनों के बीच इन चित्रों के लगभग 10,000 पैक तैयार किया जा रहे हैं जो 22 एवं 23 जनवरी को राम जन्मभूमि समारोह स्थल पर पर स्टॉल लगाकर वितरित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि समारोह में आने वाली महिलाओं में इनका वितरण निशुल्क किया जाएगा।
अयोध्या में श्री रामलला प्राण प्रतिष्ठा की तारीख की घोषणा के बाद से ही प्रसिद्ध गीता प्रेस को रामचरितमानस की मांग को पूरा करने की चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। गीता प्रेस के प्रबंधक लालमणि त्रिपाठी ने कहा कि मांग को ध्यान में रखते हुए प्रेस रामचरितमानस को वेबसाइट पर अपलोड करेगा जिसे 16 जनवरी से मुफ्त में डाउनलोड किया जा सकता है। उन्होंने कहा, "हम रामचरितमानस को गीता प्रेस की वेबसाइट पर अपलोड कर रहे हैं और मंगलवार से यह मुफ्त डाउनलोड के लिए उपलब्ध होगा। हम 15 दिनों के लिए यह सेवा प्रदान करेंगे, जिसे 50 हजार लोग डाउनलोड कर सकेंगे।'' मांग बढ़ने पर उन्होंने कहा, ''हम इसकी क्षमता बढ़ाएंगे, जिससे एक लाख लोग एक साथ रामचरितमानस डाउनलोड कर सकेंगे। इस सेवा अवधि को बढ़ाया भी जा सकता है।''
गोवा के मंत्री विश्वजीत राणे ने रविवार को कहा कि अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के अवसर पर उत्तरी गोवा के सत्तारी तालुका के सभी परिवार अपने घर ‘जय श्री राम’ लिखे ध्वज फहराएंगे। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता राणे ने दिन में ये ध्वज अपने वालपोई विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में वितरित किये जो सत्तारी तालुका का हिस्सा है।
अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा से पहले तीर्थनगरी मथुरा के साड़ी कारोबारियों को बड़ी संख्या में सूती कपड़े पर श्रीराम छाप के पटके और ध्वज बनाने के ठेके मिल रहे हैं। ‘नेशनल चैम्बर ऑफ कामर्स एण्ड इण्डस्ट्रीज’ की मथुरा इकाई के चेयरमैन रहे राजेश बजाज ने कहा, ‘‘ जिले में इस समय तकरीबन चार दर्जन साड़ी कारखाने हैं। उनमें विभिन्न आकार के राम ध्वज बनाए जा रहे हैं। सभी पर 18 जनवरी तक ठेका पूरा करने का दबाव है।’’
श्रीराम चरण पादुका यात्रा मकर संक्रांति (15 जनवरी) से चित्रकूट से शुरू होगी, जो 19 जनवरी को रामनगरी अयोध्या पहुंचेगी। रविवार को जारी एक आधिकारिक बयान के अनुसार चित्रकूट में भरतकूप स्थित कुंड से कलश में जल संग्रह और पादुका पूजन के साथ मकर संक्रांति के दिन यह यात्रा प्रारंभ होगी। यह यात्रा प्रयागराज, श्रृंगवेरपुर, प्रतापगढ़, सुल्तानपुर होते हुए अयोध्या पहुंचेगी। श्रीराम चरण पादुका यात्रा 15 जनवरी को भरतकूप (चित्रकूट) स्थित कुंड से कलश में जल संग्रह के साथ प्रारंभ होगी। यहां से यह यात्रा चित्रकूट के विभिन्न मंदिरों से होते हुए गुजरेगी। इसमें मंदाकिनी नदी का जल संग्रह किया जाएगा। मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम, माता सीता, लक्ष्मण जी का प्रतीक पूजन एवं पादुका पूजन होगा।
अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के मद्देनजर धार्मिक पर्यटन के लिए अपार संभावनाएं देखते हुए निवेशकों ने यहां होटल क्षेत्र में बड़े निवेश के लिए विभिन्न समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं।अयोध्या के मंडलायुक्त गौरव दयाल ने बताया कि वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन (जीआईएस) के दौरान अयोध्या में पर्यटन के लिए करीब 18,000 करोड़ रुपये के 102 आशय समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए। उन्होंने कहा कि जीआईएस के बाद भी कई उद्यमियों ने अयोध्या में पर्यटन क्षेत्र में निवेश करने के लिए सरकार और जिला प्रशासन के पास अपने प्रस्ताव भेजे हैं।
अयोध्या में राम मंदिर में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के उपलक्ष्य में उत्तराखंड में होने वाले सांस्कृतिक समारोह की शुरूआत उत्तरायणी के पर्व पर रविवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नैनीताल स्थित प्रसिद्ध कैंची धाम से की। मुख्यमंत्री ने सबसे पहले कैंची धाम में श्री राम शिला की साफ सफाई कर पूजा-अर्चना की और फिर वहां मंदिर परिसर में आयोजित श्री राम भजन कार्यक्रम में भाग लिया। उन्होंने कहा कि 22 जनवरी का दिन ऐतिहासिक दिन होगा क्योंकि इस दिन रामलला अयोध्या में विराजमान होंगे जो देश के लिए एक शुभ समय और संकेत है। उन्होंने कहा कि लंबे वर्षों के इंतजार के बाद रामलला के अयोध्या में विराजमान होने की घड़ी आई है जिसके उपलक्ष्य में राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में जन सहभागिता से सांस्कृतिक उत्सव और समस्त धार्मिक एवं पर्यटन स्थलों पर विशेष साफ-सफाई अभियान चलाया जा रहा है।
इंडिगो 15 जनवरी से मुंबई और अयोध्या के बीच डेली डायरेक्ट फ्लाइट शुरू करेगी। यह अयोध्या के लिए पहली डायरेक्ट फ्लाइट है। उड़ान दोपहर 12:30 बजे मुंबई से चलेगी और दोपहर 2:45 बजे अयोध्या पहुंचेंगी। वापसी की उड़ान दोपहर 3:15 बजे अयोध्या से रवाना होगी और शाम 5:40 बजे मुंबई पहुंचेगी।
RSS सरसंघचालक मोहन भागवत ने जींद में अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का उल्लेख करते हुए रविवार को यहां कहा कि वर्षों का सपना अब पूरा होने जा रहा है। भागवत ने यहां तीन दिवसीय प्रवास के समापन पर अपने संबोधन में कहा,‘‘ अयोध्या में गुलामी का प्रतीक ढहाया गया लेकिन वहां किसी भी अन्य मस्जिद को किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं पहुंचाया गया। कार सेवकों ने कहीं दंगा नहीं किया।’’ अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आयोजन किया जा रहा है। आरएसएस प्रमुख ने कहा, ‘‘ मंदिर बनने का आनंद है। लेकिन अभी और बहुत काम करना है और यह भी ध्यान रखना है कि जिस तपस्या के चलते यह सपना पूरा हो रहा है वह आगे भी जारी रहे, ताकि गंतव्य की प्राप्ति हो।’’
शिवसेना (यूबीटी) ने हिंदू धर्म के प्रति शंकराचार्यों के ‘योगदान’ पर सवाल उठाने के लिए नारायण राणे को नरेन्द्र मोदी मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग की है। उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से मांग की है कि वह अयोध्या में राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले राणे की टिप्पणियों के लिए माफी मांगे। शिवसेना (यूबीटी) की सहयोगी कांग्रेस ने रविवार को राणे के खिलाफ मुंबई स्थित पार्टी कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया। पालघर में शनिवार को पत्रकारों से बात करते हुए राणे ने कहा था कि शंकराचार्यों को कुछ पहलुओं की आलोचना करने के बजाय राम मंदिर को आशीर्वाद देना चाहिए। राणे ने शंकराचार्यों पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा को ‘राजनीतिक चश्मे’ से देखने का आरोप लगाया था।
मध्य प्रदेश सरकार ने 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह के मौके पर राज्य में 'शुष्क दिवस’ की घोषणा की। राज्य में इस दौरान शराब की बिक्री पर रोक रहेगी। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने रविवार को 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ''इस दिन अयोध्या में राम मंदिर ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह है। जनभावनाओं को ध्यान में रखते हुए हमने निर्णय लिया है कि 22 जनवरी को प्रदेश में 'शुष्क दिवस’ रहेगा। शराब, भांग की दुकानें बंद रहेंगी।''
अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह का कांची और श्रृंगेरी के शंकराचार्यों ने समर्थन किया है। कांची कामकोटि मठ के शंकराचार्य विजयेंद्र सरस्वती स्वामीगल ने कहा, "समारोह के दौरान यज्ञशाला का पूजन भी किया जाएगा। 100 से अधिक विद्वान यज्ञशाला का पूजन व हवन शुरू करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत के तीर्थस्थलों के विकास में विशेष रूप से विश्वास रखते हैं।"
राम मंदिर ट्रस्ट ने नए मंदिर की ताजा तस्वीरें शेयर की हैं। आप भी देखिए अद्भुत तस्वीरें।
अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आयोजन किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इसमें शामिल होंगे।करीब 7 हजार विशिष्ट अतिथियों को प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए निमंत्रण दिया गया है। अयोध्या में विभिन्न राज्यों से आये श्रद्धालुओं के लिए भंडारा और ओपन फूड कोर्ट से 50 स्वादिष्ट व्यंजन परोसे जाएंगे।