देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस में लंबे समय से चल रहे असंतोष को खत्म करने और वरिष्ठ नेताओं को बातचीत के टेबल पर लाने में इस बार प्रियंका गांधी ने बड़ी जिम्मेदारी निभाई। सूत्रों का कहना है कि पार्टी संगठन में बदलाव और सुधार जैसे मुद्दों पर सार्वजनिक रूप से पत्र लिखकर असंतोष जताने वाले नेताओं को मनाने के लिए प्रियंका गांधी लगातार सक्रिय रहीं। वह पार्टी के लिए बड़ी सलाहकार के रूप में उभर रही हैं।
उनके कुछ विश्वस्त लोग 23 असंतुष्ट नेताओं के संपर्क में थे। उन्हें बताया गया था कि भाजपा से मुकाबला करने के लिए एकजुट कांग्रेस ही सफल हो सकेगी। हालांकि सभी असंतुष्ट नेता भी बातचीत के इच्छुक रहे हैं, लेकिन पत्र लिखने के बाद उनके लिए यह पहल संभव नहीं थी। उनको लग रहा था कि पार्टी की टॉप नेतृत्व उनकी भावनाओं को समझ नहीं रहा है।
इस बीच पार्टी के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल और तरुण गोगोई को श्रद्धांजलि देने के लिए कांग्रेस वर्किंग कमेटी की 27 नवंबर को हुई वर्चुअल मीटिंग से कुछ रास्ते खुले। इस मीटिंग में गुलाम नबी आजाद और आनंद शर्मा जैसे बड़े नेताओं का दूसरे बड़े नेताओं से आमना-सामना हुआ। इस दौरान यह साफ दिखा कि सभी नेता एकजुट होकर काम करना चाहते हैं। इस मौके पर प्रियंका गांधी ने सभी नेताओं से कहा कि अहमद पटेल को सबसे बड़ी श्रद्धांजलि यह होगी कि सब लोग फिर से एकजुट हो जाएं और बातचीत करें।
सूत्रों का कहना है कि प्रियंका गांधी ने गुलाम नबी आजाद और आनंद शर्मा से बात की। इस पर तीनों लोग बातचीत के लिए सहमत हुए। इस बीच, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया से मुलाकात की और एक सम्मेलन आयोजित करने पर विचार किया। उन्होंने पत्र लेखकों की कोर टीम से भी मुलाकात की और आखिरकार बैठक की तारीखें तय की गईं।
पत्र लिखने वाले 23 असंतुष्ट नेताओं में से एक ने बताया, “यह प्रियंका जी ही थी, जिन्होंने पहल की। मीटिंग के बाद सभी कांग्रेस नेता चाहते थे कि यह मुद्दा लंबा नहीं चलना चाहिए। हम सब जानते हैं कि भाजपा से लड़ने के लिए एकजुटता ही एकमात्र रास्ता है। लेकिन कहीं से शुरुआत होनी चाहिए।”
खास बात यह है कि कुछ समय पहले राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ झंडा बुलंद करने वाले सचिन पायलट को मनाने और संकट को खत्म करने में प्रियंका गांधी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थीं। इस दौरान प्रियंका गांधी ने पायलट से बात करके राहुल गांधी की ओर से उनको आश्वस्त किया था।

