PM Narendra Modi Mann Ki Baat March 2020: पीएम मोदी मन की बात कार्यक्रम में देशवासियों को संबोधित कर रहे हैं। पीएम मोदी ने कार्यक्रम की शुरुआत माफी मांगते हुए की। उन्होंने कहा कि मैं माफी चाहता हूं कि हमें कुछ ऐसे फैसले लेने पड़े, जिनसे काफी लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है, खासकर गरीब लोगों को। मैं जानता हूं कि आप में से कुछ लोग बेहद नाराज होंगे। लेकिन हमें कोरोना वायरस के चलते कड़े फैसले लेने पड़ रहे हैं। पीएम ने कहा कि कोरोना वायरस के खिलाफ यह लड़ाई काफी मुश्किल है और हमें ऐसे कड़े फैसले लेने पड़े हैं ताकि देश के लोग सुरक्षित रहें।
पीएम ने कहा कि कोई भी नियम नहीं तोड़ना चाहता लेकिन कुछ लोग ऐसा कर रहे हैं। मैं उन्हें कहना चाहूंगा जो लोग लॉकडाउन का पालन नहीं कर रहे हैं उनके लिए अपने परिवार और खुद को कोरोना वायरस सके खतरे से बचाने में मुश्किल आएगी।
पीएम मोदी ने बातचीत के दौरान मेडिकल स्टाफ की भी जमकर तारीफ की। इस दौरान पीएम ने कोरोना से पीड़ित रहे कुछ लोगों के अनुभव कार्यक्रम में साझा कराए। एक व्यक्ति रामगम्पा तेजा ने कार्यक्रम के दौरान अपने अनुभव बताए और कहा कि वह दुबई से लौटे थे। बीमार होने पर जांच करायी तो उन्हें कोरोना वायरस के संक्रमण के बारे में जानकारी मिली।
रामगम्पा तेजा ने बताया कि उन्होंने डॉक्टरों की सभी सलाह का पालन किया और आज पूरी तरह से ठीक हैं। पीएम मोदी ने कोरोना वायरस के संक्रमण से जूझे आगरा के एक परिवार के अनुभव भी मन की बात कार्यक्रम में साझा कराया। जिसमें आगरा के परिवार ने बताया कि उनके परिवार के कुछ लोग इटली से आए थे, जिसके बाद हमारे परिवार के 6 लोग इसकी चपेट में आ गए। हालांकि डॉक्टरों द्वारा इलाज और क्वारेंटाइन में रहने के बाद वह ठीक हो गए।
इसके बाद पीएम मोदी ने कहा कि आचार्य चरक ने एक बार कहा था कि जो मरीजों की बिना किसी स्वार्थ के सेवा करता है वही सबसे अच्छा डॉक्टर है। दुनिया 2020 में इंटरनेशनल ईयर ऑफ नर्स एंड मिडवाइफ को सेलिब्रेट कर रहा है। ऐसे में मैं आज सभी नर्सेस को सैल्यूट करता हूं जो मुश्किल वक्त में पूरे समर्पण से काम कर रहे हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि गरीब वर्ग के लिए सरकार ने 50 लाख रुपए तक के स्वास्थ्य बीमा की योजना शुरू की है। जरूरी वस्तुएं उपलब्ध कराने वाले छोटे दुकानदारों, ड्राइवर, बैंकिंग सेवाकर्मियों, डिलीवरी बॉय की तारीफ की। पीएम ने इंटरनेट सेवाओं, डिजिटल सेवाओं को सुचारू रूप से चलाने के लिए जिम्मेदार लोगों को भी सराहा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि वह इस बात से बेहद आहत हैं कि कुछ लोग क्वारेंटाइन में रह रहे लोगों के साथ बदसलूकी कर रहे हैं। हमें ऐसे मामलों में संवेदनशील होने की जरूरत है। लोग सोशल डिस्टेंशिग बढ़ाएं लेकिन इमोशनल डिस्टेंशिंग को कम करें।
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