कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने सोमवार (20 मार्च, 2023) को आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राहुल गांधी और उनकी पार्टी को बदनाम करने के लिए समझौता किया है। इससे पहले रविवार को बनर्जी ने पार्टी बैठक के दौरान कहा था कि भाजपा राहुल गांधी की ब्रिटेन में उनकी हालिया टिप्पणियों पर संसद की कार्यवाही को रोककर जरूरी मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी को नायक बनाने की कोशिश कर रही है।
अधीर रंजन चौधरी ने कहा, ‘ममता बनर्जी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर बोल रही हैं। पीएम और ‘दीदी’ में राहुल गांधी और कांग्रेस की छवि खराब करने का सौदा है। चौधरी ने कहा कि ममता बनर्जी खुद को ईडी-सीबीआई के छापे से बचना चाहती हैं, इसलिए वह कांग्रेस के खिलाफ हैं और इससे प्रधानमंत्री खुश होंगे।
ममता बनर्जी ने लगाया था कांग्रेस पर आरोप
ममता बनर्जी ने आगे आरोप लगाया था कि कांग्रेस भाजपा से लड़ने में विफल रही है और पश्चिम बंगाल में भगवा खेमे के साथ मौन सहमति है। ममता बनर्जी के इन आरोपों पर पलटवार करते हुए चौधरी ने दावा किया कि यह टीएमसी है जो भाजपा की मदद करना चाहती है। कांग्रेस नेता ने कहा कि आप (टीएमसी) भाजपा से लड़ रहे हैं और कांग्रेस से समान दूरी बनाए हुए हैं। यह केवल टीएमसी जैसी पार्टियों की वास्तविक स्वभाव को बताता है, जो विपक्षी खेमे में ट्रोजन हॉर्स के अलावा और कुछ नहीं हैं।
राहुल गांधी के खिलाफ बनर्जी की टिप्पणी हाल ही में संसद सत्र में बार-बार स्थगन के बीच आई है। टीएमसी ने पहले घोषणा की थी कि वह 2024 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और भाजपा दोनों से दूर रहेगी। इस दौरान बनर्जी ने क्षेत्रीय दलों के साथ बातचीत का भी संकेत दिया था। इसी बीच कांग्रेस चौधरी ने यह भी दावा किया कि मुर्शिदाबाद और मालदह जिलों के विभिन्न हिस्सों से टीएमसी और भाजपा के 2,000 से अधिक कार्यकर्ता कांग्रेस में शामिल हो गए हैं।
अखिलेश यादव ने की थी ममता बनर्जी से मुलाकात
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने शुक्रवार (17 मार्च) को कोलकाता में पार्टी की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक शामिल हुए थे। इस बैठक में लोकसभा चुनाव की रणनीति को लेकर कई मुद्दों पर चर्चा हुई थी। इसी बीच सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की थी। वहीं अखिलेश ने गठबंधन को लेकर भी बड़ा ऐलान किया था। सपा प्रमुख ने कहा था कि समाजवादी पार्टी कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) दोनों से बराबर दूरी बनाकर रखेगी। इसके साथ ही सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी को हराने के लिए सपा, तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी के साथ मजबूती से खड़ी रहेगी।