कांग्रेस सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने मंगलवार को एक्टिविस्ट योगेंद्र यादव पर आरोप लगाया कि वह किसानों को भड़का रहे हैं। जिसके चलते गणतंत्र दिवस वाले दिन दिल्ली में हिंसा हुई थी। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बोलते हुए लोकसभा में मंगलवार को रवनीत सिंह बिट्टू ने कहा कि योगेंद्र यादव सबसे बड़ा आग लगाने वाला है। बिट्टू ने कहा कि अगर सरकार योगेंद्र यादव को पकड़ ले तो सरकार सीधा किसानों से बात कर सकेगी। इससे पहले योगेंद्र यादव कृषि क्षेत्र में सुधार की बात करता था। कोई भी किसान सरकार के खिलाफ नहीं है। पंजाब के लोग कभी भी तिरंगे का अपमान नहीं कर सकते हैं। बिट्टू ने दावा किया यह लोग हैं जिनको खालिस्तानी फंडिंग मिल रही है।

इस पर संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि अधीर रंजन चौधरी द्वारा यह कहना कि गणतंत्र दिवस हिंसा के पीछे बीजेपी का हाथ है? इस पर बिट्टू ने कहा कि अधीर रंजन चौधरी ने ऐसा इसलिए कहा था क्योंकि दीप सिद्धू के तार भाजपा सांसद सनी देओल से जुड़े हुए हैं। जोशी ने बिट्टू पर देश के लोगों को गुमराह करने का आरोप लगाया।

भाषण में बिट्टू ने कहा कि नए कानूनों से मंडी सिस्टम खत्म हो जाएगा। इस दौरान रवनीत बिट्टू ने मंत्री अनुराग ठाकुर पर निजी टिप्पणी भी की और दोनों नेताओं के बीच बहस हुई। जब अनुराग ठाकुर ने पूछा कि कानून में कहां लिखा है कि मंडिया खत्म हो जाएंगी? पहले तो आपने पंजाब के किसानों को गुमराह किया और आज देश के लोगों को भी गुमराह कर रहे हैं।

रवनीत बिट्टू के बयान पर स्वराज अभियान ने ट्वीट किया,”योगेन्द्र यादव (जय किसान आंदोलन) के किसान आंदोलन में सत्याग्रही संघर्ष का ही कमाल है कि भाजपा, कांग्रेस से लेकर खालिस्तानियों तक सबके के लिए वह परेशानी का सबब बने हुये हैं। जय किसान के संघर्ष की आँच ऐसी उठी की हमाम में सब नंगे हो गए।”

बता दें कि इससे पहले कांग्रेस सांसद रवनीत सिंह बिट्टू पर सिंघू बॉर्डर पर कथित तौर पर हमला किया गया था। एक कार्यक्रम के दौरान सिंघू बॉर्डर पर कुछ “शरारती तत्वों” द्वारा बिट्टू पर “जानलेवा हमला” किया गया था।