केंद्रीय पशुपालन मंत्री गिरिराज सिंह के काम पर NDTV के वरिष्ठ पत्रकार रवीश कुमार ने सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा है कि पशुपालन मंत्री के क्षेत्र में डेयरी का बुरा हाल है। यह बात उन्होंने फेसबुक पर गुरुवार को पीएम मोदी को संबोधित करते हुए लिखी।

‘मोदी जी, पशुपालन मंत्री के क्षेत्र में डेयरी का बुरा हाल है’ शीर्षक वाले पोस्ट के जरिए वह बोले- बेगुसराय से बिहार के पूर्व पशुपालन मंत्री और केंद्र सरकार के मौजूदा पशुपालन मंत्री का क्षेत्र है। प्रधानमंत्री डेयरी उद्योग के आठ लाख करोड़ के कारोबार का उदाहरण दे रहे हैं। बताने के लिए कि दूध में खुला बाज़ार है। न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं है। किसान को फ़ायदा हुआ। तो गिरिराज सिंह अपने ही क्षेत्र के उन पशुपालकों को बुला लें जिन्होंने मवेशी पाला है और फ़ायदा हो रहा है।

बकौल रवीश, “इस झूठ का सामना नहीं करना है तो एक काम और करें। कम से कम अपने संसदीय क्षेत्र में एक अच्छा पशु चिकित्सालय तो बनवा दें। वोट देने वाले किसानों पर हँसना बंद करें कि उन्हें ग़रीब बना कर रखने के बाद भी वोट करते हैं यानी सरकार से खुश हैं। ये अजीब तर्क है।”

यही नहीं, पत्रकार ने आगे एक और BJP शासित सूबे का उदाहरण दिया। कहा- अनुबंध के नाम पर किसान कैसे ठगे जाएँगे इसे समझना हो तो मध्य प्रदेश के पिपरिया से एनडीटीवी की रिपोर्ट देख सकते हैं।

उन्होंने लिखा- शिवराज सिंह चौहान ने पिपरिया के एक SDM के फ़ैसले प्रचार करना शुरू कर दिया कि प्रशासन किसानों को परेशान करने वाली कंपनियों को नहीं छोड़ेगा। लेकिन पूरी सरकार के होते हुए पिपरिया के किसानों की समस्याओं पर पर्दा डाल दिया गया। रिपोर्टर ने जाकर देखा कि कैसे कंपनी ने अनुबंध का फ़र्ज़ी काग़ज़ तैयार कर किसानों को छला है। जैसे ही बाज़ार में दाम बढ़ा है, कंपनी के लोगों ने फ़ोन बंद कर दिए।